झुग्गी-झोपड़ी संघर्ष समिति ने प्रधानमंत्री से की आवास देने की मांग
रेलवे की जमीन पर बसने वालों को 25 फरवरी तक खाली करने का निर्देश सभी
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भागलपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भागलपुर आगमन पर सोमवार को झुग्गी-झोपड़ी संघर्ष समिति भागलपुर के बैनर तले भीखनपुर गुमटी नंबर एक, दो और तीन रेलवे लाइन के किनारे रहने वाले भूमिहीन परिवार के लोग हवाई अड्डा मैदान पहुंचे। गुमटी नंबर दो हरिजन टोला के समीप रहने वाले प्रकाश पासवान ने बताया कि वे सभी भूमिहीन हैं और उनके पास रहने के लिए कोई जमीन नहीं है, जिसके कारण पिछले 30-40 वर्षों से उनका परिवार रेलवे लाइन के किनारे घर बनाकर रह रहा है। ललन कुमार दास ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में बेघरों और भूमिहीनों को आवास देते हैं, इसलिए वे सभी अपनी समस्या प्रधानमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री तक पहुंचाना चाहते हैं। बताया कि उन सभी भूमिहीन झुग्गी-झोपड़ी वासियों की सरकार और प्रशासन से मांग है कि रेलवे की जमीन से हटाने से पूर्व उनलोगों को बसाने का काम किया जाय, जिससे उनके पास भी अपना घर हो। जहां से अपनी रोजी-रोटी चला सकें। अरविंद कुमार दास और सुमंत कुमार पासवान ने बताया कि पुरानी छोटी लाइन के किनारे सालों से झोपड़ी बनाकर रहते हैं लेकिन अब रेलवे ने उस जगह को 25 फरवरी तक खाली करने का नोटिस दिया है। उन्होंने बताया कि वे सभी मजदूरी, ठेला चलाने, साग-सब्जी बेचने, और मोची का काम करते हैं, इसलिए जमीन खरीदने के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं। बताया कि रेलवे से उनका कोई विरोध नहीं है लेकिन सरकार और प्रशासन द्वारा बिना बसाए उनलोगों की झोपड़ी को उजाड़ा गया तो आने वाले चुनाव में आवास नहीं तो वोट नहीं के मुद्दे पर आगे बढ़कर सरकार को जवाब देंगे। वहीं झुग्गी वासियों ने बताया कि कई बार मंत्री, नेताओं और जिला प्रशासन के पदाधिकारियों से मिले लेकिन सालों से उनलोगों को केवल आश्वासन ही मिलता आया है।
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