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बोले भागलपुर: दक्षिणी क्षेत्र के लोगों को मिले सरकार की योजनाओं का लाभ

भागलपुर के दक्षिणी क्षेत्र में नागरिक समस्याओं का अंबार है। स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी, जलजमाव, सड़कें जर्जर और नशे की बढ़ती समस्या लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन और सरकार...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरSat, 26 April 2025 07:06 PM
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बोले भागलपुर: दक्षिणी क्षेत्र के लोगों को मिले सरकार की योजनाओं का लाभ

भागलपुर नगर निगम अंतर्गत दक्षिणी क्षेत्र स्थित आधा दर्जन वार्डों में जन समस्याओं का अंबार है। मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे इस इलाके के लोगों को सरकार की योजनाओं का अपेक्षित लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस कारण इलाके के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के रहते यहां स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वहीं दूसरी ओर नशे के बढ़ते चलन और कारोबार के कारण युवा पीढ़ी दिन-ब-दिन नशे की गिरफ्त में आ रही है। जो युवाओं के भविष्य के साथ पारिवारिक और समाजिक स्तर पर खतरे की घंटी है। मिरजानहाट मोहद्दीनगर के लोगों ने बताया कि नशा परिवार और समाज को बर्बाद करता जा रहा है। बच्चे और युवा पीढ़ी असामाजिक तत्वों के बहकावे में आकर अपने बेहतर भविष्य की जगह गलत रास्ते पर काफी दूर निकल जाते हैं। जिससे अभिभावकों को भी शर्मसार होना पड़ता है। राज्य सरकार और जिला प्रशासन को इस ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है, ताकि नशे के कारोबार में लिप्त असामाजिक तत्वों पर नकेल कसी जा सके और छात्रों एवं युवाओं को इस दलदल से बाहर निकाल कर बेहतर जीवन की ओर आगे बढ़ाया जा सके।

इसको लेकर मोहद्दीनगर दुर्गा स्थान समिति के अध्यक्ष राकेश रंजन केशरी ने बताया कि दक्षिणी क्षेत्र की समस्याओं पर किसी भी जनप्रतिनिधि या प्रशासन का ध्यान नहीं जाता है। इस कारण यहां के नागरिकों द्वारा हर क्षेत्र में बेहतर मुकाम प्राप्त करने के बाद भी इस क्षेत्र के विकास को उपेक्षित किया जा रहा है। सड़क हो या नाला की स्थिति, अस्पताल हो या साफ-सफाई की व्यवस्था, सभी मामले में यह इलाका पिछड़ा हुआ है। अस्पताल में डॉक्टर की मौजूदगी नहीं रहती है। इस कारण मरीजों को कई बार वापस सदर अस्पताल, मायागंज अस्पताल या निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता है। खासकर गरीब परिवार के लोगों के पास पैसे का अभाव होने के कारण उनके लिए निजी क्लीनिकों में इलाज कराना मुश्किल होता है। दक्षिणी क्षेत्र में बेहतर सरकारी असपताल की व्यवस्था नहीं होने से कई बार शहर के बड़े अस्पतालों तक पहुंचने में जाम की समस्या से काफी देर हो जाती है और मरीजों को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ता है। इसके अलावा कई जगहों पर नाला के पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। कई इलाकों में नाला होने के बावजूद साफ-सफाई की मुकम्मल व्यवस्था नहीं होने से जलजमाव हो जाता है, जिससे लोगों को परेशानी होती है।

स्थानीय निवासी मनीष कश्यप ने बताया कि वार्ड नंबर 41, 42, 43, 44, 45, 46, 49 और 50 की जनता जर्जर सड़क, हल्कि बारिश में भी जलजमाव, पेयजल आपूर्ति, नाला जाम समेत कई तरह की समस्या से ग्रसित है। लेकिन नगर निगम प्रशासन, जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। उन्होंने बताया कि वार्ड नंबर 44 में नाला बनाया गया, लेकिन नाला में बारिश या किसी कारण सड़क पर बहने वाला पानी नाला में चला जाय, इसके लिए नाला के उपर या बगल में कोई छिद्र नहीं छोड़ा गया है। इसके कारण बारिश होने पर सड़कों पर पानी जमा हो जाता है। जिससे आवागमन में परेशानी होती है। वहीं वार्ड नंबर 49 में बने नाला पर ढक्कन नहीं लगाया गया है। इसके कारण स्कूल कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राओं को आवागमन में परेशानी होती है।

स्थानीय निवासी अनिल कुमार साह ने बताया कि बागबाड़ी परिसर स्थित बाजार समिति परिसर में वर्षों से सड़क के साथ अन्य कई सुविधाएं नगण्य है। बिहार सरकार द्वारा इस बार बजट में बाजार समिति को विकसित करने के लिए घोषणा भी की गई है। यहां पर जिला प्रशासन द्वारा सुविधाएं एवं व्यवस्था विकसित करने पर स्थानीय निवासियों के साथ व्यापारी एवं किसान वर्गों के लोगों को काफी लाभ होगा। साथ ही बेकार पड़ी खाली जमीन का सदुपयोग और खेल का मैदान एवं पार्क भी विकसित होगा। पुराना नाला की उड़ाही नहीं होती है। जिससे पानी का बहाव अवरुद्ध हो जाता है और पानी सड़क पर बहने लगता है। उन्होंने बताया कि पानी के लिए पाइपलाइन बिछायी गयी है, लेकिन लोगों के घरों तक अभी भी पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। नाला के पानी का बहाव अवरुद्ध हो जाने के कारण गंदा पानी सड़क पर बहने लगता है।

दक्षिणी क्षेत्र आज प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार

दक्षिणी क्षेत्र के स्थानीय निवासी वरिष्ठ शिक्षविद डॉ. महादेव प्रसाद साह ने बताया कि दक्षिणी क्षेत्र भागलपुर के लिए अन्नपूर्णा नगरी थी। सरकार और स्थानीय प्रशासन के ढुलमुल रवैये के कारण समय के साथ यह सम्मान भी समाप्त होता चला गया। इलाके में सड़क, नाला और पानी की समस्या के साथ और भी कई तरह की परेशानियों का सामना दक्षिणी क्षेत्र की जनता को करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि भागलपुर के पूरे दक्षिणी क्षेत्र में खेलने या टहलने के लिए एक मात्र खुली जगह गेंदखाना मैदान है। जिसको प्रशासन द्वारा व्यवस्थित कर चारदीवारी का निर्माण कराया जाना चाहिए। इससे छोटे बच्चों के साथ और स्कूल कॉलेज के छात्रों को भी खेलकूद और शारीरिक गतिविधि में आगे बढ़ने के लिए नियमित अभ्यास करने का मौका मिलेगा। उन्होंने बताया कि दक्षिणी क्षेत्र के रहने वाले निवासियों ने देश को एक से बढ़कर एक विभूतियों को दिया है। इसके बाद भी नगर निगम प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा क्षेत्र के विकास कार्य को आगे बढ़ाने के लिए कोई पहल नहीं की गई है।

मोहद्दीनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं का अभाव

मोहद्दीनगर दुर्गा स्थान के अध्यक्ष राकेश रंजन केशरी ने बताया कि दक्षिणी क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण पीएचसी में मेटरनिटी हॉल समेत इलाज के लिए कई तरह की सुविधाओं का अभाव है। पहले स्वास्थ्य केंद्र में गर्भवती महिलाओं के प्रसव के लिए यहां आधा दर्जन से अधिक बेड की व्यवस्था थी, लेकिन समय के साथ सारी सुविधाएं भी नगण्य हो गईं। पूर्व में पीएचसी में प्रभारी समेत महिलाओं और बच्चों के इलाज के लिए तीन चिकित्सक की तैनाती की गई थी। जिससे मरीजों को वहां बेहतर सुविधा मिल सकती थी। वहीं मोहद्दीनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक होमियोपैथी चिकित्सक नियमित रूप से मौजूद रहते हैं और फिजीशियन डॉक्टर सप्ताह में महज दो दिन ही पीएचसी में आते हैं। जिसका खामियाजा गरीब और असहाय लोगों को इलाज के दौरान उठाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को अपग्रेड करने की जरूरत है, ताकि दक्षिणी क्षेत्र जैसे बड़े इलाके की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके।

जलजमाव और नाला के पानी निकासी की क्षेत्र में समस्या

समाजसेवी और स्थानीय निवासी विजय साह ने बताया कि भागलपुर के दक्षिणी क्षेत्र मिरजानहाट से महेशपुर अलीगंज चौक तक सड़क और ढक्कन समेत नाला के लिए 3 करोड़ 84 लाख योजना से सड़क और नाला निर्माण कार्य पूरा हुआ था, लेकिन जगह-जगह पाइपलाइन बिछाने या अन्य कारणों से सड़क तोड़कर जर्जर अवस्था में छोड़ दिया गया। मिरजान क्षेत्र का नाला उड़ाही एवं सफाई नहीं होने के कारण पूरी तरह से जाम हो गया है। इस कारण कई घरों और सड़कों पर नाला और बारिश का पानी जमा हो जाता है। उन्होंने बताया कि सरयूदेवी बालिका विद्यालय के समीप अंग्रेजों के जमाने में निर्मित पुलिया के ऊपर ही पुलिया निर्माण करा दिया गया, जिसके कारण नाला के पानी की निकासी बाधित हो गई है। इसको लेकर भागलपुर की महापौर डॉ. बसुंधरा लाल ने पुराना नाला तोड़कर पानी निकासी की व्यवस्था कराने का भरोसा दिया है। साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं होने के कारण गंदगी फैल जाती है, जिससे मच्छरों का आतंक बीमारी का कारण बनता जा रहा है। साथ ही बताया कि पानी के लिए पाइपलाइन बिछाया गया है, लेकिन लोगों के घरों तक अभी भी पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।

व्यावसायिक गतिविधि का केंद्र रहा दक्षिणी क्षेत्र में विकास नहीं

मिरजानहाट मोहद्दीनगर निवासी शिक्षाविद डॉ. राजीव कुमार पोद्दार ने बताया कि भागलपुर विधानसभा क्षेत्र थोक व्यापारी, खुदरा व्यापारी और फुटकर विक्रेताओं समेत कई तरह से व्यावसायिक गतिविधि का केंद्र रहा है। लेकिन पिछले काफी वर्षों से दक्षिणी क्षेत्र उपेक्षित रह गया है। इस क्षेत्र के लोग व्यावसायिक रूप से काफी सक्षम रहे हैं। बावजूद प्रशासन और सरकार की ओर से इस इलाके के विकास कार्य पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। शहर के मुख्य बाजार समेत कई छोटे-बड़े बाजारों में थोक एवं खुदरा व्यापारी के साथ फुटकर विक्रेता भी दक्षिणी क्षेत्र के रहने वाले हैं। आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक तौर पर प्रबुद्ध लोगों की बड़ी आबादी इस इलाके में निवास करती है। लेकिन प्रशासनिक दृष्टि से दक्षिणी क्षेत्र के निवासी अपने आप को ठगा सा महसूस करते हैं। दक्षिणी क्षेत्र में कृषि विभाग के अंतर्गत आने वाली बाजार समिति की सैकड़ों एकड़ जमीन खाली और अव्यवस्थित पड़ी हुई है। बाजार समिति को विकसित करने से स्थानीय निवासियों के साथ व्यापारी एवं किसान वर्गों के लोगों को काफी लाभ होगा। साथ ही बेकार पड़ी खाली जमीन का सदुपयोग हो सकेगा।

इनकी भी सुनिए

दक्षिणी क्षेत्र में कुछ दशक पूर्व तक करीब 30 से 40 पोखर और तालाब हुआ करता था, लेकिन आज मिरजानहाट से अनाज मंडी या आसपास में एक भी पोखर नहीं बचा है। पूरे दक्षिणी क्षेत्र में एकमात्र महादेव तालाब दिखाई दे रहा है, जहां पूजा पर्व में लोगों की भीड़ जुटती है।

