संक्रमण से सहमे यात्रियों ने भय के माहौल में शुरु किया ट्रेन में सफर
दिन सोमवार। सुबह के साढ़े छह बज रहे हैं। बेगूसराय रेलवे स्टेशन के मुख्य गेट पर बैरीकेड लगा है। पहले दिन सफर करने वाले यात्रियों का आना शुरू हो गया है। कुछ यात्री गेट पर ही अपने लगेज के साथ खड़े हैं...
दिन सोमवार। सुबह के साढ़े छह बज रहे हैं। बेगूसराय रेलवे स्टेशन के मुख्य गेट पर बैरीकेड लगा है। पहले दिन सफर करने वाले यात्रियों का आना शुरू हो गया है। कुछ यात्री गेट पर ही अपने लगेज के साथ खड़े हैं जबकि कुछ यात्री स्टेशन के दूसरे गेट से स्टेशन परिसर में पहुंचने लगे हैं। इन यात्रियों को परिसर में तैनात पुलिस लाइन में लगने का इशारा कर रहे हैं। यात्री भी खामोश निगाहों से स्टेशन को निहारते लाइन में खड़े होते जा रहे हैं। इसी बीच मुख्य गेट का बैरीकेड भी हटा लिया जाता है। इस गेट पर भी बल की तैनाती किसी को भी प्रवेश ना करने देने के साथ कर दी जाती है। यात्रा के लिए पहुंच रहे यात्रियों को दूसरे गेट से ही स्टेशन जाना को कहा जाता है। दूसरे गेट पर भी पुलिस तैनात है। पहुंच रहे यात्री का गेट पर टिकट जांच कर ही परिसर में प्रवेश कराया जा रहा है। सुबह सात बजे स्टेशन परिसर में यात्रियों की दो लम्बी लाइन लग जाती है। धूप में खड़े यात्रियों ने जल्द जांच शुरु कराने की मांग शुरू की। गढ़हरा रेलवे अस्पताल से आई मेडिकल टीम ने यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग करना शुरु की। स्क्रीनिंग के दौरान टीटीई यात्रियों के नाम पूछ एक कागज में लिखता है। इन्हीं कागज में तापमान भी दर्ज किया जा रहा था। यात्री जांच कराने के बाद प्लेटफार्म पर पहुंच रहे थे। इस दौरान कुछ यात्रियों को गुलाब भी भेंट किया गया। इसके बावजूद यात्रियों के चेहरे पर मुस्कुराहट नहीं दिखी। सहमे यात्री प्लेटफार्म पर प्रवेश कर रहे हैं। प्लेटफार्म पर यात्रियों को दूरी बनाकर रहने, मास्क लगाने आदि का संदेश दिया जा रहा था। यात्री प्लेटफार्म पर जगह तलाश कर खामोश बैठ जा रहे थे। सुबह 8.05 तक सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग का काम पूरा हो गया था। सभी यात्री आये या नहीं, इसकी जांच और गिनती होने लगती है। गिनती में पता चलता है कि एक यात्री नहीं पहुंचे हैं। कुल 88 यात्रियों ने आरक्षण करा रखा था। स्क्रीनिंग में 87 यात्री ही आए थे। बाद में पता चला कि एक यात्री यात्रा नहीं करेंगे। सुबह के 8.20 बजे वैशाली स्पेशल एक्सप्रेस के आगमन का समय हो रहा है। यात्रियों की निगाहें स्टेशन की घड़ी पर हैं। इसी बीच ट्रेन के लखमिनिया स्टेशन पास करने की उद्घोषणा होती है। ट्रेन करीब 15 मिनट लेट 8.36 बजे प्लेटफार्म पर खड़ी हो जाती है। यात्री ट्रेन पकड़ने इधर-उधर दौड़ लगाने लगते हैं। कुछ ही पल में प्लेटफार्म खाली हो जाता है। ट्रेन दो मिनट की जगह तीन मिनट रुकते हुए गंतव्य की ओर चल देती है। इसी बीच प्लेटफार्म पर दो महिला यात्री नजर आती हैं। इनसे आरपीएफ और टीटीई जानने का प्रयास करते हैं कि वे ट्रेन पकड़ने आई हैं या ट्रेन से उतरी हैं। इनमें एक महिला यात्री के साथ एक छोटा बच्चा भी था। दोनों के पास आरक्षित टिकट थे। दोनों महिलाएं सहरसा से इस ट्रेन में सवार हुई थीं। दोनो के पास दिल्ली तक का टिकट था। पुलिस