योगासन से कोरोना को हराने में मिली काफी मदद (मेरे सबक)
सैंपल टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर मुझे होम आइसोलेट कर दिया गया। परिवार के सदस्य सामने थे, लेकिन बैठकर बात नहीं कर सकते थे। आंगन व छत पर भी आना-जाना बंद था। मन ब्याकुल हो रहा था। एक दोस्त...
सैंपल टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर मुझे होम आइसोलेट कर दिया गया। परिवार के सदस्य सामने थे, लेकिन बैठकर बात नहीं कर सकते थे। आंगन व छत पर भी आना-जाना बंद था। मन ब्याकुल हो रहा था। एक दोस्त का फोन आया और उसने कहा कि वह योगासन, प्राणायाम करे, सब कुछ ठीक हो जाएगा। यह बातें चैनपुर के कमलेश कुमार ने कही। कमलेश ने बताया कि शारीरिक क्षमता के अनुसार सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, वृक्षासन, वीरभद्र आसन, पीठ के बल लेटकर पवन मुक्त आसन, सेतुबंध आसन, उत्तानपाद आसन, इसके बाद पेट के बल लेकर नाभ्यासन, भुजंग आसन, मार्जारी आसन, पश्चिमोत्तान आसन, गोमुख आसन, उष्ट्र आसन, अर्ध मत्स्ये्द्रिरयासन करने लगे। अब इसे मैं रूटिन में शामिल कर लिया। उसने बताया कि शरीर के अधिक कमजोर होने पर प्राणायाम में सांस की गति तेज नहीं होनी चाहिए। धीमी गति रखते हुए लंबे सांस के साथ पांच से दस मिनट अनुलोम विलोम, पांच से दस मिनट वशिष्ठ प्राणायाम, मैट पर पीठ के बल लेटकर कमर के नीचे तकिया रखकर छाती को ऊपर उठा लें और कुछ देर तक इसी में धीमी गति से सांस लेते रहे। सूर्य भेदी और चंद्रभेदी प्राणायाम भी इसमें बहुत लाभकारी है। उन्होंने कहा कि डरने की आवश्यकता नहीं है, विश्वास के साथ योग करें। इससे स्वस्थ रहेंगे। यह एक युद्ध है, जिसमें वायरस का हमला जीवन पर है, न कि किसी सेना या देश पर है। इसलिए आपको आत्मबल, आत्मविश्वास की आवश्यकता है। योग को दिनचर्या में शामिल कर खुद को स्वस्थ रखें।
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