निर्जला रहकर सुहागिनों ने रखा करवा चौथ का व्रत
फोटो नं.04 डंडारी में बुधवार को पति की दीर्घायु के लिए करवा चौथ व्रत करतीं...
दाम्पत्य जीवन को खुशहाल बनाने व पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत करने की कामना से सुहागिनों ने बुधवार को करवा चौथ का व्रत आस्था के साथ किया। पूरे दिन निर्जला उपवास रहकर रात में चांद का दर्शन करने के बाद विधि-विधानपूर्वक पूजा कर पति की सलामती के लिए आशीर्वाद मांगा। चलनी में दीया रखकर पति को देखा और उनके हाथ से पानी पीकर व्रत संपन्न किया। इसके बाद ही अन्न ग्रहण किया। प्रखंड क्षेत्र में करवा चौथ व्रत को लेकर एक दिन पहले से ही सुहागिनों में खास उत्साह देखा गया। जिसको लेकर शृंगार सामग्री और कपड़े की जमकर खरीदारी की गई। खासकर मैचिंग व डिजाइनर लहठी, चूड़ी सेट और गला के हार के सेट की खूब बिक्री हुई।
पति की दीर्घायु के लिए महिलाओं ने रखा व्रत
गढ़पुरा। निज संवाददाता
सुहागिनों ने बुधवार को करवा चौथ का व्रत रखकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना की। व्रत रखने वाली सुहागिनों ने दिनभर निर्जला रहकर व्रत रखा। शाम को व्रतियों ने शिव, पार्वती, गणेश, कार्तिकेय की पूजा-अर्चना करने के उपरांत करवा चौथ की कथा सुनी तथा चंद्रमा पर जल अर्पण किया। प्रेम, त्याग व विश्वास के इस अनोखे महापर्व पर मिट्टी के बर्तन यानी करवे की पूजा का विशेष महत्व है जिससे रात्रि में चंद्रदेव को जल अर्पण किया जाता है। प्रखंड के कौशलपुर, गढ़पुरा, कुम्हारसो, सुजानपुर, सोनमा आदि गांवों में करवा चौथ को लेकर ज्यादा उत्साह दिखा। इस व्रत में महिलाएं सोलह श्रृंगार कर सज-संवर कर व्रत करती हैं। संध्या बेला चलनी के माध्यम से चंद्रमा का दर्शन कर इस व्रत को संपन्न किया जाता है।
कुम्हारसो निवासी पं. चंद्रमोहन झा बताते हैं कि रामचरितमानस के लंका काण्ड के अनुसार इस व्रत का एक पक्ष यह भी है कि जो पति-पत्नी किसी कारणवश एक दूसरे से बिछुड़ जाते हैं, चंद्रमा की किरणें उन्हें अधिक कष्ट पहुंचाती हैं। इसलिए करवा चौथ के दिन चंद्रदेव की पूजा कर महिलाएं यह कामना करती हैं कि किसी भी कारण से उन्हें अपने प्रियतम का वियोग न सहना पड़े। वहीं, महाभारत में भी एक प्रसंग है जिसके अनुसार पांडवों पर आए संकट को दूर करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण के सुझाव से द्रौपदी ने भी करवा चौथ का पावन व्रत किया था। इसके बाद ही पांडव युद्ध में विजयी रहे।
पति की दीर्घायु के लिए सुहागिनों ने रखा करवा चौथ का व्रत
तेघड़ा । निज संवाददाता
सुहागिनों ने पति की दीर्घायु के लिए बुधवार को दिनभर निर्जला उपवास रहकर करवा चौथ का व्रत किया। महिलाओं ने सूर्योदय से पूर्व ही इस व्रत को प्रारम्भ किया तथा रात में चंद्रोदय के बाद पूजा की। चाँद को चलनी से देखने के बाद पति के हाथ से पानी पीकर व्रत संपन्न किया। उन्होंने बुजुर्ग महिलाओं या पंडितों से करवा चौथ की कथा सुनीं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।