खड़सरा में करोड़ों रुपए खर्च के बाद भी विकास की बांट जोह रहे लोग (पेज चार की लीड खबर)
गांवों में बुनियादी सुविधाओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाओं को किया बहाल, पंचायती राज का सपना साकार करने के लिए विकास पर खर्च किए 3.2...
गांवों में बुनियादी सुविधाओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाओं को किया बहाल
पंचायती राज का सपना साकार करने के लिए विकास पर खर्च किए 3.2 करोड़
इंट्रो
खड़सरा पंचायत जीटी रोड पर स्थित है। यह पंचायत सड़क, सिंचाई व बिजली के लिए आत्मनिर्भर है। गलियों के किनारे पक्की नाली नहीं बनने से कई वार्डों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न होती है। जलजमाव से लोगों को संक्रमण बढ़ने की आशंका बनी रहती है। खड़सरा, मदनपुरा, धनेछा, महमुदगंज, कोटसा व दसौती के विकास पर 3.2 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। स्वच्छता को ले लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लेकिन, जलजमाव समस्या है।
दुर्गावती एक संवाददाता
प्रखंड की खड़सरा पंचायत पंडित दीनदयाल उपाध्याय-गया रेलखंड व जीटी रोड के किनारे अवस्थित है। इस कारण यहां रोजगार के कई साधन उपलब्ध हैं। पंचायत के धनेछा में अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र होने की वजह से ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो रही हैं। सिंचाई के लिए कर्मनाशा मुख्य नहर, सहायक नहर, निजी व सरकारी नलकूप, बिजली आदि की सुविधा है। लेकिन, सरकारी नलकूप कारगर साबित नहीं हो रहे हैं। पंचायत के गांव सड़कों से जुड़े हैं। धनेछा के अरबिंद कुमार सिंह का कहना है कि विकास पर करोड़ों रुपए खर्च करने के बाबजूद गांव की अधिकांश गलियों में जलजमाव की समस्या बरकरार है। कुछ गलियों का आज तक निर्माण नहीं हो सका है। महमुदगंज के विनोद पासवान का कहना है कि मुखिया द्वारा सिर्फ कागज पर ही विकास किया गया है। अनवर अली का कहना है कि सरकारी योजनाओं में जमकर लूटपाट हुई है। रामजतन नट का कहना है कि धनेछा विद्यालय के ग्राउंड में जलजमाव से निजात नहीं मिली। मिट्टी भराई में अनियमितता बरती गई है। मुखिया का दावा है कि पांच वर्षों में विकास पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं। सभी स्कूलों के भवन चकाचक हैं। इनकी रंगाई-पुताई की गई है। बच्चों के लिए पेयजल, पंखे व शौचालय का इंतजाम है। वह स्कूलों की निगरानी अक्सर करते रहते हैं। यहां पंचायत सरकार भवन नहीं बना है। पंचायत सरकार भवन निर्माणाधीन है। महमुदगंज में पुराना सामुदायिक भवन में पंचायत प्रतिनिधि बैठक करते हैं। यहीं ग्रामसभा होती है। हालांकि पंचायत में अभी भी बहुत कुछ होना बाकी है। मुखिया ने बताया कि कुछ गलियों में नाली निर्माण, धनेछा हाई स्कूल में खेल मैदान का समतलीकरण व पुस्तकालय का प्रबंध कराना है, ताकि छात्र-युवा व अन्य लाभ ले सकें।
फोटो- 04 अप्रैल भभुआ- 2
कैप्शन- यह खड़सरा पंचायत की कर्मनाशा मुख्य नहर है, जिसके पानी से पंचायत के खेतों की सिंचाई होती है।
परिचय
प्रखंड- दुर्गावती
पंचायत का नाम- खड़सरा
इंफो
कुल मतदाता- 7456
कुल आबादी- 19800
06 गांव हैं खड़सरा पंचायत में
13 वाडोंर् में बंटी है यह पंचायत
कोट
पंचायत सरकार भवन का निर्माण अधूरा है। कुछ गलियों, धनेछा मिडिल स्कूल, खड़सरा महादलित बस्ती में जलजमाव रहता है। कुछ वार्ड में नालियों का निर्माण बाकी है। समपार फाटक नहीं बनने से दसौती, खड़सरा, मदनपुरा, कोटसा, महमुदगंज बाजार के लोगों को परेशानी होती है।