-पृथ्वी चन्द्र साहा

दक्षिणी क्षेत्र के हजारी पासी लेन में करीब 80 फीसदी आबादी गरीब तबके की है, जिनके पास जर्जर सड़क के साथ नाला के पानी निकासी की गंभीर समस्या है। मिरजानहाट हाई स्कूल और सकरूल्लाचक लोहार टोली में नाला होने के बावजूद पानी निकासी की व्यवस्था ठीक नहीं है।

-जगदेव शर्मा

वार्ड नंबर 50 के कागजी टोला लेन में सड़क पर कीचड़ फैला रहता है। जिसके कारण सड़क चलने लायक नहीं रह जाती है। मध्य विद्यालय मोहद्दीदनर और कुतुबगंज विद्यालय में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पाती है। मजदूरों को बिना शेड के काम के लिए मिरजानहाट में काफी देर धूप में खड़ा रहता पड़ता है।

-सुनील चुनिहारा

दक्षिणी क्षेत्र स्थित वार्ड नंबर 43 गुलाबी बाग लेन में एक प्याउ पर करीब पांच सौ लोग निर्भर हैं, जिसके कारण इलाके के लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ता है। काफी पहले बनी सड़क और नाला जर्जर होने के साथ सफाई व्यवस्था भी बुरी है। बिजली के पोल पर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं होने से अंधेरा होने पर परेशानी बढ़ जाती है।

-आलोक कुमार

मिरजानहाट शीतला स्थान से अलीगंज महेशपुर मार्ग में रोजाना काफी लोगों का आवागमन होता है। इस मार्ग में कई स्कूल होने के साथ मिरजानहाट बाजार भी है जहां हजारों लोग अपने जरूरत के सामान की खरीदारी करने आते हैं। लेकिन इतने व्यस्त इलाके में नगर निगम निगम प्रशासन द्वारा एक भी यूरिनल, शौचालय और यात्री शेड की कोई व्यवस्था नहीं है।

-भरत कुमार गुप्ता

कमलनगर कॉलोनी जाने वाली सड़क काफी संकरी हो गई है। जिसके कारण एक साथ दो छोटे वाहन और साइकिल भी निकलने में परेशानी होती है। सड़क की चौड़ाई कम होने और नाला पर ढक्कन नहीं लगे होने के कारण कॉलोनी के लोगों को आवागमन के दौरान नाले में गिरने का डर बना रहता है। सड़क की चौड़ाई बढ़ाने के साथ खुले नाला को ढका जाना चाहिए।

-नितो गोपाल सिन्हा

पोषण साह लेन में पानी की पाइपलाइन नहीं बिछायी गई है। जहां पर पाइपलाइन बिछायी जा चुकी है, वहां पर लोगों के घरों तक कनेक्शन और सप्लाई पानी पहुंचाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। इसके कारण इलाके के लोगों को काली मंदिर के पास से पानी ढोकर मंगाना या लाना पड़ता है। प्रशासन को जलापूर्ति की व्यवस्था दुरुस्त करानी चाहिए।

-विद्यानंद झा

भागलपुर शहर का दक्षिणी क्षेत्र और समस्या एक दूसरे का पर्याय बन चुकी है। नाला के पानी की कोई व्यवस्था नहीं होने से क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जलजमाव की समस्या से निजात के लिए सबसे पहले नाला के पानी की निकासी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे बारिश हो या घरों से निकलने वाला पानी परेशानी का कारण न बने।

-कृष्णा साह

दक्षिणी क्षेत्र प्रशासन और सरकार द्वारा पूरी तरह से उपेक्षित किया जा रहा है। बिहार के प्रथम डीजीपी ज्ञानेन्द्र नारायण दक्षिणी क्षेत्र के रहने वाले थे। इसके अलावा भी देश में कई उच्च पदों तक पहुंचने वाले सम्मानित लोग दक्षिणी क्षेत्र के निवासी रहे हैं। स्मार्ट सिटी की योजना में शहर के कई वार्ड को शामिल किया गया, लेकिन दक्षिणी क्षेत्र का सभी वार्ड स्मार्ट सिटी परियोजना से अछूता रहा।

