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एचओडी मेडिसिन के आदेश पर अस्पताल अधीक्षक का वीटो

एचओडी मेडिसिन ने ओपीडी की दो नर्सों को इमरजेंसी मेडिसिन में किया ट्रांसफर दो दिन

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरWed, 30 Oct 2024 01:17 AM
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भागलपुर, वरीय संवाददाता। मायागंज अस्पताल में इन दिनों दो पदाधिकारियों के बीच कोल्ड वार की स्थिति है। एचओडी मेडिसिन ने अपने विभाग की दो नर्सों का विभागीय ट्रांसफर कर दिया तो दो दिन में ही अस्पताल अधीक्षक ने इस आदेश को रद्द कर दिया। आदेश व रद्द करने को लेकर एचओडी व अस्पताल अधीक्षक आमने-सामने आ गये हैं। चर्चा है कि एचओडी ने जहां इस आदेश के रद्द होने को पूर्व निर्धारित गाइडलाइन का अवहेलना करार दिया है तो वहीं दूसरी तरफ अधीक्षक ने रद्द किए जाने संबंधी आदेश को तत्काल दीवाली एवं छठ पूजा के मद्देनजर लिया गया निर्णय करार दे रहे हैं। 26 अक्टूबर को एचओडी ने दो नर्सों को किया था ट्रांसफर, 28 को आदेश हुआ रद्द

26 अक्टूबर को एचओडी मेडिसिन डॉ. अविलेष कुमार ने ओपीडी के दवा वितरण केंद्र पर तैनात स्टाफ नर्स श्वेता कुमारी व अनुपा भारती का ट्रांसफर करते हुए इन दोनों को फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल के इमरजेंसी मेडिसिन वार्ड में काम करने का आदेश पारित किया था। जबकि फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल के इमरजेंसी मेडिसिन वार्ड में कार्यरत स्टाफ नर्स संगीता सिन्हा व वंदना कुमारी-2 को तत्काल प्रभाव से दवा वितरण केंद्र ओपीडी मेडिसिन में काम करने का आदेश जारी किया था। इस ट्रांसफर संबंधी आदेश को बीते 28 अक्टूबर को अस्पताल अधीक्षक ने अपरिहार्य कारणवश रद्द कर दिया।

बताया जाता है कि जिन स्टाफ नर्स का ओपीडी मेडिसिन के दवा वितरण केंद्र से हटाकर फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल के इमरजेंसी मेडिसिन वार्ड में किया गया था। इसमें से एक अधीक्षक नर्सिंग रीवा कुमारी की बेटी है तो दूसरी अस्पताल के चीफ फार्मासिस्ट संजय कुमार की बेटी है। चर्चा है कि चूंकि ट्रांसफर के बाद इन दोनों स्टाफ नर्सों को नई जगह पर काम करना पड़ता, इसलिए इनके माता-पिता ने जुगाड़ लगा दिया और ट्रांसफर संबंधी आदेश को रद्द करा दिया। इस बाबत एचओडी मेडिसिन डॉ. अविलेष कुमार ने अस्पताल अधीक्षक डॉ. केके सिन्हा से मिलकर कहा कि चूंकि मेडिसिन विभाग के सभी प्रकोष्ठों में काम को कराने की जिम्मेदारी उनकी है, ऐसे में उन्होंने बेहतर नर्सिंग व पारदर्शी व्यवस्था व नियमानुसार दोनों नर्सों का ट्रांसफर किया था। अगर आदेश रद्द हुआ है तो आगे विभाग में मरीजों के नर्सिंग में कोई लापरवाही होती है तो इसके जिम्मेदार वे नहीं बल्कि अस्पताल अधीक्षक होंगे। वहीं इस बाबत अस्पताल अधीक्षक डॉ. केके सिन्हा ने कहा कि नर्सों को उनके पूर्ववत स्थिति को बहाल करते हुए दीवाली व छठ पूजा तक काम करने देने के लिए ही इस आदेश को रद्द किया गया है। इसके बाद एचओडी मेडिसिन अपने हिसाब से इन नर्सों का ट्रांसफर कर सकते हैं।

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