वोटर बंटने व परिवारवाद को मुद्दा बनाने से राजद की हुई हार (सर के ध्यानार्थ)
रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव का परिणाम आश्चर्यजनक नहीं, पहले से थी चर्चा भाजपा ने राजद के राजपूत व बसपा प्रत्याशी ने स्वजातीय मतदाताओं को साधा
रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव का परिणाम आश्चर्यजनक नहीं, पहले से थी चर्चा भाजपा ने राजद के राजपूत व बसपा प्रत्याशी ने स्वजातीय मतदाताओं को साधा वर्ष 2024 के रामगढ़ विस का उपचुनाव पार्टी मत प्राप्त भाजपा 62257 बसपा 60895 राजद 35825 जीत का अंतर 1362 वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव पार्टी मत प्राप्त राजद 58083 बसपा 57894 भाजपा 56084 जीत का अंतर 189 वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव पार्टी मत प्राप्त भाजपा 57501 राजद 49490 बसपा 35796 जीत का अंतर 8011 संजय क्रांति भभुआ। रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के अशोक कुमार सिंह ने 1362 मतों से जीत दर्ज की है। इन्होंने बसपा प्रत्याशी सतीश कुमार सिंह को हराया है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के छोटे पुत्र अजीत कुमार सिंह तीसरे स्थान पर रहे। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर की घोषणा राजद प्रत्याशी तीसरे-चौथे स्थान पर रहेंगे सच साबित हुई। लेकिन, इनकी पार्टी के प्रत्याशी सुशील कुमार सिंह को 6513 मतों पर संतोष करना पड़ा। राजद के वोटरों के बंटने और विपक्षी पार्टियों द्वारा परिवारवाद का मुद्दा बनाकर राजद पर लगातार हमला करना अजीत की हार का कारण बताया जा रहा है। इस उपचुनाव में भाजपा ने राजद के राजपूत व बसपा प्रत्याशी स्वजातीय मतदाताओं को साधने का काम किया। युवाओं ने उच्च शिक्षा व रोजगार के मुद्दे पर एकजुटता दिखाई। ऐसा भी नहीं कि विपक्षी हमला करते रहे और राजद चुप्पी साधे रहा। सोशल मीडिया पर राजद ने परिवारवाद के मुद्दे पर बसपा और भाजपा पर खूब हमला बोला। बसपा प्रत्याशी सतीश पर निशाना साधा गया कि इनके चाचा अंबिका सिंह इससे पहले तीन बार चुनाव लड़े और दो बार विधायक बने। भाजपा प्रत्याशी अशोक कुमार सिंह के पिता, भाई व भवह को प्रखंड प्रमुख के पद पर वर्षों काबिज रहने के मुद्दे पर घेरा। खास यह कि राजद के आधार वोट में विपक्षी सेंध लगाने में कामयाब रहे। पहले से थी हार की चर्चा रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में राजद की हार के बारे में यहां पहले से चर्चा थी। लड़ाई भाजपा व बसपा के बीच ही थी। अब इन दोनों दलों के बीच राजद के बिखरे वोटरों को अपने पक्ष में करने की होड़ मची। क्षत्रिय मतदाताओं का झुकाव भाजपा की ओर देख यादव मतदाताओं ने बीजेपी को रोकने के लिए हाथी की सवारी की। लेकिन, जीत दिलाने में कामयाब नहीं हो सके। आखिरकार यहां से कमल दुबारा खिला। बसपा के कोई बड़े नेता नहीं आए प्रचार करने रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए बसपा के कोई बड़े नेता नहीं आए। राजद से पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, सांसद सुधाकर सिंह के अलावा अन्य नेता भी कैंप किए। भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट सिंह, विजय कुमार सिन्हा सहित कई केंद्रीय व राज्य सरकार के मंत्री रामगढ़ पहुंचे थे। इनकी रामगढ़ की यात्रा सफल हो गई। फोटो- 23 नवंबर भभुआ- 1 कैप्शन- मोहनियां स्थित मतगणना केंद्र का शनिवार को निरीक्षण करते डीएम सावन कुमार, एसपी ललित मोहन मिश्र व अन्य।
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