Hindi Newsबिहार न्यूज़भागलपुरBihar Academy Criticizes Government s Notification of Maithili as Classical Language

मैथिली को शास्त्रीय भाषा बनाने के अनुरोध को ठहराया अनुचित

भागलपुर के प्रो. (डॉ) लखन लाल सिंह आरोही ने बिहार सरकार द्वारा मैथिली भाषा को शास्त्रीय भाषा के रूप में अधिसूचित करने के निर्णय को अनुचित और पक्षपातपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि मैथिली, अन्य भाषाओं...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरThu, 21 Nov 2024 01:04 AM
share Share

भागलपुर, वरीय संवाददाता मैथिली भाषा को बिहार सरकार की ओर से शास्त्रीय भाषा के रूप में अधिसूचित करने को केन्द्र सरकार को अनुरोध भेजने को बिहार अंगिका अकादमी पटना के निवर्तमान अध्यक्ष प्रो. (डॉ) लखन लाल सिंह आरोही ने अनुचित और पक्षपातपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा है कि बिहार की अन्य भाषाओं के समान मैथिली भी आधुनिक आर्य भाषा है, जो मगधी अपभ्रंश से विकसित हुई है। भारत की शास्त्रीय भाषा संस्कृत और तमिल के समान मैथिली प्राचीन भाषा नहीं है। पहले भी बिहार की अन्य भाषाओं अंगिका, मगही, भोजपुरी और बज्जिका की उपेक्षा कर बिहार सरकार ने मैथिली को संविधान की अष्टम अनुसूची में दर्ज कराया है। सरकार का यह फैसला अनुचित है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें