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कल्याण छात्रावास के छात्रों को समय पर नहीं मिल रहा राशन व अनुदान

जननायक कर्पूरी ठाकुर अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावास के छात्र कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। छात्रों को समय पर अनुदान, बिजली, वाईफाई और खेल सामग्री नहीं मिल रही है। चहारदीवारी ध्वस्त है, जिससे...

Newswrap हिन्दुस्तान, भभुआThu, 30 Jan 2025 09:39 PM
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कल्याण छात्रावास के छात्रों को समय पर नहीं मिल रहा राशन व अनुदान

कुछ खिड़कियों के टूट गए हैं शीशे, बाढ़ में चहारदीवारी ध्वस्त हुई तो दुबारा बनी नहीं, कई सीसीटीवी, स्टार्टर व बल्ब हो गए हैं खराब पुस्तकालय, खेल मैदान की सुविधा नहीं, खेल सामग्री भी कई साल से नहीं मिली हॉस्टल में वाईफाई नहीं करता काम, सोलर प्लांट लगा है पर बिजली नहीं मिलती (बोले भभुआ) भभुआ, कार्यालय संवाददाता। शहर की पश्चिमी सीमा पर स्थित जननायक कर्पूरी ठाकुर अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावास के छात्र कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। कुछ समस्याए महीनों तो कुछ सालों से बनी हुई है। लेकिन, समाधान कराने की दिशा में ठोस पहल नहीं की जा रही है। इस कारण छात्रों के समक्ष समस्याएं मुंह बाए खड़ी है। छात्रों की बातों पर गौर करें, तो उन्हें हर माह मिलनेवाला 9 किलो चावल, 6 किलो गेहूं और 1000 रुपए अनुदान समय पर नहीं मिल पाता है, जिससे छात्रों को खाना पकाने व जरूरतें पूरी करने में परेशानी हो रही है। कल्याण छात्रावास की कुछ कमरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए हैं। ठंड के इस मौसम में खिड़की के टूटे हिस्से से ठंडी बयार आती है, जिससे रात में ठंड लगती है। छात्रों महेश कुमार व राजेश कुमार ने बताया कि दो साल पहले आई बाढ़ से छात्रावास के पश्चिम भाग की चहारदीवारी ध्वस्त हो गई थी। लेकिन, दुबारा इसका निर्माण नहीं कराया जा सका है। इससे सुरक्षा को लेकर छात्र चिंतित रहते हैं। चहारदीवारी का निर्माण कराना जरूरी है। छात्रावास में लगाए गए कई सीसीटीवी कैमरे खराब हो गए हैं। इसकी मरम्मत नहीं करा जा रही है। छात्रों ने बताया कि छात्रावास में नियमित बिजली आपूर्ति नहीं हो पाती है। जेनरेटर खराब हो गया है। इसकी मरम्मत नहीं कराई जा रही है। कुछ जगहों के बल्ब खराब हो गए हैं। उसकी जगह दूसरा बल्ब नहीं लगाया जा रहा है। छात्रावास की छत पर सोलर प्लांट है, पर जब से इसे स्थापित किया गया है चालू ही नहीं हो सका है। ऐसे में जब बिजली कटती है, तब हम छात्रों को अंधेरे में रात काटनी पड़ती है। खाना पकाने व पढ़ाई करने में दिक्कत होती है। मोबाइल के टॉर्च की रोशनी में खाना पकाना पड़ता है। लकड़ी लगा स्टार्टर करते हैं चालू कल्याण छात्रावास में लगे समरसेबुल के मोटर का स्टार्टर खराब हो गया है। लकड़ी लगाकर इसके चालू किया जाता है। इस दौरान करंट लगने की आशंका बनी रहती है, पर पानी की जरूरत पूरी करने के लिए खतरा मोल लेना पड़ रहा है। इसकी भी मरम्मत नहीं कराई जा रही है। छत पर रखी सिंटेक्टस की टंकी का ढक्कन टूट