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सिंचाई के मझियांव में अब तक नहीं की जा सकी है वितरणी की खुदाई (पेज चार की लीड खबर)

बांस-बल्ला के सहारे बिजली का तार खींचकर चलाते हैं मोटर व बोरिंग, प्राथमिक से लेकर उच्च विद्यालय तक की सुविधा है सबार पंचायत...

Newswrap हिन्दुस्तान, भभुआMon, 22 March 2021 07:50 PM
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बांस-बल्ला के सहारे बिजली का तार खींचकर चलाते हैं मोटर व बोरिंग

प्राथमिक से लेकर उच्च विद्यालय तक की सुविधा है सबार पंचायत में

इंट्रो

सबार नक्सल प्रभावित पंचायत है। इसलिए यहां थाना, फायर वैन, प्रकाश जैसी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई गई है। सबार में राजा-महाराजाओं के समय का तोप है, जिसे आज भी शिव मंदिर परिसर में सुरक्षित रखा गया है। मझियांव की महादलित बस्ती के लोगों की सुविधा के लिए निजी जमीन खरीदकर 2.10 लाख में पथ का निर्माण कराया गया है। जलस्तर बरकरार रखने के लिए पेवर ब्लॉक का उपयोग किया गया है।

रामपुर। एक संवाददाता

प्रखंड के पूर्वी हिस्से में सबार पंचायत है। इस पंचायत में सबार, बहेरी, पांडेयपुर, झाली व मझियांव गांव हैं। इस गांव में करीब 15 हजार आबादी निवास करती है। इनमें से करीब सात हजार मतदाता जनप्रतिनिधियों के चयन के लिए मतों का प्रयोग करते हैं। इस पंचायत के किसानों की फसल की सिंचाई के लिए सरकारी स्तर पर समुचित सुविधा मुहैया नहीं कराई गई है। किसान भगवान भरोसे फसल की सिंचाई करते हैं। दुर्गावती जलाशय परियोजना से निकली बाईं तट नहर से मझियाव वितरणी की खुदाई होनी है। इसकी खुदाई नहीं होने से खेतों के माध्यम से पानी आने पर सबार पंचायत क्षेत्र के किसानों की फसल की सिंचाई होती है। लगातार खेतों में पानी बहने से फसल प्रभावित होती है। किसान कई बार सिंचाई विभाग के अधिकारी से वितरणी खुदाई के लिए गुहार लगा चुके हैं। बहेरी, झाली, पांडेयपुर व सबार भभुआ-सबार मुख्य पथ से तथा मझियांव गांव दुर्गावती जलाशय मुख्य पथ से जुड़ा है। इस प्रकार यह पंचायत तीन ओर के पथ से जुड़ी है। सड़क की सुविधा होने से कारोबारियों, किसानों व आमजनों को कई तरह का लाभ मिल रहा है। पांडेयपुर व मझियांव में प्राथमिक विद्यालय तो बहेरी, झाली में मध्य विद्यालय तथा सबार में उच्च विद्यालय हैं। सबार में एक उप स्वास्थ्य केन्द्र है, जिसका भवन बदहाल है। चार वर्षों से इसका संचालन पंचायत सरकार भवन में हो रहा है। पंचायत सरकार भवन में शौचालय, पेयजल, बिजली, कुर्सी, टेबल की सुविधा के अलावा रंग-बिरंगे फूलों के पौधे, हरे-भरे पेड़ काफी आकर्षक लगते हैं। मुखिया शांति देवी का कहना है कि सबार ऐसी पंचायत है, जहां करीब तीन हजार फुट लंबी अंडरग्राउंड नाली का निर्माण कराया गया है। हर गली में एलईडी लाइट है।

फोटो- 22 मार्च भभुआ-

कैप्शन- रामपुर प्रखंड की सबार पंचायत को जोड़नेवाली भभुआ-सबार मुख्य सड़क।

परिचय

प्रखंड- रामपुर

पंचायत- सबार

ग्राफिक्स

कुल मतदाता- 7200

कुल आबादी- 15000

05 गांवों की है सबार पंचायत

13 वार्डों में बंटा है सबार पंचायत

उपलब्धियां

- सात निश्चय योजना से करीब ढाई करोड़, 14वें वित्त आयोग से 50 लाख, पंचम वित्त आयोग से करीब 25 लाख तथा मनरेगा योजना से करीब 2 करोड़ से अधिक रुपए पंचायत के विकास मद में खर्च किए गए हैं। पंचायत के 90 फीसदी घरों में शौचालय का उपयोग हो रहा है।

