पंचायतों में कचरा उठाव को लेकर कर्मियों में निराशा
साहेबपुरकमाल में स्वच्छ भारत मिशन के तहत कचरा उठाव व प्रबंधन योजना धीमी पड़ती जा रही है। पंचायतों के मुखिया कहते हैं कि योजना जारी है, लेकिन स्थानीय लोग इसे केवल खानापूर्ति मानते हैं। कर्मियों के लंबे...
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साहेबपुरकमाल, निज संवाददाता। प्रखंड की अलग-अगल पंचायतों के स्वच्छ भारत मिशन के तहत शुरू की गई कचरा उठाव व प्रबंधन योजना धीरे-धीरे शिथिल पड़ती नजर आ रही है। हालांकि, अलग-अगल पंचायतों के मुखिया कचरा उठाव जारी रहने की बात कहते हैं लेकिन लोगों की मानें तो धरातल पर यह योजना फिलहाल सिर्फ खानापूरी बनकर रह गयी है। लोगों की मानें तो कचरा उठाने के नाम पर खानापूर्ति की जाती है। वह भी अब शिथिल ही पड़ा रहता है। इसका मुख्य कारण स्वच्छता कर्मियों का लंबे से मानदेय नहीं मिलना भी बताया जा रहा है। इधर, इस संबंध में पूछे जाने पर प्रखंड स्वच्छता समन्वयक विवेक कुमार बताते हैं कि प्रखंड की कुल 17 पंचायतों में से 13 पंचायतों में कचरा उठाव व प्रबंधन नियमित रूप से जारी है। तीन पंचायतों में सामाग्री का आवंटन नहीं होने के कारण उक्त योजना लंबित है। कर्मियों के बकाये मानदेय को लेकर समन्वयक बताते हैं कि सभी कर्मियों के खाते में बकाया मानदेय राशि की भुगतान प्रक्रिया चल रही है। आगामी सप्ताह में भुगतान की पूरी संभावना है। बताया कि 1 जनवरी 2025 से स्वच्छता कर्मियों के मानदेय का भुगतान बिहार सरकार करने जा रही है। इससे उक्त योजना को संबल मिलेगा।
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