एकता चौक से कैमूर स्तंभ तक जानेवाला नाला बदहाल
बारिश के दौरान पटना के समाहरणालय पथ पर पुराना पेट्रोल पंप के पास नाला ओवरफ्लो हो जाता है, जिससे दुकानों में गंदा पानी घुसता है। नाले की स्थिति बेहद खराब है, कई जगह नाला ध्वस्त हो गया है और ढक्कन नहीं...

बारिश होने पर समाहरणालय पथ में पुराना पेट्रोल पंप के पास ओवरफ्लो कर नाले का गंदा पानी घुसता है दुकानों में डेढ़ दशक पहले बने मुख्य नाले में तीन फुट में जमी है गंदगी कहीं नाला हो गया ध्वस्त, तो कहीं नाले के उपर नहीं है ढक्कन (पटना का टास्क) भभुआ, एक प्रतिनिधि। शहर के एकता चौक से कैमूर स्तंभ तक जानेवाला नाला बदहाल हो गया है। मुंडेश्वरी सिनेमा हॉल के पास जहां नाला ध्वस्त हो गया है, वहीं पुराना पेट्रोल पंप के पास नाले के उपर ढक्कन ही नहीं है। जबकि बारिश होने पर मजार के पास ओवरफ्लो कर नाले का गंदा पानी दुकानों में घुसता है। इस वर्ष बरसात में मुंडेश्वरी सिनेमा हॉल के पास ध्वस्त नाले का पानी भी दुकानों, घरों में घुसने के साथ मुख्य पथ में बह सकता है। समाहरणालय पथ में पूरब दिशा में बना यह नाला एकता चौक से कैमूर स्तंभ तक जाता है और यहां से सोनहन बाईपास होकर कुकुरनहिया नहर में जाकर मिल जाता है। इसी रास्ते नगर परिषद ने इस इलाके से जलनिकास का प्रबंध किया है। लेकिन, नाले की बदहाल स्थिति के कारण आमजनों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। एकता चौक से कैमूर स्तंभ तक जानेवाले नाले की लंबाई एक किमी. है। जब करीब 15 साल पहले इस नाले का निर्माण कराया गया था, तब इसकी चौड़ाई चार फुट व गहराई आठ फुट थी। मुहल्ले के प्रमोद दुबे, विनोद पांडेय, अंजनी कुमार, संतोष सिंह कहते हैं कि नाले में करीब तीन फुट में कचरा भरा है। कई जगहों पर नाला टूट गया है। कुछ जगहों पर नाले के उपर ढक्कन नहीं है। इस कारण आसपास के दुकानदार व आमजन कचरा इसी में गिरा देते हैं। सड़क की धूल व अन्य चीजें भी खुले नाले में गिरती है, जिससे नाला में कचरा जमा हो गया है। इस कारण गंदे पानी का बहाव अच्छे से नहीं हो रहा है। स्वीकृति के बाद भी नहीं मिली राशि शहर के समाहरणालय पथ में कैमूर स्तंभ से बाईपास होते हुए कुकुरनहिया नहर तक नाला निर्माण के लिए नगर परिषद द्वारा प्राक्कलन तैयार कर नगर विकास एवं आवास विभाग को भेजा गया था। इसकी स्वीकृति मिल गई, पर विभाग से राशि निर्गत नहीं करने के कारण इसका निर्माण नहीं हो सका। जबकि पिछले वर्ष नगर परिषद के मुख्य पार्षद विकास तिवारी बबलु विभाग के मंत्री से मिलकर राशि निर्गत कराने का आग्रह किए थे। उनके द्वारा उन्हें आश्वास्त भी किया गया। लेकिन, राशि निर्गत नहीं हो सकी। खतरनाक नाले को पार कर रहे लोग अधिवक्ता पिंटू पांडेय, व्यवसाई मनोज केशरी ने बताया कि डायमंड होटल के सामने नाला ध्वस्त हो गया है। ध्वस्त नाले को लांघकर लोग आ-जा रहे हैं। यहीं पर मकान व दुकान है। आने-जाने के दौरान कभी भी लोग गिरकर घायल हो सकते हैं। बारिश होने पर नाले का गंदा पानी घर व दुकानों में घुस सकता है। नगर परिषद से गुहार लगाने के बाद भी इसकी मरम्मत नहीं कराई जा रही है। इसी पथ से अधिकारी कलेक्ट्रेट आते-जाते हैं। लेकिन, उनकी भी नजर इस ओर नहीं पहुंच रही है। शहर के एकता चौक के पास बरसात के दिनों में काफी जलजमाव होता है। हालांकि वर्षा बंद होने के कुछ देर बाद पानी निकल जाता है। फोटो- 05 मार्च भभुआ- 3 कैप्शन- शहर के वार्ड 18 में पुराना पेट्रोल पंप के पास बुधवार को बिना ढक्कन का खुला दिखता मुख्य नाला।
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