सुल्तानगंज से जल उठाने के लिए बने अपनी लुटकी, पैकेजिंग भी अपना हो : डीएम
प्रमंडल स्तरीय उद्यान प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता का उद्घाटन डीएम ने कृषि विभाग के अधिकारियों
भागलपुर, वरीय संवाददाता। जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने कहा कि बदलते परिदृश्य में अब सस्टेनेबल की जगह एक्सीलेंस डेवलपमेंट की जरूरत है। यह तभी संभव है कि किसी क्षेत्र की पहचान उसकी विशिष्टता से हो। हमें भागलपुर जिले को धर्मनगरी के रूप में पहचान स्थापित करनी होगी। यह तभी होगी, जब आस्था से जुड़े उत्पादों से अपनी पहचान हो। सुल्तानगंज से उठाए जाने वाले जल के लिए अपनी लुटकी हो। अपना जल हो तो फूल और बेलपत्र भी अपना हो। लुटकी को लपेटने वाला कपड़ा और अपना हो। पैकेजिंग भी अपनी हो। कृषि एवं उद्यान विभाग की जिम्मेदारी है कि इसके लिए रोडमैप बनाकर काम करें। उद्योग विभाग उद्योग स्थापित कराए और कृषि विभाग किसानों को फूल उगाने के लिए प्रशिक्षित करें।
तिलकामांझी स्थित कृषि भवन परिसर में आयोजित तीन दिवसीय प्रमंडल स्तरीय उद्यान प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता के उद्घाटन के मौके पर गुरुवार को डीएम ने उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि सुल्तानगंज में लाखों की संख्या में श्रद्धालु जल उठाते हैं। जल उठाने के लिए लुटकी से लेकर फूल, बेलपत्र से लेकर पैकेजिंग तक की आवश्यकता पड़ती है। उन्होंने उद्योग विभाग को निर्देशित किया गया है कि यहां कांवड़ के लिए जल उठाने वाली लुटकी का निर्माण के लिए उद्योग स्थापित कराएं। प्लास्टिक और पीतल की लुटकी का निर्माण यहीं हो जाए। बाहर से इन्हें मंगाने की व्यवस्था नहीं करने पड़ी।
इस मौके पर उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को कहा कि यहां के किसानों को फूल और बेलपत्र के उत्पादन और आपूर्ति के लिए प्रशिक्षित करें। ताकि सुल्तानगंज में फूल और बेलपत्र की आपूर्ति यहीं से हो सके। फूलों के उत्पादन के लिए मिट्टी की जांच कराएं। जरूरत पड़े तो उन खेतों के लिए दोमट मिट्टी की उपलब्धता सुनिश्चित करें। जमीन की कमी को देखते हुए वर्टिकल गार्डन विकसित करने के लिए लोगों को प्रेरित करें। इसकी शुरुआत समाहरणालय समेत अन्य विभागों से करें ताकि यहां आने वाले लोग इसको देखकर प्रेरित हों। इस दौरान जिला कृषि पदाधिकारी अनिल कुमार यादव, सहायक निदेशक उद्यान अभय कुमार मंडल, आत्मा के उप परियोजना निदेशक प्रभात कुमार सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
प्रदर्शनी देखने के लिए उमड़ी लोगों की भीड़
प्रमंडल स्तरीय उद्यान प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता में जिले के 65 श्रेणियों में कुल 939 प्रतिभागियों ने अपने उत्पादों को प्रदर्शित किया। इनमें सब्जी, फूल, सजावटी पौधे, शहद, मशरूम, कैक्टस, बोनसाई आदि को प्रदर्शित किया गया। सेब की तरह दिखने वाला बेर, बैंगनी और पीले रंग की फूल गोभी समेत विभिन्न प्रकार के फूल यहां लोगों के आकर्षण के केंद्र रहे। प्रदर्शित इन उत्पादों में 65 उत्पादों को प्रथम, 63 को द्वितीय और तृतीय तथा 60 को सांत्वना पुरस्कार के लिए चुना गया। सबसे ज्यादा पुरस्कार जीतने वाले को 5000 रुपये का विशिष्ट पुरस्कार दिया जाएगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।