संविधान बचाने के लिए आम लोगों को कांग्रेस के साथ आना होगा: अशोक राम
राहुल गांधी की 18 जनवरी को पटना में प्रस्तावित कार्यक्रम में जिले से डेढ़ हजार कार्यकर्ता होंगे शामिल
बेगूसराय, हमारे प्रतिनिधि। केंद्र की एनडीए सरकार संवैधानिक संस्थाओं को कुचलने का काम कर रही है। निर्वाचन आयोग स्वतंत्र होकर काम नहीं कर रहा है। वह सरकार के इशारे पर काम करता है। सरकार तानाशाह की तरह काम कर रही है। केंद्र की मोदी सरकार में सुप्रीम कोर्ट के जजों को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखनी पड़ती है। संविधान को बचाने के लिए राहुल गांधी जगह-जगह रैली कर रहे हैं। इसी सिलसिले में वे 18 जनवरी को पटना के सदाकत आश्रम पहुंच रहे हैं। लोगों को संविधान बचाने के लिए कांग्रेस के साथ आगे आना होगा। ये बातें कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री अशोक राम ने कांग्रेस भवन में कार्यकर्ताओं की मीटिंग के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि बेगूसराय से 150 वाहनों के काफिले से करीब डेढ़ हजार कार्यकर्ता शामिल होंगे। कांग्रेस के आपातकाल के सवाल पर उन्होंने कहा कि उस समय देश की विषम परिस्थितियां थी। इस दौरान कुछ गलत हुआ तो इसके लिए कांग्रेस माफी मांग चुकी है। लेकिन, केंद्र की बीजेपी सरकार में अघोषित रूप से आपातकाल जैसी स्थिति है। जिलाध्यक्ष अभय कुमार सिंह सार्जन ने मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा पर सवाल खड़ा किया। सार्जन ने कहा कि मुख्यमंत्री को शाम्हो-बेगूसराय पुल के निर्माण, बेगूसराय में विश्वविद्यालय की स्थापना, बेगूसराय को प्रमंडल बनाने के मुद्दे पर मुंह खोलना चाहिए। सही मायने में बेगूसराय की यही प्रगति होगी। संविधान के खतरे के बावत उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले की जांच क्यों नहीं हुई। किसानों की सुधि क्यों नहीं ली जा रही है। सिर्फ दो पूंजीपतियों को ही क्यों बड़े बड़े टेंडर दिये जा रहे हैं। मौके पर कांग्रेस नेता शिवप्रकाश गरीब दास, रामविलास सिंह, लखन पासवान, नंदकिशोर सिंह, उमेश सिंह, सुबोध कुमार, कृष्ण कुमार राय, ब्रजेश कुमार प्रिंस, रामबाबू तांती, गौरव कुमार राजू, रंजीत कुमार, विक्रम कुमार आदि थे।
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