- सबार, झाली व बहेरी में चबूतरे का निर्माण कराया गया है। मझियांव में राम चबूतरा से विद्यालय तक मनरेगा योजना से फर्श निर्माण व सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू किया गया है। इस योजना पर करीब 5 लाख रुपया खर्च होना है। जिला में सबसे पहले सबार पंचायत में ही कंक्रीट पेवर ब्लॉक से कार्य शुरू किया गया था।

नाकामियां

- पंचायत के किसानों के लिए सिंचाई का प्रबंध नहीं है। वर्षा मोटर के पानी से किसान सिंचाई करते हैं। कुआं से मोटर व बोरिंग संचालित करने के लिए बिजली का बेहतर प्रबंध नहीं है। बांस के सहारे किसान खेतों तक तार खींचकर ले गए हैं, जिससे हादसे की आशंका बनी रहती है।

- पंचायत क्षेत्र के कई वार्ड में नाली-गली का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। बरसात के दिनों में जलजमाव का नजारा दिखता है। ग्रामीणों को आने-जाने में परेशानी होती है। वार्ड 13 में नल-जल योजना का मोटर जल गया है। इस कारण पेयजलापूर्ति बाधित है। जेठ में ग्रामीणों को पेयजल संकट से जूझना पड़ेगा।

कोट

रामपुर प्रखंड की सबार ऐसी पंचायत है, जहां के ग्रामीणों की समस्याओं व विकास योजनाओं के अधिकांश कार्यों का निष्पादन पंचायत सरकार भवन से करने की सुविधा उलब्ध है। बिहार सरकार की करीब 5 एकड़ भूमि में स्टेडियम निर्माण कराने का प्रस्ताव सीओ को भेजा गया है।

शांति देवी, मुखिया

फोटो- शांति देवी

कोट

विकास के नाम पर सरकार की राशि का दुरूपयोग किया गया है। बहेरी, झाली आदि गांव मेंं नाली का निर्माण नहीं हुआ है। रास्तें में गंदा पानी बहता है। नल-जल योजना से लोगों को एक बूंद पानी नहीं मिलता है। स्टेडियम, पुस्तकालय, सीसीटीवी कैमरा नहीं है। सिंचाई का कोई साधन नहीं है।

रेणु देवी, प्रतिद्वंदी

फोटो- रेणु देवी

सड़क

कैमूर व रोहतास जिलों को जोड़नी वाली भभुआ-सबार पथ से यह गांव जुड़ा है। इसलिए गांव में एम्बुलेंस, स्कूल वैन व बारातियों के वाहन आसानी से आ जाते हैं। सड़क अच्छी है तो इसका लाभ सबार बाजार के कारोबारियों को भी मिल रहा है। किसान भी अपने खेतों पर खाद-बीज आसानी से पहुंचा देते हैं। उनकी उपज भी बाजार में पहुंच जाती है और व्यापारी भी उनके खेत-खलिहान तक जाकर अनाज की खरीदारी कर लेते हैं। उपज की अच्छी कीमत भी उन्हें मिल जाती है। बच्चों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने व यात्री वाहनों की भी सुविधा आसानी से मिल जाती है।

नल-जल

सबार पंचायत में कुल 13 वार्ड हैं। इनमें से वार्ड 7 व 13 में वार्ड कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति तथा शेष 11 वार्डों में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा पेयजलापूर्ति की जाती है। पीएचईडी की पानी टंकी भी है। लेकिन, वार्ड 13 का मोटर जल जाने से इस वार्ड के लोगों के घरों में पेयजलापूर्ति नहीं की जा रही है। मुखिया का दावा है कि अन्य वार्ड के घर-घर नल का जल पहुंच रहा है। नल-जल योजना का काम पूरा हो जाने से ग्रामीणों को गर्मी के दिनों में पीने के लिए पानी की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।

बिजली

पंचायत के हर गांव में सरकार द्वारा बिजली की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। अधिकांश गांव में कवरयुक्त तार लगाया गया है। जगह-जगह विद्युत ट्रांसफार्मर स्थापित किया गया है। लेकिन, किसानों के कुआं व बोरिंग तक विद्युत बोर्ड द्वारा बिजली के खंभे नहीं गाड़े गए हैं। किसान बांस-बल्ला के सहारे खेतों तक तार खींचकर ले गए हैं, जिसके बल पर फसल की सिंचाई करते हैं। लेकिन, किसानों व ग्रामीणों में यह आशंका बनी रहती है कि तेज हवा के झोंका से तार व बांस टूटकर गिर गए तो हादसा हो सकता है।

