वार्ड 22 की कच्ची गलियों से घर तक आने-जाने में हो रही परेशानी
भभुआ के वार्ड 22 में कच्ची गली होने के कारण लोगों को बाजार से सामान लाने में कठिनाई होती है। बरसात के मौसम में परेशानी और बढ़ जाती है, जिससे मरीजों को अस्पताल ले जाने में भी समस्या आती है। नगर परिषद...

कच्ची गली होने की वजह से लोगों को बाजार से अपने घर तक ई रिक्शा से सामान ले जाने में होती है दिक्कत, बरसात में बढ़ जाती है परेशानी छोटे वाहनों के चालक भी इस गली में आना-जाना नहीं करते हैं पसंद मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में परिजनों को झेलनी पड़ती है परेशानी (बोले भभुआ) भभुआ, एक प्रतिनिधि। शहर के वार्ड 22 का इलाका काफी पुराना है। इस वार्ड की कई गलियां आज भी कच्ची हैं। इसका पक्कीकरण नहीं कराया जा सका है। इस तंग गलियों में आने-जाने में लोगों को परेशानी होती है। अगर बाजार से कोई सामान अपने घर ले जाना हो तो ई रिक्शा वाले इधर आने का नाम नहीं लेते हैं। बरसात के दिनों में तो मुहल्लेवासियों की परेशानी और बढ़ जाती है। वार्ड 23 से वार्ड 22 में जाने वाली आधा दर्जन गलियां कच्ची हैं। इसमें बड़े-बड़े गड्ढे बने हैं। चालक असलम अंसारी ने कहा कि आप खुद देखिए, क्या इस गली में ई रिक्शा लाना खतरनाक नहीं है। अगर सामान के साथ पलट गया, मार चालक को पड़ेगी। इसी कारण हमलोग इधर ई रिक्शा लाना पसंद नहीं करते हैं। इस वार्ड के कई लोग ठेले पर सामान रखकर बाजार में बेचने जाते हैं। मोहल्ले के बेचू गुप्ता व संतोष कुमार ने बताया कि शाम के समय जब हमलोग बाजार में जाते हैं तब दरवाजे तक ठेला को नहीं ले जा पाते हैं। रास्ते में ही किसी के दरवाजे पर ठेला को खड़ा करना पड़ता है। फिर सुबह में घर से सामान लाकर ठेला पर रखकर बाजार में बेचने के लिए ले जाते हैं। कच्चा रास्ता होने से घर तक ठेला नहीं जा पाता है। उपर से गली में अनगिनत गड्ढे हैं। ठेला को घर तक ले जाने में पलट जाने की आशंका बनी रहती है। इससे सामान नष्ट हो सकता है। फिर पूंजी लगाना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए थोड़ी परेशानी झेलकर ही अपना सामान ठेला तक ले जाते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी तब होती है, जब किसी के परिवार के सदस्य की तबीयत खराब होती है और उन्हें अस्पताल ले जाना होता है। कोई वाहन मरीज को अस्पताल ले जाने के लिए तैयार नहीं हो पाता है। घरों में घुसता है कुकुरनहिया नहर का पानी मोहल्ले के लोगों ने बताया कि कच्ची गली का पक्कीकरण करने के लिए नगर परिषद प्रशासन से कई बार गुहार लगाई गई। जनप्रतिनिधियों से भी कहा गया। आवेदन भी दिया गया। लेकिन, अभी तक गली का निर्माण नहीं हो सका। इस कारण हमलोगों को अपने ही घर तक पहुंचने में काफी दिक्कत होती है। चुनाव के समय वोट लेने के दौरान प्रत्याशी वादा भी करते हैं, पर पूरा नहीं कर पाते हैं। लोगों ने बताया कि बरसात के दिनों में कुकुरनहिया नहर का पानी जब फैलता है तो मोहल्ले में बाढ़ जैसी स्थिति बन जाती है। गली में पानी की धार चलने लगती है। ऐसे में परेशानी और बढ़ जाती है। जब पानी घरों में घुसता है, तब उसे बर्तन से निकालना पड़ता है। फोटो- 05 मार्च भभुआ- 2 कैप्शन- भभुआ शहर के वार्ड 22 में बुधवार को कच्ची गली से पढ़ने के लिए विद्यालय में पढ़ने जाते बच्चे।
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