दस हजार मजदूर लॉक डाउन समय की मजदूरी से है वंचित
जिले के अंतर्गत तीन केंद्रीय उपक्रम है। आईओसी, एनटीपीसी व एचयूआरएल। इन तीनों कारखानों में लगभग 14 हजार असंगठित मजदूर कार्यरत हैं। कोरोना महामारी में भारत सरकार ने घोषणा की थी कि कार्यरत असंगठित...
जिले के अंतर्गत तीन केंद्रीय उपक्रम है। आईओसी, एनटीपीसी व एचयूआरएल। इन तीनों कारखानों में लगभग 14 हजार असंगठित मजदूर कार्यरत हैं। कोरोना महामारी में भारत सरकार ने घोषणा की थी कि कार्यरत असंगठित मजदूरों को तालाबंदी के दिन की भी मजदूरी का भुगतान किया जाएगा। लेकिन अभी तक लगभग दस हजार मजदूरों की मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ है। स्थानीय कंपनी या बाहरी कंपनी कार्यरत मजदूरों को बिना काम का भुगतान करने में असमर्थता व्यक्त कर रहे हैं। यह बात एटक के महासचिव प्रह्लाद सिंह ने कही। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग कि है कि महामारी का निषेध कमजोर लोगों पर ही नहीं बल्कि प्रबंधन पर भी किया जाए। सरकारी घोषणाओं का भी पालन करवाया जाए।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।