दोनों को बाहर का रास्ता दिखा देती है। फिर स्टेशन पर वीरानी पसर जाता है। रेलकर्मियों में दूसरी ट्रेन आने की चर्चा होने लगती है। दूसरी ट्रेन महानंदा एक्सप्रेस रात साढ़े दस बजे आएगी। इसको लेकर ड्यूटी का निर्धारण होने लगता है। रेल सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को सुबह और शाम दो-दो ट्रेन आएगी। दुकानें खुलीं तो उमड़ने लगी भीड़, सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं हो रहा पालनबेगूसराय। निज संवाददातादिन सोमवार। सुबह के आठ बजे हैं। शहर के अंबेडकर चौक पर लोगों की आवाजाही अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक है। धीरे धीरे दूध, किराना दुकान सहित अन्य दुकानें खुलने लगीं। चौक पर चाय वालों ने भी आज अपना स्टाल लगाया। सुबह के 10.30 हो रहे हैं। मेन रोड में पहली बार सोना-चांदी और बर्तन दुकान खुलने की तैयारी में है। दुकानदार व उनके सहयोगी दुकान खोलकर झाड़ू लगा रहे हैं। कई दुकानों की साफ़-सफाई की जा रही है। 11.20 बजे मेन रोड में अमूमन साड़ी दुकानें खुल गयीं। स्वर्ण पट्टी में भी लगभग सभी दुकानें सज गईं। ग्राहक के इन्तजार में दुकानदार अपनी सीट पर बैठ कर बाट जोह रहे हैं। कई बड़ी दुकानें में आने-जाने वालों को बाहर में ही सेनिटाइजर देकर हाथ साफ़ करने को कहा जा रहा है।12.25 बजे बाजार में भीड़ बढ़ गयी है। पहली बार मेन रोड में बड़ी संख्या में गाड़ी और ई-रिक्शा नजर आ रहे हैं। कई दिनों के बाद पहली बार मेन रोड में जाम की स्थिति देखने को मिली। इससे आम लोगों को फजीहत का भी सामना करना पड़ा। दोपहर बाद 3.50 बजे भी बाजार में अच्छी भीड़ दिखी। कई जगह जाम भी लगता रहा। बाजार खुलने से दुकानदारों के चेहरे पर सुकून झलक रहा था। सोमवार को मोबाइल दुकानों में भीड़ दिखी वहीं आभूषण दुकानों में ग्राहक नहीं आये। ज्यादा बिक्री छोटे-छोटे जरुरी समानों की ही हुई। बाजार खुलने से हर जगह ख़ुशी तो दिखी पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा था। दुकानें खुलने से मिली राहतएक साथ दूकान खुलने के कारण दुकानदार और आमलोगों के चेहरे पर थोड़ी राहत दिखी।हीरालाल चौक स्थित आभूषण विक्रेता कुंदन गुप्ता ने बताया कि आभूषण दुकान के साथ ही अन्य सभी दुकानें खुलने से राहत महसूस कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण का भय तो है लेकिन जीने के लिए व्यवसाय करना जरुरी है। सोनारपट्टी स्थित आभूषण विक्रेता श्रीराम ठाकुर ने कहा कि ढाई महीने से बाजार में उदासी थी। अब बाजार गुलजार होने लगा है। मेन रोड स्थित बर्तन विक्रेता लक्ष्मी साह ने कहा कि दुकान खुलने से हम लोग राहत महसूस कर रहे हैं। दुकान बंद रहने से आर्थिक परेशानी बढ़ गयी थी। सहमे तो जरूर हैं लेकिन काम धंधा भी करना पड़ेगा। यात्रियों के आवागमन से बस पड़ाव गुलजार बेगूसराय। नगर प्रतिनिधिसमय: सुबह 11 बजे। शहर के बस पड़ाव में कुछ बसे मुख्य द्वार के पास लगी हुई है। बस व छोटी गाड़ियों के कर्मियों की चहल-पहल हो रही है। धूप तेज होने लगी है। लेकिन लोगों में उत्साह बना हुआ है। लगभग 68 दिनों तक चले लॉकडाउन क बाद जिला प्रशासन की ओर से सोमवार से अनलॉक वन की घोषणा के बाद यात्री वाहनों का परिचालन शुरू हो गया है। पटना जाने वाली शिव ज्योति बस खड़ी