ओवरलोड वाहनों के आवागमन से दरकी पुराने बाजार की सड़क
भगवानपुर के पुराने बाजार की सड़क की मरम्मत नहीं होने से दिव्यांग, वृद्ध और बच्चों को आवागमन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। नल-जल योजना के तहत खोदी गई सड़क की मरम्मत नहीं होने से स्थानीय लोगों ने...

नल-जल योजना की पाइप बिछाने के लिए खोदी गई गली की मरम्मत नहीं दिव्यांग, वृद्ध, बच्चों, ई रिक्शा, ऑटो से सामान लाने में होती है दिक्कत (बोले भभुआ) भगवानपुर, एक संवाददाता। प्रखंड मुख्यालय स्थित पुराने बाजार की पीसीसी सड़क दरक गई है। ग्रामीण इसके दो कारण बता रहे हैं। पहला क्षमता से अधिक भार वाले वाहनों के दौड़ाने और दूसरा नल-जल योजना से पेयजलापूर्ति के लिए पाइप बिछाने के दौरान खोदी गई सड़क की मरम्मत नहीं कराना है। अब इसका खामियाजा स्थानीय लोगों व व्यापारियों को भुगतना पड़ रहा है। इस खराब पथ से दिव्यांगजन, वृद्ध व बच्चों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है।
कोई ई रिक्शा व ऑटो वाले यात्रियों व सामान लेकर आने में आनाकानी करते हैं। ऐसे में लोगों को सड़क से पहले ही इन वाहनों से उतरकर पैदल और सामान को सिर पर लेकर जाना पड़ता है। समाजसेवियों राधेश्याम शर्मा और शुभम कुमार ने बताया कि वर्ष 2005 में तत्कालीन सांसद मीरा कुमार की निधि की राशि से इस सड़क का निर्माण कराया गया था। मजबूत सड़क बनने के कारण इतने दिनों तक टिकाऊ रही। अभी और भी ज्यादा दिनों तक यह सड़क ठीक रहती है। लेकिन, ओवरलोड वाहनों के आवागमन होने व पाइप बिछाने के बाद सड़क की मरम्मत नहीं कराए जाने से सड़क खराब हो गई। इसी कारण ठेला पर फल-सब्जी बेचने वाले, ई रिक्शा और सीएनजी आटो चलाने वाले, बुजुर्ग, दिव्यांग लोगों को आवागमन करने में काफी दिक्कत हो रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस वर्ष की बरसात को यह सड़क सहन नहीं कर पाएगी और टूटकर बिखर जाएगी। तब आमजनों को आने-जाने में काफी दिक्कत आ सकती है। बच्चों को विद्यालय जाने, महिलाओं को बाजार करने, किसानों को अपने खेत पर खाद-बीज पहुंचाने, बाजार से कोई सामान व खेत की उपज घर लाने में दिक्कत होगी। स्थानीय लोगों ने इस सड़क का जीर्णोंद्धार कराने की मांग जनप्रतिनिधि व प्रखंड प्रशासन से की है। वाहन के पाट्स टूटने व पलटने की बनी रहती है आशंका पूर्व मुखिया प्रतिनिधि सुनील सिंह व डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि सांसद मद से पुराने बाजार की बनी सड़क के निर्माण के दौरान स्थानीय लोग निगरानी कर रहे थे। प्राक्कलन के अनुसार सीमेंट, बालू, गिट्टी, सरिया, ईंट का प्रयोग का उपयोग कराया गया। सड़क इतनी मजबूत बनी कि 18-19 वर्षों तक इसमें दरार तक नहीं आई। तब ओवरलोड वाहन भी चल रहे थे। लेकिन, पेयजलापूर्ति की पाइप बिछाने के लिए सड़क की खुदाई कर गड्ढों में सिर्फ मिट्टी भरकर छोड़ दिया गया। उसकी मरम्मत नहीं कराई गई। खुदाई करने के कारण पीसीसी सड़क खराब हो गई। ऐसे में जब इसपर ओवरलोड भारी वाहन आने-जाने लगे तो सड़क में दरार आ गई। ऑटो व सीएनजी चालकों का कहना है कि इस सड़क पर अपना वाहन लेकर जाने के दौरान पाट्स के टूटने व पलटने की आशंका बनी रहती है। फोटो- 12 मई भभुआ- 1 कैप्शन- भगवानपुर के पुराने बाजार की दरकती पीसीसी सड़क व पाइप बिछाकर उपर से भरी गई मिट्टी का सोमवार को दिखता दृश्य।
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