विक्रमशिला एक्सप्रेस की दूसरी रैक में भी एचओजी तकनीक
विक्रमशिला एक्सप्रेस की दूसरी रैक भी एचओजी (हेड ऑन जेनरेशन) एलएचबी रैक में परिणत हो गई है। मसलन अब इस ट्रेन में एसी, पंखे और रोशनी ईंजन की बिजली से ही...
विक्रमशिला एक्सप्रेस की दूसरी रैक भी एचओजी (हेड ऑन जेनरेशन) एलएचबी रैक में परिणत हो गई है। मसलन अब इस ट्रेन में एसी, पंखे और रोशनी ईंजन की बिजली से ही चलेगी।
ऐसा होने से इस ट्रेन में एक यात्री कोच के बराबर अतिरिक्त सीटें हो जाएगी। क्योंकि बिजली व्यवस्था के लिए साथ में चलने वाली दो पावर कार में आधी आधी बोगी पैसेंजर बोगी बन जाएगी।शनिवार को जोनल मुख्यालय से इसकी घोषणा की गई। इसके साथ-साथ तीन और ट्रेनों में इस तकनीक की रैक लगायी गई है।
पूरे डिविजन में यह पहली रैक है जो एचओजी सिस्टम में कन्वर्ट की हुई। हालांकि शनिवार को इसके अतिरिक्त मालदा इंटरसिटी एक्सप्रेस को भी एचओजी में परिणत किया गया। हालांकि विक्रमशिला एक्सप्रेस के लिए अबतक वह नया कोच नहीं आया है जिसमें आधी बोगी पैसेंजर के लिए है। अभी पावर कार को बस एचओजी तकनीक में परिणत कर दिया गया है।
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