अस्पताल: गांव के अस्पताल से होता है टीकाकरण

सबार में उप स्वास्थ्य केन्द्र है। जिस भवन में यह अस्पताल चलता था वह बदहाल हो गया है। इस कारण इसका संचालन पंचायत सरकार भवन में किया जाता है, जहां एएनएम की ड्यूटी है। इसी उप स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से गांव के आंगनबाड़ी केंद्रों पर निर्धारित तिथि को बच्चों व गर्भवती माताओं की टीकाकरण किया जाता है। अस्पताल के खुले रहने पर ग्रामीणों का प्राथमिक उपचार भी हो जाता है। सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य कार्यक्रम को ले लोगों में जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है।

पंचायत भवन: चकाचक भवन में होता है विकास कार्य

पंचायत मुख्याल में चकाचक व सुविधायुक्त पंचायत सरकार भवन है, जहां पंचायत का अपना कार्यालय संचालित होता है। यहां अधिकारी व कर्मी ड्यूटी करते हैं। यहां से किसानों को कृषि व गांवों के विकास की योजनाओं के बारे में जानकारी मिलती है। आय, जाति, निवासी प्रमाण पत्र यहीं से बन जाते हैं। लगान भी यहां जमा हो जाता है। योजनाओं के चयन के लिए आमसभा व बैठकें भी होती हैं। इस सुविधा के मिलने से ग्रामीणों को प्रखंड या जिला मुख्यालय में नहीं जाना पड़ता है।

रोजगार के अवसर

पशु, मुर्गी, मत्स्यपालन, गिट्टी, बालू, सीमेंट का कर रहे हैं कारोबार

इस पंचायत के अधिकांश लोग खेतीबारी पर निर्भर हैं। वैसे कई लोग पशु, मुर्गी, मत्स्य पालन का कारोबार कर रहे हैं। कुछ लोग गिट्टी, बालू, सीमेंट का व्यवसाय करते हैं। यहां बाजार भी है, जिससे कई लोगों को रोजगार मिल रहा है। रामपुर प्रखंड की सबार एकलौती पंचायत है, जहां बसंतपंचमी पर प्रतिवर्ष पशु मेला लगता है। इस मेले में दूर-दराज के व्यापारी अच्छी नस्ल की गाय, भैंस, बाछी, बैल लेकर आते हैं। एक माह तक चलने वाले इस मेले से स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलता है। इसके बाद भी पंचायत के बहुत युवा रोजगार के तलाश में अन्य प्रदेश में गए हैं, जहां रोजगार कर अपना व अपने परिवार की परवरिश कर रहे हैं।

सिंचाई का साधन

दुर्गावती परियोजना के बाएं तट में मझियांव में वितरणी की नहीं हुई खुदाई

सबार कृषि प्रधान पंचायत है। लेकिन, यहांं सिचाई के समुचित प्रबंध नहीं है। दुर्गावती जलाशय परियोजना की वितरणी की खुदाई आज तक नहीं हो सकी। नहर का पानी गांव तक नहीं पहुंचाया गया है। मझियांग में वितरणी की खुदाई नहीं होने से नहर का पानी किसानों के खेतों में बहता है, जिससे किसानों की फसल को नुकसान होता है। रबी फसल की सिंचाई के लिए किसान पूर्ण रूप से मोटर मशीन व बोरिंग पर निर्भर रहते हैं। बरसात में तो खरीफ फसल के लिए वर्षा का पानी भी काम आ जाता है।

सुरक्षा का प्रबंध

सबार में थाना व फायर वैन होने से बेफिक्र हो करते हैं व्यवसाय

सबार में करमचट थाना है। थाना के पास फायर बिग्रेड के वाहन है। इस सुविधा के कारण यहां के कारोबारी बेफिक्र होकर व्यवसाय करते हैं। आग लगने की घटना की सूचना पर पुलिसकर्मी तुरंत फायर वैन लेकर पहुंच जाते हैं। स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए पंचायत में चार स्प्रे मशीन उपलब्ध है, जिससे फॉगिंग कराई जाती है। गांव में रोशन का प्रबंध पुख्ता होने से रात में भी लोगों को आने-जाने में भय नहीं लगता है। देर रात ग्रामीण बिना डर-भय के गांव में आते-जाते रहते हैं।

फोटो- 22 मार्च भभुआ- 2

कैप्शन- रामपुर प्रखंड की बहेरी पंचायत का पंचायत सरकार भवन, जिसमें होता है विकास योजनाओं का निष्पादन।

