संक्रमित महिलाओं के प्रसव के लिए विशेष कक्ष तैयार (एक्सक्लूसिव)
सदर अस्पताल में उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष प्रसव कक्ष का निर्माण किया गया है। इसमें नए उपकरण, एसी, पंखा, और चार बेड शामिल हैं। गर्भवती महिलाओं और उनके भ्रूण का विशेष ध्यान रखा जाएगा।...
उच्च जोखिम वाली महिलाओं के लिए भी दो बेड वाला स्पेशल वार्ड बना स्स्ट्रूमेंट, एसी, पंखा, बेड, प्रसव टेबल, मरीज बेड सबकुछ लगाया नया भभुआ, कार्यालय संवाददाता। सदर अस्पताल में संक्रमित व उच्च जोखिम वाली महिलाओं को प्रसव कराने की विशेष व्यवस्था की गई है। प्रसव कक्ष की मरम्मत कर उसका रंग-रोगन किया गया है। सामान्य प्रसव कक्ष में चार बेड लगाया गया है। स्ट्रूमेंट, एसी, पंखा, लेबर टेबल, मरीजों के लिए बेड सब नया लगाया गया है। यह सुखद है कि एचआईवी, हेपेटाइटिस व अन्य संक्रमण से पीड़ित गर्भवती महिलाओं का प्रसव कराने के लिए विशेष कक्ष स्थापित किया गया है। उच्च जोखिम वाली महिलाओं के लिए भी दो बेड वाला स्पेशल लेबर वार्ड स्थापित किया गया है। मालूम हो कि 12 नवंबर को सिविल सर्जन डॉ. एसके मांझी ने सदर अस्पताल का निरीक्षण कर सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष दो दिनों में चार बेड लगाकर चालू करने का निर्देश दिया था। इस कक्ष में अत्याधुनिक चार बेड, मॉनिटर, चार लेबर टेबल, कुर्सी, टेबल, अन्य उपकरण लगाए गए हैं। सीएस के निर्देश के बाद भर्ती वार्ड, आंतरिक व बाहरी स्थिति को दुरूस्त किया गया है। इमरजेंसी के सामने पेयजल के लिए लगी आरओ मशीन के पास जलजमाव की समस्या दूर कर बागवानी को आकर्षित बनाया गया है। इस बात की जानकारी सदर अस्पताल उपाधीक्ष डॉ. विनोद कुमार सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि प्रसव के दौरान के जटिलताओं के कारण माताओं की परेशानी दूर करने के लिए नई व्यवस्था की गई है। सदर अस्पताल में खासकर सी- सेक्शन ( सिजेरियन प्रसव) जटिलताओं वाले केश में लगातार सरल प्रसव कराया जा रहा है। महिला व भ्रूण का खास ख्याल अस्पताल उपाधीक्षक ने बताया कि उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं व उसके भ्रूण का खास ख्याल रखा जा रहा है। क्योंकि इस अवस्था में महिला या उसके भ्रूण के स्वास्थ्य या जीवन को खतरा होता है। इसलिए हाई रिस्क प्रेग्नेंसी या उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की सुविधा के लिए स्पेशल वार्ड बनाया गया है। ऐसी महिलाओं के प्रसव के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ, प्रशिक्षित नर्स के अलावा अन्य महिला स्टॉफ की ड्यूटी वार्ड में लगाई गई है। गर्भावस्था के दौरान खानपान पर रखें ध्यान अस्पताल उपाधीक्षक ने बताया कि जिन महिलाओं का प्रसव ऑपरेशन से होते आया है, उनकी देखरेख अच्छे से करनी होती है। खानपान की रूटीन का पालन करना जरूरी है। खुराक में विटामिन को शामिल करना होबता है। तेल, घी और मसालेदार भोजन-नाश्ता से परहेज करना जरूरती है। सदर अस्पताल की लेडी डॉक्टर के अलावा एएनएम और जीएनएम द्वारा नर्सो द्वारा महिलाओं व उनके परिजनों को जानकारी दी जाती है। चिकित्सक, नर्स सहित अन्य मेडिकल स्टाफ द्वारा जिम्मेदारी पूर्वक काम करने और मरीजों के साथ सहयोगात्मक व्यवहार की वजह से लोगों का भरोसा सदर अस्पताल के प्रति बढ़ रहा है। फोटो- 20 नवंबर भभुआ- 2 कैप्शन- सदर अस्पताल में बुधवार को सिजेरियन ऑपरेशन के बाद वार्ड में भर्ती प्रसूति महिला।
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