मां के नाम पर 11 और पिता के नाम 2 प्लॉट, बेऊर जेल के जेलर की काली कमाई का कच्चा-चिट्ठा
- ये प्लॉट कटिहार, मोतिहारी, शिवहर और पूर्णिया सदर में मौजूद हैं। मोतिहारी के बासनपुर अगरवा में काफी बड़ा 35.35 डिसमिल रकवा की जमीन का प्लॉट भी मां के नाम से है। उनकी मां शैलजा देवी एक घरेलू महिला हैं। पिता गोपाल शरण सिंह सेना से सेवानिवृत हवलदार हैं।
बेऊर आदर्श कारा के जेलर विधु कुमार ने अपने पिता के नाम पर 2 जबकि मां के नाम पर 11 प्लॉट खरीदे हैं। इनकी कीमत 1 करोड़ 42 लाख 69 हजार रुपये है। हालांकि बाजार मूल्य इससे कहीं अधिक है। इसमें पटना में सगुना मोड़ के पास मां के नाम से 2.34 डिसमिल जमीन और इस पर बना तीन मंजिला मकान भी शामिल है। यहां भी ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) की टीम ने छापेमारी की थी। ईओयू की तरफ से इस मामले में दर्ज एफआईआर में इससे जुड़े सभी तथ्यों का खुलासा किया गया है।
ये प्लॉट कटिहार, मोतिहारी, शिवहर और पूर्णिया सदर में मौजूद हैं। मोतिहारी के बासनपुर अगरवा में काफी बड़ा 35.35 डिसमिल रकवा की जमीन का प्लॉट भी मां के नाम से है। उनकी मां शैलजा देवी एक घरेलू महिला हैं। पिता गोपाल शरण सिंह सेना से सेवानिवृत हवलदार हैं। वे वर्ष 2014 में ही सेवानिवृत हो गए थे। इन्हें पेंशन मिलने से पहले इनके बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा किए गए थे। इसके अलावा विधु कुमार, शैलजा देवी, गोपाल शरण सिंह और पत्नी आरची कुमारी के नाम से करीब 21 बैंक खाते बरामद किए गए हैं।
इनमें 29 लाख 83 हजार रुपये जमा हैं। इसकी जांच चल रही है। विधु कुमार नवंबर 2010 में सरकारी नौकरी में आए। 14 साल के उनके कार्यकाल में उन्हें वेतन मद से 90 लाख रुपये की आमदनी हुई है। जबकि उनके पास 2 करोड़ 42 लाख रुपये से अधिक की चल एवं अचल संपत्ति बरामद की गई है। यह उनके वास्तविक आय से 146 फीसदी अधिक की अवैध संपत्ति का मामला बनता है। जांच पूरी होने के बाद इसमें बढ़ोतरी की संभावना है।