महादलित टोला में 30 परिवार आशियाना समेत पानी,सड़क और बिजली की सुविधा से वंचित
करीब 25 वर्ष पूर्व सरकार द्वारा बनाया गया आवास अधूरा खानाबदोश की जिंदगी बसर कर
कहलगांव, निज प्रतिनिधि। कहलगांव प्रखंड के कोदवार पंचायत स्थित वार्ड नंबर 10 के महादलित टोला आजादी के 77 साल बाद भी आवास सहित पानी, बिजली और सड़क की सुविधा से वंचित है। यहां करीब 30 महादलित परिवार रहते हैं। ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों से लेकर जिम्मेदारों को यहां के हालातों के बारे में पता है। इसे लेकर कई बार शिकायतें की गईं है लेकिन हुआ कुछ नहीं। जनप्रतिनिधियों की तरह अधिकारी भी कोरी घोषणाएं करने के अलावा कोई राहत नहीं दे सके हैं।
महादलित टोला में आवास योजना के तहत करीब वर्ष 2000 में सोलह परिवारों के लिए एक साथ 16 कमरा बरामदा बना था। लेकिन छत की ढलाई अभी तक नहीं हुई है। भवन भी जर्जर हो गया है। आज भी भीषण ठंड और गर्मी में प्लास्टिक की छत के नीचे जीवन बसर करने को मजबूर हैं। आंगनबाड़ी केंद्र और प्रारंभिक स्कूल भी डेढ़ किलोमिटर दूर रहने के कारण बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। यहां अधिकतर बच्चे कूड़े के ढेर से प्लास्टिक, लोहे चुनकर अपने परिवार का सहयोग करते हैं। यहां पहुंचने के लिए सड़क भी नहीं है। मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल का जल की सुविधा भी यहां नहीं है। महज एक चापानल यहां के 30 परिवारों के पीने की जरूरत को पूरा कर रहा है। शौच के लिए भी लोगों को रेलवे लाइन के किनारे खुले में जाना पड़ता है। बिजली नहीं रहने की वजह से शाम होते ही टोला अंधेरे में डूब जाता है।
पंचायत की मुखिया सीमा देवी ने बताया कि 20- 25 साल पूर्व उन लोगों का आवास योजना से आधा अधूरा आवास का निर्माण कराया गया है। आवास सहायक को आवेदन देकर उन लोगों का नाम आवास योजना में जोड़कर पूरा करने के लिए कहा गया है।
यह टोला एक सौ साल से ज्यादा पुराना है। पहले घोघा क्षेत्र में मृत पशु की हड्डी पीसने का एक मिल हुआ करता था। उसी हड्डी मिल को हड्डियां चुनकर देने के लिए उनके पूर्वज यहां आकर इसी जमीन पर बसे गये थे। वे दिन भर आसपास के क्षेत्र में घूमकर मृत पशुओं की हड्डियां चुनकर लाते और उसे मिल में बेचकर अपना भरण पोषण करते थे।
रुकमा देवी
मोहल्ले के सभी लोगों का वोटर लिस्ट में नाम है। समय पर जनप्रतिनिधि वोट मांगने आते हैं। लेकिन अब तक मोहल्ले के विकास के लिए कोई काम नहीं किया है।
शोभा देवी
आजाद भारत में आज के समय में भी अबतक बिजली की सुविधा नहीं है। कई लोगों ने मोबाइल ले लिया है। मोबाइल चार्ज करने के लिए घोघा बाजार समेत अन्यत्र जगहों पर ले जाकर चार्ज करना पड़ता है।
पद्दू ऋषि
सरकार की उपेक्षा का दंश इस गांव के लोग भोगते आ रहे हैं। इस मोहल्ले में न तो पेयजल की उपलब्धता के लिए कोई सरकारी योजना संचालित है। सरकारी सुविधा से बंचित उनका जीवन नरक समान है।
भगिया देवी
इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी राजीव रंजन ने बताया कि पंचायत सचिव और आवास सहायक को उक्त मोहल्ले में जाकर स्थिति के आकलन करने को कहा गया है। उचित कार्रवाई की जाएगी।
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