भभुआ व मोहनियां अनुमंडल में होगा स्थाई हेलीपैड का निर्माण (पटना का टास्क)
राज्य सरकार ने कैमूर के भभुआ और मोहनियां अनुमंडल में स्थाई हेलीपैड के निर्माण की योजना बनाई है। भूमि चिन्हित कर रिपोर्ट मांगी गई है। यह हेलीपैड स्थानीय लोगों, खासकर मरीजों और व्यवसायियों के लिए हवाई...
राज्य सरकार के वायुयान संगठन निदेशालय ने भूमि चिन्हित कर मांगी रिपोर्ट सामान्य शाखा के पदाधिकारी ने दोनों अनुमंडल पदाधिकारी से मांगा प्रतिवेदन भभुआ, एक प्रतिनिधि। कैमूर के भभुआ व मोहनियां अनुमंडल में स्थाई हेलीपैड का निर्माण होगा। इसको लेकर राज्य सरकार के वायुयान संगठन निदेशालय के निदेशक डॉ. निलेश रामचंद देवरे ने जिला पदाधिकारी को पत्र जारी किया है। पत्र में लिखा गया है कि वैसा जिला मुख्यालय जहां हवाई अड्डा नहीं है, वहां स्थाई हेलीपैड/हेलिपोर्ट का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए वैसी उपयुक्त भूमि चिन्हित जाए, जहां कम से कम दो हेलिकॉप्टर का लैंडिंग, संपर्क पथ, सेफ हाउस, वेटिंग लाउंज का निर्माण किया जा सके। पत्र में भी कहा गया है कि यह स्थल आबादी से दूर होना चाहिए। भूमि चिन्हित कर उसकी पूरी विवरणी के साथ प्रस्ताव मांगा गया है। गूगल मैप व ड्रोन के माध्यम से प्राप्त नक्शा भी उपलब्ध कराने को कहा गया है। इस संबंध में सामान्य शाखा पदाधिकारी गौरव सिंह ने बताया कि भभुआ व मोहनियां अनुमंडल पदाधिकारी से भूमि चिन्हित कर उसकी रिपोर्ट मांगी गई है। प्रतिवेदन प्राप्त होने के बाद जिला पदाधिकारी को भेजा जाएगा। डीएम के स्तर से प्रतिवेदन वायुयान संगठन निदेशालय को भेजा जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा 23 जुलाई को पेश किए गए बजट में एयरपोर्ट के विकास का प्रावधान लाया गया था। बजट पेश करने से एक दिन पहले सदन में राज्यसभा सदस्य भीम सिंह के प्रश्नों के उत्तर में नागर विमानन मंत्री केआर नायडू ने भभुआ को भी उड़ान योजना की असेवित सूची में शामिल किए जाने की बात कही थी। हालांकि पहले भी इससे संबंधित पत्र जिला मुख्यालय को प्राप्त हुआ था। भभुआ के वार्ड 2 में पहले से हवाई अड्डा है। लेकिन, इसके विकास की जरूरत है। इस बजट में एयरपोर्ट के विकास की बात सामने आई थी। इससे कैमूरवासियों को काफी लाभ होगा। मरीजों व व्यवसाइयों को ज्यादा लाभ कैमूर में हेलीपैड का निर्माण होने से कैमूर के लोगों खासकर व्यवसाइयों व गंभीर रूप से बीमार मरीजों को गंतव्य स्थानों पर आने-जाने में सुविधा मिलेगी। जिले के लोग बनारस अथवा पटना से हवाई यात्रा करते हैं। वहां आने-जाने में यात्रियों को अतिरिक्त पैसा खर्च करना पड़ता है। अगर बनारस व पटना की सुविधा अपने जिले में मिलनी शुरू हो जाएगी, तो यह अतिरिक्त खर्च के साथ समय की भी बचत होगी। इन चीजों का भी होगा निर्माण जानकार बताते हैं कि जिस स्थल पर हेलीपैड का निर्माण होगा उसकी चहारदीवारी भी बनेगी। इसके अलावा संपर्क पथ, सेफ हाउस, वेटिंग लाउंज, गार्ड रूम व जेनरेटर रूम का निर्माण, उच्च क्षमता के जेनरेटर का प्रबंध, एयरपोर्ट के रन-वे पर पर्याप्त रोशनी का प्रबंध किया जाएगा। इसके परिसर या इसके आसपास के पेड़ों की कटाई होगी। इसके लिए संबंधित विभाग से अनुमति ली जाएगी। कैमूर में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा कैमूर में वन विभाग द्वारा बाघ अभ्यारण्य को लेकर काम किया जा रहा है। इसके तैयार हो जाने पर काफी पर्यटक आ सकते हैं। पहाड़, जंगल के मनोरम दृश्य, करकटगढ़ जलप्रपात, मगरमच्छ, ईको पार्क देखने व भ्रमण करने आनेवालों की संख्या बढ़ेगी। इसके अलावा तेल्हाड़ कुंड जलप्रपात, तुतुअइन डैम, बुच्चा डैम, जगदहवा डैम भी पिकनिक स्पॉट व पर्यटन स्थल के रूप में विकास कर रहा है। धार्मिक स्थलों में भगवानपुर का मुंडेश्वरी धाम, चैनपुर का हरसुब्रह्म धाम भी है। इन स्थलों तक आने-जाने का मार्ग भी है। हवाई मार्ग से यात्रा होगी आसान शहर के किराना व्यवसाई संघ के अध्यक्ष ददन जायसवाल व केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के पूर्व सचिव राकेश सिन्हा कहते हैं कि हेलीपैड निर्माण होने से हवाई यात्रा की सुविधा मिलेगी। जिले का विकास होगा। पर्यटकों का आना-जाना शुरू होगा, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद बढ़ जाएगी। जमीन की कीमत में भी इजाफा होगा। भभुआ से होकर एक्सप्रेस-वे भी गुजरेगी। पहले से इस जिले में सिक्सलेन भी है। हवाई यात्रा की सुविधा मिलेगी, तो कारोबार भी बढ़ेगा। कोट जिले के भभुआ व मोहनियां में हेलीपैड निर्माण कराने के लिए दोनों अनुमंडल पदाधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद जिला पदाधिकारी को सौंपी जाएगी। डीएम के माध्यम से रिपोर्ट वायुयान संगठन निदेशालय को भेजी जाएगी। गौरव सिंह, सामान्य शाखा पदाधिकारी फोटो- 15 नवंबर भभुआ- 4 कैप्शन- शहर की उत्तरी-पश्चिमी सीमा पर स्थित हवाई अड्डा की शुक्रवार को दिखती टूटी चहारदीवारी।
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