स्कूल को कैमूर का रोल मॉडल बनाने की अपील (युवा पेज)
हमेशा सीखने की भावना से आगे बढ़ने वाले शिक्षक छात्रों के लिए होते हैं आदर्श, तीन दिवसीय कार्यशाला में मौजूद शिक्षकों ने पठन-पाठन को बेहतर बनाने पर की...
हमेशा सीखने की भावना से आगे बढ़ने वाले शिक्षक छात्रों के लिए होते हैं आदर्श
तीन दिवसीय कार्यशाला में मौजूद शिक्षकों ने पठन-पाठन को बेहतर बनाने पर की चर्चा
मोहनियां। एक संवाददाता
शहर के मानस सरस्वती शिशु मंदिर में शिक्षकों को बेहतर ढंग से प्रशिक्षित करने के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। कार्यशाला में नए तरीकों से शिक्षा को और रुचिकर बनाने पर चर्चा की गई। कार्यशाला में मौजूद शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिला यक्ष्मा पदाधिकारी व स्कूल के प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार सिंह ने कहा कि स्कूल को रोल मॉडल बनाने के लिए सबको मिल-जुलकर प्रयास करना होगा। आज के समय में काफी प्रतिस्पर्धा है ऐसी परिस्थिति में शिक्षकों का प्रशिक्षण, ओरियंटेशन और रिफ्रेशर बहुत जरूरी है। इसके लिए बाहर से रिसोर्स पर्सन बुलाकर शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
एमपी कॉलेज के फिजिक्स विभाग के एचओडी डॉ. एलएस सिंह ने कहा कि यदि शिक्षक भी अपने अन्दर छात्रों जैसी सीखने की ललक जागरूक कर लें तो वे विद्यार्थियों के लिए आदर्श बन जाएंगे। सीखने-सिखाने की प्रक्रिया अनवरत चलती रहती है। ऐसे में जिस प्रकार बच्चे नई नई जानकारियों के लिए प्रयासरत रहते हैं, शिक्षकों को भी रहना चाहिए। शहीद संजय सिंह महिला महाविद्यालय भभुआ के अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष और स्कूल के सचिव डॉ. राजन सिंह ने कहा कि अपने बच्चे की तरह यदि विद्यार्थियों को पढ़ाया जाए तो पढ़ाई का स्तर काफी सुधरेगा। उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि अपने बच्चे की एक तस्वीर अपने पर्स में रखें और स्कूल में पढ़ाते समय यह ध्यान रखें यदि मेरा बच्चा बैठा होता तो किस तरह की पढ़ाई होती। कार्यशाला में शिक्षकों को पठन- पाठन को लचीला बनाकर सिखाने के कई अहम टिप्स बताए गए। मौके प्रबंध समिति के सदस्य संजय वर्मा, वीरेंद्र कुमार सिंह व प्राचार्य संतोष कुमार मिश्र समेत दर्जनों शिक्षक मौजूद थे।
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कैप्शन- मानस सरस्वती विद्या मंदिर में कार्यशाला के दौरान मंच पर बैठे प्रबंध समिति के अध्यक्ष, सचिव, प्राचार्य व अन्य।
नौंवी में नामांकन लेने वाली छात्राओं ने दी दक्षता परीक्षा
इंटरस्तरीय आदर्श गर्ल्स हाईस्कूल में दक्षता जांच परीक्षा में 622 छात्राएं हुई शामिल
दक्षता परीक्षा के रिजल्ट के आधार पर सेक्शन निर्धारण से पढ़ाई में होती है सुविधा
रामगढ़। एक संवाददाता
इंटरस्तरीय आदर्श गर्ल्स हाईस्कूल में नौवीं कक्षा में नामांकन लेने वाली छात्राओं ने शनिवार को दक्षता जांच परीक्षा दी। इस परीक्षा का नामांकन से कोई लेना-देना नहीं है। इस परीक्षा का मकसद छात्राओं की बेहतर पढ़ाई संचालित करना है। इस दक्षता जांच परीक्षा के रिजल्ट के आधार पर छात्राओं का सेक्शन निर्धारण किया जाता है। प्रधानाचार्य अनिल कुमार सिंह ने बताया कि दक्षता जांच परीक्षा में 622 छात्राओं ने हिस्सा लिया। इस परीक्षा का रिजल्ट छह अप्रैल को घोषित कर दिया जाएगा।
बता दें कि इस स्कूल में पहले नामांकन जांच परीक्षा के आधार पर ही नौंवी कक्षा में नामांकन हो पाता था। बाद में जांच परीक्षा के आधार पर नामांकन की प्रक्रिया पर सरकार ने ब्रेक लगा दिया तो प्रबंध समिति ने दक्षता जांच परीक्षा शुरू करा दी। प्रबंध समिति के हरिद्वार सिंह ने बताया कि दक्षता परीक्षा से हमारी बेटियों की प्रतिभा का मूल्यांकन हो जाता है। फिर उस मूल्यांकन के आधार पर उनकी पढ़ाई का खाका शिक्षक तैयार करते हैं। यही वजह है कि वर्षों से इस स्कूल का रिजल्ट अच्छा आता है।
प्रधानाचार्य ने बताया कि इंटरमीडिएट में स्कूल का रिजल्ट 95 प्रतिशत रहा। इंटर साइंस में 84 में 46 छात्राएं प्रथम श्रेणी व 33 छात्राएं द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण हुइंर्। इंटर आर्ट्स में 396 में 49 छात्राएं प्रथम श्रेणी, 243 छात्राएं द्वितीय श्रेणी व 83 छात्राएं तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण हुई। परीक्षा संचालन में गणेश प्रकाश लाल, विजय कुमार सिंह, सत्य नारायण यादव, हरिशंकर सिंह, मिथिलेश राय, हालिमा, नीतू राय, अंजू कुमारी, रिंकी शर्मा सहित कई थीं।
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फ़ोटो परिचय- आदर्श गर्ल्स प्लस 2 हाईस्कूल रामगढ़ में शनिवार को दक्षता परीक्षा देती छात्राएं।
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