अब सरकार मनाएगी मकर संक्रांति और वसंत पंचमी महोत्सव
राज्य में पहली बार सरकारी खर्च पर मनाया जाएगा दोनों महोत्सव कला, संस्कृति एवं
भागलपुर, वरीय संवाददाता। बिहार में पहली बार सरकारी खर्च पर मकर संक्रांति और वसंत पंचमी महोत्सव का सभी जिलों में आयोजन होगा। राज्य सरकार ने दोनों महोत्सव को सरकारी आयोजनों में शामिल किया है। इसको लेकर कला, संस्कृति एवं युवा विभाग ने जिलों को आयोजन पर संभावित खर्च का आवंटन उपलब्ध कराया है। विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को आयोजन सफल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। दोनों महोत्सव के आयोजन के लिए सभी जिलों को चार-चार लाख (दो-दो लाख रुपये प्रति महोत्सव) रुपये भेजे गए हैं। सांस्कृतिक कार्य निदेशक ने सभी जिलों के कोषागार को भी आवंटन का पत्र भेजा है। जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी अंकित रंजन ने बताया कि बिहार में मकर संक्रांति (14 या 15 जनवरी) को उत्सव के रूप में मनाया जाता है। प्रदेश की 70 फीसदी आबादी ग्रामीण परिवेश से जुड़ी है। गांवों में नई फसल की कटाई पर घर आए अन्न का स्वागत उत्सव के रूप में मनाने की परंपरा सदियों पुरानी रही है। यही वजह है कि संक्रांति पर चूड़ा-दही और खिचड़ी खाने का रिवाज है। संक्रांति पर पतंग उड़ाने की परिपाटी भी दशकों पुरानी है। गांवों में इस दिन खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित होती हैं। संक्रांति पर अंग क्षेत्र के भागलपुर, बांका, मुंगेर आदि जिलों में उमंग चरम पर रहती है। बांका स्थित मंदार पर्वत पर बृहद आयोजन भी होता है। इसलिए संक्रांति पर भागलपुर में भी बड़े आयोजन की तैयारी की जा रही है।
3 फरवरी को वसंत पंचमी महोत्सव मनाया जाएगा
अंकित रंजन ने बताया कि बिहार में सरस्वती पूजा पर शहर से गांव तक धूम रहती है। शिक्षण संस्थान ही नहीं, सरकारी कार्यालयों में भी अवकाश रहता है। वर्ष 2025 में तीन फरवरी को वसंत पंचमी मनाया जाएगा। इस दिन महोत्सव को कैसे मनाया जाएगा। इसको लेकर विभाग से दिशा-निर्देश की प्रतीक्षा की जा रही है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।