सिंचाई विभाग के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर की पटना में कोरोना से मौत
अगर आप घर से बाहर निकल रहे हैं तो जरा सतर्क हो जाएं। आपकी जरा सी लापरवाही से जान सांसत में आ सकती है। याद रखें कोरोना का कहर अभी थमा नहीं...
भागलपुर, कार्यालय संवाददाता
अगर आप घर से बाहर निकल रहे हैं तो जरा सतर्क हो जाएं। आपकी जरा सी लापरवाही से जान सांसत में आ सकती है। याद रखें कोरोना का कहर अभी थमा नहीं है। बीते सात दिन में कोरोना के 19 नये मामले जांच में पाये गये तो बुधवार को जिले के एक कोरोना संक्रमित बुजुर्ग की मौत एम्स पटना में इलाज के दौरान हो गयी। तातारपुर निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग सिंचाई विभाग से बतौर एक्जीक्यूटिव इंजीनियर पद से रिटायर हो चुके हैं। उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी तो 15 फरवरी की शाम में उन्हें मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां जांच में वे कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे। इलाज के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी तो वे 17 फरवरी को पटना रेफर हो गये। उन्हें पटना एम्स में भर्ती कराकर इलाज कराया जा रहा था। जहां इलाज के दौरान बुधवार की शाम में उनकी मौत हो गयी।
सरकारी अस्पतालों में उड़ रही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां
बुधवार को सदर अस्पताल का सुबह साढ़े दस बजे से लेकर पूर्वाह्न 11 बजे तक और 12 बजे से मायागंज अस्पताल में दोपहर 12 बजे से लेकर एक बजे तक पड़ताल की गयी तो पता चला कि दोनों अस्पतालों में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां जमकर उड़ रही हैं। सदर अस्पताल के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर तो लोग बिना मास्क लगाये और ओपीडी के बाहर कतार में एक-दूसरे से सटकर इलाज के लिए अपनी-अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। हां, ओपीडी कक्ष में डॉक्टर के सामने लोग मास्क लगाकर जाते दिखे और बाहर निकलने के बाद उसे फेंक दे रहे थे। सदर अस्पताल में कोरोना जांच सेंटर तो कबका बंद हो चुका है। सेनिटाइजेशन टनल से लेकर थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था सदर अस्पताल से लेकर मायागंज अस्पताल में कहीं नहीं दिखी।
मायागंज अस्पताल में बिना मास्क घूमते मिले लोग
मायागंज अस्पताल के ओपीडी में हर चौथा व्यक्ति बिना मास्क का मिला तो ओपीडी के फर्श पर बनाये गये घेरे तो दिख रहे थे, लेकिन उस सर्किल में कोई खड़ा नहीं था। डिजिटल थर्मल स्कैनिंग का कहीं पता नहीं था तो इमरजेंसी में बिना मास्क के ही लोग इलाज करने-कराने के लिए घुस रहे थे। यहां का सेनिटाइजेशन टनल तो छह माह पहले ही खराब हो चुका है तो कोरोना जांच के लिए आपको जुगाड़ या फिर डॉक्टर की मेहरबानी की दरकार होगी। यहां पर अपराह्न डेढ़ बजे बड़ी खंजरपुर के संजय पहुंचे थे कोरोना की जांच कराने तो उन्हें बताया गया कि कोरोना जांच के लिए कल यानी गुरुवार को आयें।
कोरोना को लेकर सदर अस्पताल में कंट्रोल रूम शुरू
कोरोना को लेकर सरकार हरकत में आयी तो सदर अस्पताल में बुधवार को एक बदलाव देखने को मिला। यहां पर बंद पड़ा कोरोना कंट्रोल रूम एक बार बुधवार से पुन: शुरू कर दिया गया। यहां पर हरेक पाली में लोगों को कोरोना संबंधी सहायता के लिए एक-एक आयुष चिकित्सक (कुल तीन) की तैनाती की गयी है। सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार से कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आये लोगों की तलाश की गयी तो पता चला कि दो कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आये लोग दिल्ली रवाना हो गये हैं तो अन्य लोग शहर में ही हैं। एक महिला 14 फरवरी को कोरोना जांच में पॉजिटिव पायी गयी थी। इसके बाद उसके परिवार के दो सदस्यों ने आरटीपीसीआर जांच के लिए अपना-अपना सैंपल दिया है। जबकि बुधवार को एक 56 वर्षीय महिला जांच में कोरोना पॉजिटिव पायी गयी। लेकिन वह बिना अपना पता बताये ही वहां से निकल गयी। जिसकी तलाश में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगी हुई है।
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