सुरक्षा के लिए छठ घाटों पर बैरिकेडिंग जरूरी
शांति समिति की बैठकमिति की बैठक थानाध्यक्ष की अध्यक्षता में हुई। थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार ने बताया कि बूढ़ी गंडक नदी के घाटों पर सुरक्षित तरीके से छठ पर्व मनाने के लिए एसडीआरएफ टीम की मांग की गई है
मंझौल, एक संवाददाता। दीपावली, लक्ष्मी पूजा, काली पूजा एवं छठ पूजा को लेकर सोमवार को मंझौल थाना में शांति समिति की बैठक थानाध्यक्ष की अध्यक्षता में हुई। थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार ने बताया कि बूढ़ी गंडक नदी के घाटों पर सुरक्षित तरीके से छठ पर्व मनाने के लिए एसडीआरएफ टीम की मांग की गई है। जनप्रतिनिधियों एवं उपस्थित लोगों के द्वारा घाट पर पेट्रोलिंग, कमला के पास पवड़ा की ओर जाने वाली सड़क को जलजमाव से मुक्त कराने की मांग की गई। कन्हैया कुमार ने साफ-सफाई, बाजार की दुकानों में मिठाइयों व खाद्य पदार्थों के जांच के लिए व्यवस्था की मांग की। इसके अतिरिक्त बूढ़ी गंडक के खतरनाक घाटों में बैरिकेडिंग, एसडीआरएफ की टीम एवं नाव की व्यवस्था, एम्बुलेंस के साथ मेडिकल टीम की व्यवस्था, छठव्रती महिलाओं के कपड़ा बदलने के लिए टेंट पंडाल की व्यवस्था की मांग की गई। कुछ जनप्रतिनिधियों ने साफ सफाई के लिए आपदा निधि से राशि की मांग की। मुखिया राजेश कुमार ने बताया कि मंझौल पंचायत 04 में बूढ़ी गंडक नदी में आठ घाट हैं। खतरनाक घाटों को प्रशासन द्वारा चिह्नित कर वहां बोर्ड लगाया जाए। मंझौल में सोझी व कोठी घाट प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त पबड़ा में भी दो-तीन घाट हैं। जनप्रतिनिधियों एवं उपस्थित लोगों ने प्रशासन को सहयोग करने की आश्वासन दिया। पूर्व मुखिया कुमार अनिल समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के शांति समिति की बैठक में उपस्थित नहीं रहने पर आक्रोश व्यक्त किया। बैठक में विपिन कुमार, पूर्व मुखिया कुमार अनिल, अरुण सिंह, कन्हैया कुमार, मो. शाकिर, सच्चिदानंद ठाकुर आदि मौजूद थे।
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