छठ व्रतियों की मदद के लिए स्काउट व गाइड के छात्र तैयार (युवा पेज की लीड खबर)
कैमूर में छठ महापर्व के दौरान घाटों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्काउट और गाइड के स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया गया है। 250 स्काउट और 150 गाइड अपने गांव के घाटों पर निगरानी करेंगे और प्रशासन की...
कैमूर के विभिन्न घाटों पर निगरानी करने के लिए अधिकारियों की ओर से स्काउट व गाइड के स्वयंसेवकों को किया गया प्रशिक्षित घाट के आसपास की भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन को करेंगे सहयोग अपने गांव के घाटों पर वर्दी में रहने का स्वयंसेवकों को दिया गया निर्देश ग्राफिक्स 450 स्काउट व गाइड रहेंगे तैनात भभुआ, एक प्रतिनिधि। छठ महापर्व के दौरान स्काउट व गाइड के स्वयंसेवक व्रतियों की सेवा व निगरानी का काम करेंगे। वह विधि-व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन की मदद करेंगे। इसको लेकर स्काउट के अधिकारियों ने स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया है। इस दौरान उन्हें उनके कर्तव्य व दायित्व से अवगत कराया है। उन्हें घाटों व असामाजिक तत्वों की निगरानी करने की जिम्मेदारी सौपी गई। जिले के 250 स्काउट व 150 गाइड के स्वयंसेवक अपने गांव एवं शहर के छठ घाटों पर यूनिफॉर्म में सेवा देंगे। घाटों के आसपास लगने वाली भीड़ को नियंत्रित करने में वह प्रशासन का सहयोग करेंगे। जो स्काउट व गाइड के स्वयंसेवक तैराकी जानते हैं, उन्हें तालाब एवं नदियों पर नजर बनाए रखने की जिम्मेदारी दी गई है। स्काउट व गाइड के जिला संगठन आयुक्त ने बताया कि मंगलवार को सभी स्काउट व गाइड के स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया गया। उन्हें जानकारी दी गई वह छठ महापर्व के दौरान घाट व आसपास में जुटनेवाली भीड़ को कैसे नियंत्रित करने में प्रशासन को मदद कर सकते हैं। उन्हें यह भी बताया गया कि अगर कोई गहरे पानी में जा रहा है, तो उन्हें कैसे रोकेंगे और अगर कोई डूब रहा हो तो उन्हें कैसे बचाएंगे के बारे में भी प्रशिक्षकों द्वारा बताया गया। व्रतियों को किस तरह मदद पहुंचानी है के बारे में उन्हें जानकारी दी गई। हालांकि छठ महापर्व को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। इसके बावजूद स्वयंसेवक प्रशासन का सहयोग करेंगे। जिले के स्काउट अभिषेक कुमार राहुल तिवारी, विक्की कुमार, अंकित कुमार, विनायक कुमार, आयरन तिवारी, अभिषेक सिंह आदि ने बताया कि हमलोग तैराकी जानते हैं। पूर्व में भी छठ घाटों पर हमलोगों ने प्रशासन व व्रतियों को सहयोग करने का काम किए हैं। स्वयंसेवकों ने बताया कि छठ महापर्व के दौरान व्रती तालाब एवं नदी में स्नान करने जाते हैं। उनके साथ कुछ छोटे बच्चे भी पानी में प्रवेश कर जाते हैं, जिन्हें गहरे पानी में डूबने की आशंका बनी रहती है। ऐसे में हम लोग उनकी निगरानी करते हैं और स्थिति को भापकर उनका सहयोग करते हैं। घाटों का बंटवारा कर करेंगे निगरानी स्काउट एंड गाइड के अधिकारियों का कहना था कि जिले के सभी प्रखंडों में लगभग 250 स्काउट और 150 गाइड हैं, जिन्हें छठ महापर्व के दौरान अपने गांव के घाटों पर रहने की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने बताया कि जिस गांव में एक से अधिक स्वयंसेवक हैं और वह घाट की भी संख्या ज्यादा हैं, तो वहां स्वयंसेवकों को अपने विवेक से घाटों का बंटवारा कर निगरानी रखने की बात कही गई है। घाटों पर अलर्ट रहेंगे स्काउट व गाइड एडवांस स्काउट मास्टर बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि छठ महापर्व को लेकर तालाब में पानी भरा रहता है, ताकि व्रतियों को अर्घ्य देने में दिक्कत न हो। नहरों में भी प्रशासन द्वारा पानी छोड़वाया जाता है। गहरे पानी में जाने पर हादसा की आशंका बनी रहती है, जिसे देखकर हमलोग पहले से अलर्ट रहते हैं और उसी हिसाब से अपनी तैयारी रखते हैं। हालांकि प्रशासन द्वारा भी खतरनाक घाटों पर गोताखोरों की तैनाती की जाती है। कोट छठ महापर्व को ले घाटों पर लगने वाली भीड़ को देखते हुए स्काउट व गाइड के स्वयंसेवकों को जिम्मेदारी दी गई है। जिले के अधिकारी उनके कार्यकलाप का मूल्यांकन करेंगे। स्वयंसेवकों को हर हाल में प्रशासन का सहयोग करने का निर्देश दिया गया है। दिलीप कुमार, जिला संगठन आयुक्त, स्काउट व गाइड फोटो- 4 नवंबर भभुआ- 9 कैप्शन- भभुआ के प्लस टू स्कूल में मंगलवार को जिले के स्काउट व गाइड को छठ महापर्व के दौरान व्रतियों को मदद करने की जानकारी देते अधिकारी।
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