Historical Chaturbhujinath Pond in Bhagwanpur Awaiting Beautification Approval for Revitalization चतुर्भुजीनाथ पोखरा की अबतक नहीं हो सकी खुदाई, Bhabua Hindi News - Hindustan
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चतुर्भुजीनाथ पोखरा की अबतक नहीं हो सकी खुदाई

लघु सिंचाई विभाग ने ऐतिहासिक चतुर्भुजीनाथ पोखरे के जीर्णोद्धार के लिए प्राक्कलन भेजा है, लेकिन अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है। स्थानीय लोग चाहते हैं कि इस पोखरे का सौंदर्यीकरण किया जाए ताकि श्रद्धालुओं...

Newswrap हिन्दुस्तान, भभुआSat, 14 June 2025 08:42 PM
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चतुर्भुजीनाथ पोखरा की अबतक नहीं हो सकी खुदाई

लघु सिंचाई विभाग ने प्राक्कलन बना भेजा था विभाग को, नहीं मिली स्वीकृति सौंदर्यीकरण किए जाने से आकर्षित होंगे लोग, 40 बीघा है पोखरे का क्षेत्रफल (पेज चार) भगवानपुर, एक संवाददाता। प्रखंड मुख्यालय स्थित ऐतिहासिक चतुर्भुजीनाथ पोखरे की इस गर्मी में भी खुदाई नहीं की जा सकी, जिससे लोगों में निराशा है। जबकि जल जीवन हरियाली मिशन के तहत जलस्रोतों का जीर्णोंद्धार किया जाना है। कुछ पोखरों का चयन तो अमृत सरोवर के रूप में किया गया है। ऐतिहासिक व धार्मिक रूप से अपनी पहचान बनाए रखने वाला यह पोखरा 40 बीघा क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इसके पूरब में भगवान विष्णु और पश्चिम भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर है।

भगवानपुर होकर ही श्रद्धालु मां मुंडेश्वरी में दर्शन-पूजन करने जाते हैं। अगर इस पोखरे का सौंदर्यीकरण कर दिया जाए तो यहां भी श्रद्धालुओं का आना-जाना शुरू हो सकता है। वह यहां थकान मिटा सकते हैं। इसके चारों तरफ छायादार व फलदार तथा रंग-बिरंगे फूलों के पौधे रोपने, हरी घास लगाने, शेड व कुर्सीयान तथा पॉथ-वे बनाने से स्थानीय लोगों को मॉर्निंग वाक करना आसान होगा। हालांकि लघु सिंचाई विभाग द्वारा इस पोखरे के जीर्णोंद्धार के लिए प्राक्कलन बनाकर विभाग को भेजा गया है। लेकिन, अब तक उसकी स्वीकृति नहीं मिली है। अब चंद दिनों में बरसात शुरू हो जाएगी। तब खुदाई कार्य संभव नहीं है। भगवानपुर के ग्रामीणों सुनील अग्रवाल, विजय लाल, रामेश्वर तिवारी का कहना है कि इस पोखरेकी खुदाई कर सुंदरीकरण करने से जहां ग्रामीणों को मॉर्निंग वॉक करने की सुविधा मिलेगी, वहीं इस ऐतिहासिक पोखरा के आसपास बसे महादलित परिवार के लोगों को सार्वजनिक कार्यक्रम व शादी-विवाह का आयोजन करने में सुविधा होगी। फल व फूलों के पौधे रोपकर इसका कारोबार भी हो सकता है। इसकी नीलामी करने से विभाग को राजस्व तथा ग्रामीणों को रोजगार मिल सकता है। फोटो- 14 जून भभुआ- 9 कैप्शन- भगवानपुर का शनिवार को बदहाल दिखता ऐतिहासिक चतुर्भुजीनाथ पोखरा व पास में फेंका गया कचरा।

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