सदर अस्पताल में थायराइड जांच की नहीं है सुविधा
मरीजों को निजी केंद्र पर करानी पड़ रही हैं जांच, जेब हो रही हैं ढीली बोले मरीज, थायराइड जांच के अभाव में नहीं हो पाता है उचित इलाज

मरीजों को निजी केंद्र पर करानी पड़ रही हैं जांच, जेब हो रही हैं ढीली बोले मरीज, थायराइड जांच के अभाव में नहीं हो पाता है उचित इलाज (पेज तीन की लीड खबर) भभुआ, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। सदर अस्पताल के पैथोलॉजी केंद्र में थायराइड जांच की सुविधा नहीं हैं। सदर अस्पताल में आने वाले मरीज डाक्टर से स्वास्थ्य जांच तो करा लेते हैं, लेकिन जब डाक्टर थायराइड जांच के लिए लिख देते हैं तो उसकी जांच कराने के लिए मरीजों को निजी केंद्र पर जाना पड़ता है। थायराइड जांच कराने में मरीजों व उनके परिजनों की जेब ढीली हो रही हैं। मरीजो को थायराइड जांच कराने के लिए निजी जांच केंद्रों में 1500 से लेकर 2000 रुपए तक खर्च कराना पड़ता हैं। पैसा अधिक खर्च करने के बाद भी थायराइड जांच की रिपोर्ट पटना या वाराणसी से दो-तीन दिनों में आती है। क्योंकि निजी जांच केंद्र के संचालक थायराइड की जांच के लिए मरीजों का ब्लड सैंपल लेकर पटना या फिर वाराणसी भेजते हैं। सैंपल देने के बाद मरीज आशंकित रहते हैं कि थायराइड जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव आएगी या निगेटिव। सदर अस्पताल में आने वाले मरीज व उनके परिजन कहते हैं कि थायराइड जांच के अभाव में उनका समुचित इलाज नहीं हो पाता हैं। क्योंकि गरीब तबका के मरीज या उनके परिजन इसकी जांच पर दो हजार रुपया खर्च करने में सक्षम नहीं हैं। संपन्न मरीज तो थायराइड जांच करा लेते हैं, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर मरीज नहीं करा पाते हैं। ऐसे में उनका उचित इलाज नहीं हो पाता है। कर्ज लेकर थायराइड की जांच कराएंगे सदर अस्पताल में पहुंचे अखलासपुर के बसंत कुमार व मोकरी के रंजित कुमार ने बताया कि चिकित्सक से स्वास्थ्य जांच कराई, तो उन्होंने थायराइड जांच कराने की सलाह दी। सदर अस्पताल के पैथोलॉजी केंद्र पर गए, तो वहां के कर्मियों ने बताया कि यहां इसकी जांच नहीं होती है। निजी जांच केंद्र पर भी गए थे। ज्यादा पैसा मांग रहे हैं। उनके पास इतने पैसे नहीं है। रंजित ने कहा कि किसी से कर्ज लेकर जांच कराएंगे। सही इलाज होगा, तो परेशानी दूर होगी। पैथोलॉजी केंद्र में 47 प्रकार की होती है जांच भभुआ। सदर अस्पताल के पैथोलॉजी केंद्र में 47 तरह की जांच की जाती है। सीबीसी जांच में 17 प्रकार की जांच होती है, जिसमें प्लेटलेट, डब्ल्यूबीसी सहित अन्य जांच होती है। पैथोलॉजी केन्द्र में आटोमेटिक बायोकेमेस्ट्री मशीन से केएफटी, एलएफटी, लिपिड प्रोफाइल, किडनी, लीवर, हार्ट से संबंधित जांच की जाती है। सदर अस्पताल के पैथोलॉजी केन्द्र में बीपी, सुगर, ब्लड यूरिया, सोडियम, पोटैशियम, क्लोराइड सहित कई तरह की जांच की जाती है। हि.प्र. छह टेक्निशियन करते हैं जांच भभुआ। सदर अस्पताल के पैथोलॉजी केन्द्र में छह टेक्निशियन द्वारा मरीजों का सैंपल लेकर जांच की जाती हैं। सदर अस्पताल के पैथोलॉजी केन्द्र में प्रभारी उपेन्द्र नाथ ने बताया कि टेक्निशियन आशीष नाथ दुबे, खुशबू रंजन, गौतम कुमार, सुशील कुमार व अर्चना रानी वर्मा मरीजों के सैंपल की जांच करती हैं। डाटा ऑपरेटर अमरेन्द्र कुमार पाल द्वारा मरीजों की जांच को कम्प्यूटर में ऑनलाइन किया जाता है। हि.प्र. कोट सदर अस्पताल के पैथोलॉजी केन्द्र में आने वाले मरीजों की 47 तरह की जांच बायोकेमेस्ट्री सहित अन्य मशीनों से की जाती है। थायराइड जांच के लिए विभाग को पत्र लिखा गया है। स्वीकृति मिलते ही जल्द ही जांच शुरू करायी जाएगी। डॉ. विनोद कुमार सिंह, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल फोटो- 29 अप्रैल भभुआ- 6 कैप्शन- सदर अस्पताल के पैथोलॉजी केन्द्र में मंगलवार को सैंपल की जांच करते टेक्निशियन।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।