-सत्यनारायण प्रसाद

शीतला स्थान से अलीगंज तक रोड जर्जर अवस्था में है। सड़क खराब होने के कारण कई बार मोटरसाइिकल सवार असंतुलित हो घायल हो जाते हैं। कूड़ा उठाव की व्यवस्था ठीक नहीं है। जिसके कारण स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था भी मुकम्मल नहीं है।

-राजेश कुमार लाल

दक्षिणी क्षेत्र का एक मात्र मैदान गेंदखाना मैदान है। जहां बच्चे खेलकूद या मनोरंजन कर सकते हैं। लेकिन इसकी भी स्थिति जीर्ण-शीर्ण है। भागलपुर जिला और नगर निगम प्रशासन को इस ओर ध्यान देकर गेंदखाना मैदान का सौंदर्यीकरण कर उसमें पार्क का निर्माण कराया जाना चाहिए। सकरूल्लाचक काली मंदिर के पीछे रोड निर्माण नहीं हुआ है, जिससे बारिश होने पर पूरा इलाका पानी में डूब जाता है।

-सत्यनारायण मंडल

मिरजानहाट इलाके से हर क्षेत्र में सक्षम और समृद्धशाली लोगों की भरमार है। लेकिन जब बात सुरक्षा और जनसुविधाओं की आती है तो यह इलाका पूरी तरह से उपेक्षित पड़ा हुआ है। जिले के वरीय पदाधिकारी और नगर निगम प्रशासन को विकास कार्य के लिए विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

-डॉ. एसएन मिश्रा

शिकायतें

1. आर्थिक और राजनीतिक रूप से समृद्ध होने के बाद भी भागलपुर शहर का दक्षिणी क्षेत्र विकास कार्यों और जनसुविधाओं से वंचित है।

2. बाजार समिति की व्यवस्था समाप्त होने के कारण दक्षिणी क्षेत्र और मिरजान मंडी के व्यावसायिक गतिविधियों पर बुरा प्रभाव पड़ा है।

3. मोहद्दीनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों का अभाव और मेटरनिटी हॉल की सुविधा नहीं होने से स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है।

4. पूरे दक्षिणी क्षेत्र में जर्जर सड़क, नाला की उड़ाही और साफ-सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने से जलजमाव की समस्या होती है।

5. नशे के फैलते कारोबार से छात्र युवाओं को निशाना बनाकर युवा पीढ़ी को नशे की गिरफ्त में लिया जा रहा है। यह भविष्य के लिए खतरे की घंटी है।

सुझाव

1. दक्षिणी क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने के लिए पीएचसी में डॉक्टरों और सुविधाओं को बढ़ाने के साथ व्यवस्था अपग्रेड करने की जरूरत है।

2. नशे के बढ़ते चलन एवं युवा पीढ़ी को नशे के चंगुल से बचाने और बाहर निकालने के लिए समाज और पुलिस प्रशासन को जागरूक होकर इसपर रोक लगानी चाहिए।

3. भागलपुर के दक्षिणी क्षेत्र और मिरजानहाट इलाके से हर क्षेत्र में सक्षम और समृद्धशाली लोगों की भरमार है। नगर निगम और जिला प्रशासन को विकास कार्य पर ध्यान देने की जरूरत है।

4.भागलपुर का दक्षिणी क्षेत्र पूरी तरह से विकास कार्य से उपेक्षित पड़ा हुआ है। प्रशासन द्वारा जलजमाव, सड़क, जलापूर्ति, नाला के पानी की निकासी की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाय।

5. शिक्षा व्यवस्था के साथ मूलभूत समस्याओं से घिरे दक्षिणी क्षेत्र में सरकार की योजनाओं का लाभ लोगों तक सही से पहुंचे, इसके लिए सभी को जागरूक होने की जरूरत है।

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