गया है। इसे भी नहीं बदला जा रहा है। ढक्कन की जगह बोरा से ढंका गया है, ताकि धूल-गर्दा नहीं जाए। प्रतियोगी परीक्षा की तैयार में होती है दिक्कत छात्रों ने बताया कि कल्याण छात्रावास में पुस्तकालय नहीं है, जिससे उन्हें अपनी कक्षा की किताबें नहीं मिल पाती हैं। यहां वाईफाई सेवा भी काम नहीं करती। ऐसे में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने में दिक्कत होती है। पास में कचरा फेंका जा रहा है। व्यायामशाला व खेल मैदान की कमी खलती है। कमरा हॉल की तरह है। उसे दो भाग में करना बेहतर होगा। आवाज गूंजती है। खेल सामग्री की खरीदारी नहीं हो रही है। अन्य कई परेशानियों को छात्र झेल रहे हैं। फोटो- 30 जनवरी भभुआ- 1 कैप्शन- शहर की पश्चिमी सीमा पर स्थित जननायक कर्पूरी ठाकुर अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावास में गुरुवार को खड़े छात्र। छात्रों ने कहा 1. कल्याण छात्रावास के पास नगर परिषद द्वारा कचरा फेंकवाया जा रहा है। जब तेज हवा चलती है तो धूल हॉस्टल में आता है। बरसात में उसकी दुर्गंध हमलोगों को परेशान करती है। इससे पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। फोटो- कृष्णा कुमार, छात्र 2. जननायक कर्पूरी ठाकुर अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावास में वाईफाई सेवा काम नहीं करती है। हमलोग एंड्रावयड मोबाइल में टैरिफ भरवाते हैं, ताकि गुगल से जरूरी चीजें ले सकें, पर संभव नहीं पाता है। फोटो- विकास पाल, छात्र 3. दो साल पहले बाढ़ आई थी। तब छात्रावास के पश्चिमी हिस्से की चहारदीवारी ध्वस्त हो गई थी। उसकी जगह चहारदीवारी का निर्माण नहीं कराया जा सका। चहारदीवारी के अभाव में छात्र असुरक्षित महसूस करते हैं। फोटो- अभिषेक पाल, छात्र 4. छात्रावास की अक्सर बिजली कट जाती है। जेनरेटर भी खराब है। कई बल्ब खराब हो गए हैं। बिजली आपूर्ति बाधित होने पर उन्हें खाना पकाने, पढ़ाई करने व एक-दूसरे छात्र के कमरे में जाने में दिक्कत होती है। फोटो- राकेश कुमार, छात्र 5. हमलोगों के लिए खेल मैदान का निर्माण नहीं कराया गया है। यहां व्यायामशाला की भी सुविधा नहीं है। खेल सामग्री भी करीब तीन वर्षों से नहीं आ रही है। स्वस्थ व फूर्ति के लिए इन सब चीजों की आवश्यकता है। फोटो- चंदन कुमार, छात्र 6. हम छात्रों के लिए पुस्तकालय की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है। हमलोग पढ़ाई के साथ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं। अखबार तो मिल जाता है, पर परीक्षा की तैयारी करने की किताबें नहीं मिल पाती। फोटो- मनीष कुमार, छात्र 7. छात्रावास के सभी कमरे बड़े हॉल की तरह हैं। इससे आवाज गूंजती है। इसे दो भाग में करके दरवाजा बना दिया जाता, तो अच्छा रहता। बड़ा हॉल रहने से कुछ भी व्यवस्थित रखने में परेशानी झेलनी पड़ रही है। फोटो- विकास कुमार, छात्र 8. हर माह मिलनेवाला चावल-गेहूं समय पर उन्हें नहीं मिल पाता है। एक हजार रुपया हर माह अनुदान मिलता है। यह राशि भी समय पर नहीं मिल पाती है, जिससे भोजन व जरूरतें पूरी करने में उन्हें दिक्कत होती है। फोटो- धर्मेंद्र कुमार, छात्र

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