बहादुरपुर पहुंचे आयुक्त, सभा स्थल की तैयारियों से हुए अवगत
बीएयू भी गए, यहां हो रहे सीएम के कार्यक्रम की तैयारी जानी बहादुरपुर जाने वाली
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भागलपुर/सबौर, हिन्दुस्तान टीम। एक फरवरी को प्रस्तावित मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा की आधिकारिक घोषणा के बाद शनिवार को प्रमंडलीय आयुक्त दिनेश कुमार सबौर के बहादुरपुर पहुंचे। यहां तमाम आलाधिकारियों के साथ प्रगति यात्रा के लिए विभिन्न कार्यक्रम स्थलों पर किए जा रहे कार्यों का भ्रमण कर बारीकी से मुआयना किया और आवश्यक निर्देश दिए। आयुक्त ने बरारी पंचायत के बहादुरपुर उच्च विद्यालय में बनाए जा रहे बास्केटबॉल कोर्ट, बैडमिंटन कोर्ट, वॉलीबॉल कोर्ट, फुटबॉल मैदान, रनिंग ट्रैक, आंगनबाड़ी में पोषण वाटिका का निर्माण कार्य एवं पंचायत सरकार भवन का शिलान्यास स्थल का अवलोकन किया और जरूरी निर्देश दिए। आयुक्त ने उच्च विद्यालय के समीप ही जल जीवन हरियाली के तहत विकसित किए जा रहे तालाब का भी गहन निरीक्षण किया। मौके पर मौजूद डीएम ने बताया कि तालाब के दो और घाट का निर्माण किया जा रहा है। एक ओर जल, जीवन, हरियाली पार्क का निर्माण किया जा रहा है। जीविका के ग्राम संगठन के लिए भी एक कार्यालय बनाया जा रहा है। तालाब में मछली पालन कराया जाएगा। तालाब का रंग-रोगन जल जीवन हरियाली की विषय वस्तु पर किया जा रहा है। तालाब के एक ओर पौधरोपण भी कराया जाएगा।
बीएयू भी गए आयुक्त, निदेशक ने कार्यक्रम की दी जानकारी
आयुक्त ने मुख्यमंत्री के आगमन के रास्ते का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बहादुरपुर उच्च विद्यालय के बगल में बनाए जा रहे सड़क के किनारे पेवर ब्लॉक लगाने और हरियाली विकसित करने के निर्देश दिए। भ्रमण के क्रम में वे बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर में बनाये गए कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया। इस अवसर पर बीएयू के निदेशक (बीज प्रक्षेत्र) ने बताया कि एक फरवरी को मुख्यमंत्री जैव प्रौद्योगिकी महाविद्यालय की आधारशिला भी रखेंगे। सबौर में बायोटेक्नोलॉजी कॉलेज बन जाने से यहां जैव प्रौद्योगिकी में बीएससी, एमएससी और स्नातकोत्तर के छात्र अध्ययन कर सकेंगे। वर्तमान में बीएससी के छात्र अध्ययन कर रहे हैं, जो अन्य बिल्डिंग भवन में चल रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि कार्य के लिए मौसम की विस्तृत जानकारी के लिए एक सॉफ्टवेयर विकसित किया गया है। जिससे हर पंचायत के किसानों को कृषि के लिए मौसम की जानकारी मिल सकेगी। इसका लोकार्पण भी मुख्यमंत्री करेंगे।
निदेशक ने बताया कि एनएबीएल एक्रेडिटेड लैबोरेट्री की मान्यता मिल गई है। इस लैबोरेट्री से सभी कृषि उत्पाद की जांच की जाएगी। अब तक लोग बाहर जाकर अपने कृषि उत्पाद की जांच करवाते थे। लेकिन अब कृषि उत्पाद की जांच यहीं हो जाएगी। इसके प्रमाणपत्र की मान्यता विश्व स्तर पर है। निदेशक ने कहा कि इसके साथ ही एक म्यूजियम की भी स्थापना की जा रही है। विश्वविद्यालय द्वारा अब तक जितनी भी कृषि उत्पाद प्रजाति विकसित की गई है। उसकी प्रदर्शनी लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मखाना बिहार का धरोहर है और डाक विभाग द्वारा इस पर लिफाफा जारी किया जा रहा है। जिसका विमोचन भी मुख्यमंत्री करेंगे।
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