राजू सिंह, प्रतिद्वंद्वी
फोटो- राजू सिंह
कोट
पंचायत के सभी गांवों में ओडीएफ का पालन किया जा रहा है। हर घर में शौचालय है। विद्यालय, अस्पताल, सड़क, पक्की नाली-गली, पेयजल, फसल की सिंचाई के लिए नलकूप की मरम्मत कराई गई। पर्यावरण संरक्षण के लिए सड़क के दोनों किनारे मनरेगा से पौधरोपण किया गया है।
रामअवध सिंह यादव, मुखिया
फोटो- रामअवध सिंह यादव
उपलब्धियां
- मनरेगा योजना से काम देकर पंचायत के मजदूरों की बेरोजगारी कम करने की कोशिश
- धनेछा के नलकूप को चालू कराया, खड़सरा महादलित बस्ती जलनिकासी का प्रबंध
- कर्मनाशा नहर से सिंचाई साधन आसान किया, पंचायत सरकार भवन निर्माणाधीन है
- गुणवत्तापूर्ण कार्य कराकर विभिन्न गांवों में शुद्ध जल की आपूर्ति की जा रही है
- नल जल योजना से पंचायत के विभिन्न गांवों को सद्ध पेयजल आपूर्ति की जा रही है
नाकामियां
- पंचायत सरकार भवन का निर्माण नहीं होने से लोग प्रखंड कार्यालय की दौड़ लगा रहे
- धनेछा स्कूल, खड़सरा महादलित टोला में बरसात में जलजमाव की समस्या होती है
- महमुदगंज बाजार के सामने रेल फाटक नहीं बनने से कई गांव के लोग परेशान हैं
- पंचायत में केवल धनेछा में अतिरिक्त सवस्थ्य केंद्र है। मरीजों को परेशानी होती है
सड़क
गांवों में आने-जाने के लिए पक्की सड़कें हैं। अच्छी सड़क होने की वजह से गांव में गाड़ियां भी फर्राटा भरती दिखती हैं। पंचायत का धनेछा गांव महमुदगंज बाजार जीटी रोड पर स्थित है। मदनपुरा कर्मनाशा मुख्य नहर मार्ग, दसौती, खड़सरा, कोटसा कर्मनाशा सहायक नहर मार्ग से जुड़े हैं। डीडीयू-गया रेलखंड के धनेछा स्टेशन से व महमुदगंज व धनेछा जीटी रोड से बस से आवागमन पूरी करते हैं। रेल फाटक नहीं होने से दसौती, खड़सरा, कोटसा, महमुदगंज बाजार के लोगों को यूपी आने-जाने में 10 किमी. अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है।
नल-जल
पंचायत के सभी 13 वार्डों में हर घर नल का जल योजना से पीने के लिए शुद्ध पानी की आपूर्ति की जा रही है। ग्रामीण कहते हैं कि पेयजल आपूर्ति का प्रबंध गुणवत्तापूर्वक नहीं किया गया है। पेयजल आपूर्ति का पानी बर्बाद हो रहा है। नल-जल का कार्य मानक के अनुसार नहीं किया गया है। अधिकांश वार्डों में भूमिगत पाइप व टोंटी खराब हैं। पाइप डालने के लिए गली की खुदाई की गई, लेकिन उसे भरा नहीं गया, जिससे लोगों को असुविधा हो रही है। मुखिया को मॉनिटरिंग करनी चाहिए। टोंटी खराब होने पर ग्रामीण बदलते हैं।
बिजली
दुर्गावती प्रखंड की खड़सरा पंचायत में बिजली की सुविधा मुहैया कराई गई है। पंचायत के गांवों की कुछ गलियों में स्ट्रीट लाइट लगी हैं। अधिकतर गलियों में अंधेरा पसरा रता है। रात में ग्रामीणों को आने-जाने में भय बना रहता है। बिजली के बल पर ही खेती व होटल का कारोबार चलता है। अगर किसी की तबीयत खराब हो जाए, तो रात में अंधेरे में आने-जाने में परेशानी होती है। कई जगहों पर पुराने विद्युत तार से ही बिजली की आपूर्ति की जाती है।
अस्पताल: धनेछा गांव में है अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र
