कुंभ मेला पर लिखित विवेकानंद की पांच पुस्तकें प्रकाशित (पेज चार)
इससे पहले भी 150 पुस्तकें व 250 से ज्यादा शोध प्रकाशित हुए हैं इससे पहले भी 150 पुस्तकें व 250 से ज्यादा शोध प्रकाशित हुए हैं
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इससे पहले भी 150 पुस्तकें व 250 से ज्यादा शोध प्रकाशित हुए हैं भभुआ, कार्यालय संवाददाता। शिमला में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्राध्यापक व भभुआ शहर के तिवारी टोलो निवासी प्रो. विवेकानंद द्वारा कुंभ मेला व अखाड़ों पर लिखित पांच पुस्तकों का प्रकाशन रविवार को किया गया। लब्धप्रतिष्ठ शिक्षक जवाहर तिवारी के पुत्र प्रो. विवेकानंद सनातन समागम महाकुंभ, महाकंुभ, सामाजिक समरसता और हिन्दू समागम, तीर्थराज प्रयाग और महाकुंभ, सनातन धर्म एवं परंपरा के रक्षक अखाड़े, दैवीय शक्ति संपन्न किन्नर और किन्नर अखाड़े पर आधारित किताबें प्रकाशित की गई हैं। लेखन के क्षेत्र में श्री तिवारी के आगे बढ़ने से कैमूरवासी गौरवान्वित महसूस करते हैं। प्रो. विवेकानंद ने बताया कि उनकी 150 से ज्यादा पुस्तकें और 250 से ज्यादा शोध पत्र प्रकाशित हो चुके है। अनेक संस्थाओं ने उन्हें विभिन्न सम्मान से सम्मानित किया है, जिसमें ‘भारत भारती सम्मान, मालवीय शिक्षा सम्मान, राष्ट्र गौरव सम्मान, महाशक्ति सम्मान, शारदा शताब्दी सम्मान आदि विशेष उल्लेखनीय है। उनकी पुस्तकों का लोकार्पण शंकराचार्य, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, संघ प्रमुख और अनेक राज्यों के राज्यपाल ने कर चुके हैं। उन्हें बताया कि बच्चों को विश्वविद्यालय में शिक्षा देने के साथ खाली समय में लेखन कार्य करता हूं।
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