बीएयू तैयार करेगा कृषि में महिलाओं के अनुकूल उपकरण
विशेष कृषि क्षेत्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की तैयारी जागरुकता के साथ दी जाएगी

भागलपुर, कार्यालय संवाददाता बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) सबौर खेती-किसानी को आसान और उन्नत बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। कृषि क्षेत्र में महिलाओं की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी हो, इसके लिए बीएयू ने कवायद शुरू की है। इसके तहत बीएयू के वैज्ञानिक कृषि क्षेत्र में उपयोग आने वाले उपकरणों को महिलाओं के अनुकूल तैयार करेंगे, ताकि महिलाएं आसानी से उन उपकरणों का प्रयोग कृषि क्षेत्र में कर सकें। बीएयू के कुलपति प्रो. दुनिया राम सिंह के नेतृत्व में अनुसंधान निदेशक डॉ. अनिल कुमार सिंह की टीम काम में लगी हुई है।
कुलपति ने कहा कि कृषि क्षेत्र में नवाचार और उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से स्टार्टअप को बढ़ावा दिया गया है। कृषि मशीनरी के तहत महिलाओं के अनुकूल उपकरण जैसे इलेक्ट्रॉनिक संचालित चारा कटर, मक्का थ्रेसर जैसी मशीनों को आसानी से चलाया जा सकता है। इससे महिलाएं भी आर्थिक विकास में अपनी भूमिका निभा सकेंगी। इसके अलावा पुरुषों के साथ वे भी कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग कर सकेंगी। कृषि क्षेत्र में तकनीक की भूमिका महत्वपूर्ण होती जा रही है। ऐसे में यह पहल महिलाओं के लिए काफी कारगर सिद्ध होगी।
सबाग्रीस के नोडल ऑफिसर डॉ. अनिल कुमार सिंह ने कहा कि बीएयू का उद्देश्य न केवल कृषि तकनीक को बढ़ावा देना है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। कुलपति के निर्देशन में महिलाओं के लिए कृषि यंत्र संबंधी स्टार्टअप को शामिल किया गया है। इस स्टार्टअप के माध्यम से महिलाओं की भागीदारी किसानी में बढ़ेगी। साथ ही वे कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने के बाद राज्य के आर्थिक विकास में योगदान दे सकेंगी। इससे कृषि क्षेत्र में सामाजिक परिवर्तन लाया जा सकता है। इसके लिए महिलाओं को उपकरणों की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। साथ ही जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
कोट :
महिलाओं के अनुकूल कृषि उपकरणों को तैयार किया जाएगा। इससे कृषि क्षेत्र में महिलाएं आत्मनिर्भर होकर सामने आएंगी। इस पर वैज्ञानिकों की टीम काम कर रही है।
-प्रो. दुनिया राम सिंह, कुलपति बीएयू
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