विद्यालयों में समय सारणी के अनुसार पढ़ाई को एचएम करेंगे सुनिश्चित
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युवा पेज की लीड खबर विद्यालयों में समय सारणी के अनुसार पढ़ाई को एचएम करेंगे सुनिश्चित विद्यालयों की जांच के दौरान मिली शिकायत के आधार पर शिक्षा विभाग की ओर से सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को जारी किया गया पत्र विभाग ने अंतिम घंटी में अगले दिन की पाठ टीका तैयार करने का दिया है निर्देश छात्रों की स्कूलों में नियमित पढ़ाई को लेकर विभाग ने तैयार किया है समय सारणी भभुआ, एक प्रतिनिधि। शिक्षा विभाग की ओर से जिले के प्राथमिक विद्यालय, मध्य विद्यालय,उत्क्रमित मध्य विद्यालय ,उच्च विद्यालय एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पठन पाठन की व्यवस्था को सुदृढ़ करने एवं छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए समय सारणी तैयार की है। विभाग की ओर से तैयार की गई समय सारणी के अनुरूप विद्यालय में मासिक परीक्षा का आयोजन कराया जा रहा है। वहीं विभाग द्वारा जारी किए गए पाठ टिका पर चर्चा विद्यालय की शैक्षणिक अवधि समाप्त होने के बाद शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों के बीच करने का निर्देश दिया है। जिसमें अगले दिन होने वाली पढ़ाई पर आधारित चर्चा करनी है, ताकि छात्रों को नियमित रूप से समय सारणी के अनुरूप पढ़ाया जा सके। अब शिक्षा विभाग की ओर से जिले के सभी प्राथमिक विद्यालय, मध्य विद्यालय ,उत्क्रमित मध्य विद्यालय ,उच्च विद्यालय एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक एवं प्रधान शिक्षकों को पत्र जारी कर कहा गया है कि विभाग की ओर से जांच के क्रम में ऐसा देखा गया है कि विद्यालयों में समय सारणी के अनुरूप एवं पाठ टीका के अनुसार विद्यालय के शैक्षणिक व्यवस्था का संधारण नहीं हो रहा है। साथ ही बच्चों को जिस सिलेबस के अनुसार पढ़ाई करना है उसको ध्यान में नहीं रखा जा रहा है। जिसका नतीजा यह होगा कि विद्यालय में होने वाली मासिक परीक्षा के परिणाम पर छात्रों का प्रश्नों के उत्तर लिखने में पकड़ अच्छी नहीं बन पाएगी । जिससे बच्चों के अंक कम आएंगे। अब विभाग की ओर से स्पष्ट रूप से यह कहा गया है कि विद्यालयों में निर्धारित समय के दौरान एवं निर्धारित समय सारणी के अनुसार शैक्षणिक कार्य संपन्न कराया जाए। प्राथमिक शिक्षा व सर्व शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने पत्र के माध्यम से सभी प्रधानाध्यापक को एवं प्रधान शिक्षकों को सख्त निर्देश दिया है कि नए सत्र की शुरुआत हो जाने के बाद जांच के काम में जो दिक्कतें देखने को मिल रही है ,वह पूरी तरह से समाप्त होनी चाहिए। उन्होंने विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था को लेकर कहा कि प्रधानाध्यापक एवं प्रधान शिक्षक नियमित रूप से चलने वाले पाठ टीका का अवलोकन स्वयं करें ताकि अगले दिन होने वाली पढ़ाई प्रभावित न हो। सभी शिक्षकों को नियमित रूप से समय से विद्यालय आने और पाठ का संधारण करने का निर्देश दिया। साथ ही प्रधानाध्यापकों को यह भी कहा है कि विद्यालय के सभी वर्ग कक्ष में समय सारणी उपलब्ध कराई जाए ताकि कक्षा में पढ़ने वाले छात्र एवं उसमें पढ़ने वाले शिक्षकों को किसी तरह का कन्फ्यूजन ना रहे और छात्रों की पढ़ाई सिलेबस के अनुसार हो। स्कूली शिक्षा में सुधार के बाद अब अभिभावक अपने बच्चो को पढ़ा रहे सरकारी स्कूल गौरतलब है कि शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी विद्यालयों में जहां अभियान चलाकर नामांकन कराए जा रहे हैं। वही विद्यालयों में नियमित पठन पाठन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जांच किए जा रहे हैं। विभाग के इस कदम से सरकारी विद्यालयों के शैक्षणिक व्यवस्था में जहां सुधार हुआ है । वही विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति भी बढ़ी है। ऐसे में विद्यालय में समय से एवं समय सारणी के अनुरूप शैक्षणिक व्यवस्था का संचालन नहीं होना यह छात्रों के लिए काफी दुखद विषय है। अभिभावक सतीश कुमार श्रीवास्तव ,प्रद्युमन सिंह ,मनोरमा देवी आदि ने बताया कि पहले हमारे बच्चे निजी विद्यालयों में पढ़ते थे। लेकिन सरकारी विद्यालयों के शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार होने के बाद बच्चों का नामांकन सरकारी विद्यालय में कराया गया अब नियमित रूप से पढ़ने जा रहे हैं। सरकारी विद्यालयों में होने वाली पढ़ाई और मासिक परीक्षा का काफी असर छात्रों की शिक्षा पर पड़ा है। जिससे छात्र मासिक परीक्षा की चिंता की वजह से घर में पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे में अगर विद्यालय में समय सारणी के अनुरूप पढ़ाई नहीं होती है तो इसका असर मासिक, त्रैमासिक एवं अर्धवार्षिक परीक्षा पर पड़ेगा और सिलेबस के अनुरूप नहीं पढ़ने से परीक्षा में छात्र सवालों के सही जवाब नहीं दे पाएंगे। जिससे उनका अंक कम आएगा और वह निराश होगे। ऐसे में विभाग की ओर से इस व्यवस्था को नियमित संचालित करने के लिए कठोर कदम उठाना चाहिए। कोट प्राथमिक ,मध्य ,उत्क्रमित मध्य ,उच्च एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में सिलेबस के अनुसार एवं समय सारणी को ध्यान में रखकर नियमित शैक्षणिक व्यवस्था संचालित करने का निर्देश विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं प्रधान शिक्षकों को दिया गया है। जांच के क्रम में अधिकतर विद्यालयों में ऐसी व्यवस्था नहीं देखने को मिली है। वहीं इसे बेहतर बनाने की दिशा में पहल करने का निर्देश प्रधानाध्यापक एवं प्रधान शिक्षकों को दिया गया है। विकाश कुमार डी.एन ,जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ,सर्व शिक्षा अभियान फोटो 20 अप्रैल भभुआ-10 कैप्शन-शहर के नगरपालिका मध्य विघालय में पढ़ाई करते छात्र
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