जल, जीवन, हरियाली मिशन से जन-जन को जोड़ेगा प्रशासन (पेज चार की बॉटम खबर)

बिहार दिवस पर कलक्ट्रेट में प्रोजेक्टर पर सुनाया गया मुख्यमंत्री का संबोधन

प्रशासनिक कार्यक्रम में अफसरों ने जल संचय व पौधा संरक्षण की ली शपथ

भभुआ। हिन्दुस्तान संवाददाता

बिहार के 109वां स्थापना दिवस पर जिला प्रशासन द्वारा सोमवार को कलक्ट्रेट स्थित सभागार भवन में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में प्रशासन ने प्रोजेक्टर के बड़े पर्दे के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संबोधन सुनाया। अपने संबोधन में सीएम ने जल-जीवन हरियाली मिशन व पौधरोपण पर फोकस करते हुए आमजनों से पर्यावरण की रक्षा के प्रति सजग होने की अपील की।

सीएम ने कार्यक्रम के दौरान डीएम को जल, जीवन, हरियाली मिशन से जन-जन को जोड़ने का निर्देश दिया। उन्होंने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर डीएम व एसपी को होली पर्व में अधिक भीड़ पर रोक लगाने व विशेष सतर्कता बरतने की जिम्मेवारी सौंपी। मुख्यमंत्री ने शराबबंदी को ऐतिहासिक कदम बताते हुए अवैध शराब की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए जिला स्तर पर ठोस कदम उठाने को कहा।

सीएम का संबोधन समाप्त होने के बाद डीएम नवदीप शुक्ला ने कार्यक्रम में उपस्थित पदाधिकारियों को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि बिहार के महान गौरवपूर्ण इतिहास व अस्मिता को बरकरार रखने के लिए जिला प्रशासन जन सहयोग से बेहतर कार्य कर रहा है। उन्होंने आमजनों को अपने कर्मों एवं विचार को उत्तम रखते हुए नैतिक जिम्मेवारी को कुशल पूर्वक निर्वहन करने की अपील की।

डीएम ने कहा कि जिले में भी कई ऐतिहासिक धरोहर हैं, जिसे प्रशासन द्वारा संरक्षित व विकसित करने का काम किया जा रहा है। यहां के सभी ऐतिहासिक धरोहर कैमूर व बिहार के गौरवशाली इतिहास को याद दिलाते हैं। कार्यक्रम में एसपी राकेश कुमार, डीआरडीए निदेशक अजय कुमार तिवारी, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अरविन्द कुमार, वरीय कोषागार पदाधिकारी सत्य प्रकाश नारायण, जिला अल्प संख्यक पदाधिकारी सत्येन्द्र त्रिपाठी, जिला कल्याण पदाधिकारी रवी कुमार सिन्हा, डीइओ सूर्य नारायण, जिला पंचायती राज पदाधिकारी प्रमोद कुमार, शिक्षा विभाग के डीपीओ यदुवंश राम, दयाशंकर आदि थे।

जल, जीवन हरियाली पर हो रहा अच्छा काम

भभुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि आमजनों के सामूहिक सहयोग का ही देन है कि सरकार की प्राथमिकता में चल रही जल, जीवन हरियाली योजना पर जिले में बेहतर काम हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जिले के एक-एक लोगों को जल, जीवन, हरियाली मिशन से जोड़ने के लिए अभियान चलाया जाएगा, ताकि सरकार की इस योजना को शतप्रशित धरातल पर उतारा जा सके। एसपी ने कहा कि शराबबंदी कानून को धरातल पर उतारने के लिए पुलिस ठोस पहल कर रही है।

कार्यक्रम में नहीं पहुंचे जिले के माननीय

भभुआ। जिला प्रशासन द्वारा बिहार दिवस पर कलक्ट्रेट में आयोजित कार्यक्रम में जिले के कोई माननीय नहीं पहुंचे। जिला प्रशासन द्वारा जिला परिषद अध्यक्ष, जिले के चारों विधायक व भभुआ नगर परिषद व मोहनियां नगर पंचायत के सभापति को कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए आमंत्रित किया गया था। प्रशासन द्वारा सभागार में सभी माननीय के नेमप्लेट लगाकर जगह भी सुरक्षित किया गया था। लेकिन, कार्यक्रम की समाप्ति तक एक भी माननीय नहीं पहुंचे।

फोटो-22 मार्च भभुआ- 1

कैप्शन- समाहरणालय परिसर में स्थित सभा कक्ष में बिहार दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते डीएम व अन्य।

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