अंगिका महोत्सव से भागलपुर में एक नई दिशा की हुई शुरुआत
भागलपुर में सैंडिस कम्पाउंड के ओपन थिएटर में दो दिवसीय अंगिका महोत्सव का समापन हुआ। मुख्य अतिथि डीएम सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। महोत्सव में कवियों और साहित्यिक विशेषज्ञों ने अंगिका भाषा और...
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भागलपुर, वरीय संवाददाता। सैंडिस कम्पाउंड स्थित ओपन थिएटर में गुरुवार को दो दिवसीय अंगिका महोत्सव का समापन हुआ। महोत्सव में डीडीसी सह प्रभारी डीएम मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। वहीं अपर समाहर्ता महेश्वर प्रसाद सिंह, डीआरडीए निदेशक दुर्गाशंकर, एसडीसी सामान्य शाखा मिथिलेश प्रसाद सिंह, जिला खेल पदाधिकारी जयनारायण कुमार आदि भी उपस्थित रहे। महोत्सव में कई प्रसिद्ध कवियों और अंगिका साहित्य के विशेषज्ञों ने भाग लिया और अंगिका भाषा एवं संस्कृति के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में अंगिका भाषा के प्रचार-प्रसार के महत्व को रेखांकित किया गया। साथ ही इस भाषा की सांस्कृतिक धरोहर को संजोने और आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। विभिन्न रचनाओं की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सभी ने अंगिका की सांस्कृतिक धरोहर को संजोने के लिए एकजुट होने का संकल्प लिया। वक्ताओं ने कहा कि अंगिका महोत्सव से भागलपुर में एक नई दिशा की शुरुआत हुई है। जहां इस क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को पुनः उजागर किया गया और अंगिका भाषा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
कविता व कहानी लेखन एवं किस्सागोई में मिला पुरस्कार
इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। जिनमें प्रतिभागियों ने अपनी काव्य रचनाओं और भाषणों के माध्यम से अंगिका भाषा की समृद्धि और संरक्षण का संदेश दिया। विजेताओं को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया। अंगिका कविता लेखन में पूर्णेंन्दु कुमार चौधरी को प्रथम, आनन्द को द्वितीय एवं चक्रधर को तृतीय पुरस्कार से, किस्सागोई के लिए संजय दिरवारी को प्रथम, सूरज कुमार भगत को द्वितीय एवं अर्पित चौधरी को तृतीय पुरस्कार से एवं कहानी लेखन के लिए चंद्रलोक भारती को प्रथम एवं सार्थक सिंह चिराग को द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसी प्रकार प्रेमचंद पाण्डेय, सच्चिदानन्द पाठक, विजेता मुद्गलपुरी, डॉ. ब्रह्मदेव कुमार, विकास सिंह गुलटी, डॉ. मंजीत सिंह किनवार, अनिरुद्ध प्रभाष, नन्द किशोर, डॉ. मीरा झा, राज कुमार, संजय दिरवारी, अर्पित चौधरी, अजय कुमार राय, राजेश कुमार झा, स्वेता भारती को कवि गोष्ठी, कविता गायन एवं लोक नृत्य के लिए सम्मानित किया गया है।
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