पंचायत के धनेछा में अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र है, जहां डॉक्टर, नर्स की ड्यूटी लगी है। यहां आनेवाले मरीजों के स्वास्थ्य की जांच कर दवाएं दी जाती हैं। हालांकि गंभीर मरीजों के इलाज की सुविधा नहीं हैं। दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल मरीजों का प्राथमिक उपचार कर रेफर कर दिया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर अन्य गांव में स्वास्थ्य उपकेंद्र होता तो सामान्य मरीजों का उपचार या टीकाकरण आसान होता।
पंचायत भवन: पंचायत सरकार भवन का निर्माण अधूरा
खड़सरा पंचायत में अभी तक पंचायत सरकार भवन का निर्माण नहीं किया जा सका है। खड़सरा महादलित बस्ती के पास पंचायत सरकार भवन निर्माणाधीन है। महमुदगंज बाजार में पुराना सामुदायिक भवन है। इसी भवन मेंं बैठकें व ग्रामसभा होती हैं, जिसमें गांव के विकास की योजनाएं पास की जाती हैं। हालांकि पंचायत सरकार भवन बन जाने से कई तरह की सुविधाएं ग्रामीणों को मिलती। अधिकारी व कर्मी भी ड्यूटी करते।
रोजगार के अवसर
कई तरह के उद्योग व कारोबार से बेरोजगारों को मिल रहा है रोजगार
इस पंचायत में खेती ही जीविकोपार्जन व रोजगार का मुख्य साधन है। वैसे धनेछा व महमुदगंज में जीटी रोड के किनारे विभिन्न तरह के व्यवसाय, होटल, लघु उद्योग, डेयरी, मुर्गी पालन आदि से बेरोजगार को रोजगार मिल रहा है। पंचायत व इसके अगल- बगल में ईंट भट्ठों व डेयरी उद्योग के माध्यम से बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल रहा है, जहां सैकड़ों लोग काम करते हैं। किसान व बेरोजगार युवाओं को डेयरी समितियों के माध्यम से भी रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। इस पंचायत में प्लास्टिक पाइप उद्योग व पेट्रोल पंप भी रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं। सड़क सुविधा उपलब्ध होने की वजह से किसानों की उपज व उद्योग धंधा मुनाफे में रहता है।
सिंचाई के साधन
सिंचाई के साधन बेहतर है, पर अभी भी कुछ करना जरूरी है
इस पंचायत के मदनपुरा गांव की सिंचाई कर्मनाशा मुख्य नहर व दसौती, खड़सरा, कोटसा गांव के खेतों में लगी फसलों की सिंचाई कर्मनाशा सहायक नहर से किसान करते हैं। मुख्य नहर व सहायक नहर की लाइनिंग के बाद किसानों की खेती आसान हो गई है। इसका पानी बर्बाद नहीं होता है। धनेछा गांव में दो राजकीय नलकूप हैं। गांव के पूर्वी बधार में लगा नलकूप चालू है, जबकि पश्चिम बधार में लगा नलकूप कई वर्ष से बंद पड़ा है। धनेछा के 90 फीसदी किसानों की खेती निजी नलकूप से होती है। महमुदगंज में एक राजकीय नलकूप है, जो हमेशा खराब रहता है। सालोभर कृषि कार्य के लिए किसानों को बिजली पर निर्भर रहना पड़ता है।
खेल
खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए नहीं किया गया है कोई खास प्रबंध
खेल को बढ़ावा देने के लिए खड़सरा पंचायत के प्लस -2 हाई स्कूल धनेछा के मैदान का मिट्टी भराई करके समतलीकरण किया गया है। हालांकि अभी भी आधा खेल मैदान का मिट्टी भराई व समतलीकरण का कार्य कराना बाकी रह गया है। खिलाड़ियों की प्रतिभाओं को निखारने के लिए विभिन्न तरह के खेलों की टूर्नामेंट व मैच आयोजित किए जाते हैं। यहां के युवा अपने बल पर खेल का अभ्यास करते हैं। इसके अलावा अन्य गांवों में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा मे कोई सार्थक पहल नहीं की गई है। खिलाड़ियों का कहना है कि अगर कोच और बेहतर मैदान मिल जाए तो खड़सरा पंचायत के खिलाड़ी भी देश-प्रदेश स्तर पर जिले का नाम रौशन कर सकते हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।