है। बस के ड्राइवर, खलासी, कंडक्टर सब के सब हाथों में ग्लबस व चेहरे पर मास्क लगाए हुए हैं। बस के अंदर फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ यात्री बैठे हुए हैं। मैनेजर सुभाष सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के बाद आज पहली गाड़ी है जो पटना जा रही है। कहा प्रशासन के निर्देश के अनुसार यात्रियों को बिठाया जा रहा है। कंडक्टर राजकुमार, ड्राइवर हेमलाल ने बताया कि वे लोग आज बहुत दिनों बाद अपने काम पर लौटे हैं। अच्छा लग रहा है। कहा अभी यात्रियो की संख्या कम है। थोड़ी परेशानी हो रही है। लेकिन उम्मीद करते हैं कि धीरे-धीरे सब ठीक हो जाएगा। समय-सुबह 11:20 यात्रियों को लेकर शिव ज्योति बस पटना के लिए चल देती है। बस में मात्र 14 यात्री हैं। इसमें एक महिला भी शामिल है। यात्रियों ने बताया कि बहुत अच्छा लग रहा है कि अपने शहर से यात्री बस की शुरूआत हुई है। अब परेशानियों का सामना करना नहीं पड़ेगा। बस धीरे-धीरे सरकते हुए एनएच-31 पर पहुंच गति पकड़ लेती है। समय- सुबह:11:30 नगर निगम के कर्मी बस पड़ाव में खड़ी बसों व आसपास की जगहों का पाइप के सहारे सेनेटराइज कर रहे हैं। ठेले पर नाश्ता की दुकान लगाए दुकानदार इधर-उधर होने लगता है। इस दौरान ठेले पर रखा कुछ सामान गिर जाते हैं। थोड़ी देर के लिए चहल-पहल बढ़ जाती है। कई लोग उत्सुत्कतावश सेनेटराइज हो रहे बसों को देखने लग जाते हैं। फुहाड़े से वातारण ठंडा हो जाता है। धर्मरथ मोटर सर्विस के कर्मी पोखरिया निवासी शिव कुमार कहते हैं कि पहला दिन है। इसलिए यात्रियों की संख्या कम है। कहते हैं कि सीट के हिसाब से अगर यात्रियों को बिठाने की मनाही होगी तो वाहन मालिकों को आर्थिक नुकसान होगा। शिव कुमार बताते हैं कि एक दो दिनों में स्थिति सामान्य हो जाने की उम्मीद है। ठेले पर नाश्ते की दुकान लगाने वाले दुकानदार ने कहा कि बहुत दिनों के बाद बस पड़ाव से गाड़ियों का खुलना अच्छी बात है। अब उनलोगों की परेशानी कुछ हद तक दूर होगी। समय-12:00 दोपहर बजे। एक टेम्पो एनएच-31 किनारे खड़ी है। उसमें कुछ महिलाएं, बच्चे व पुरूष बैठे हैं। तेज धूप से बचने के लिए गोद में बच्चे को लिए महिला चाहती हैं कि तुरंग टेम्पो में बैठ जाएं। ड्राइवर से बात करने के बाद महिला टेम्पो में बैठती है। इसके बाद ड्राइवर टेम्पो स्टार्ट कर चल देता है। समय दोपहर 1:00 बजे। बलिया जाने वाली बस में कुछ यात्री बैठे हैं। बाहर कुछ पुलिसकर्मी खड़े हैं। देख रहे हैं कि वाहनकर्मी नियम का पालन पूरी तरह कर रहे हैं कि नहीं। पुलिसकर्मी संतुष्ट हैं कि नियम का पालन पूरी तरह किया जा रहा है। दुकानें खुलते ही बाजार का बदला नजाराकोविड-19 के संक्रमण के खतरे के प्रति सजग हैं दुकानदारबगैर मास्क लगाए ही बाजार को निकलने लगे हैं अधिकतर लोगबछवाड़ा। निज संवाददाता दिन सोमवार। स्थान: बछवाड़ा बाजार। समय: अपराह्न 3 बजे। बछवाड़ा बाजार की लगभग सभी दुकानें खुली हैं। लोग सामानों की खरीदारी करने पहुंच रहे हैं। कहीं-कहीं दुकानों के सामने सड़क पर लोगों की भीड़ भी इकट्ठी हो रही है। कुछ लोग बहुत दिनों बाद जो बाजार में निकले हैं, वे अपने परिचितों को देखते ही हाल-चाल भी पूछ रहे हैं। इस बीच सोशल डिस्टेंस का ध्यान नहीं रख पाते हैं। हालांकि, वे हाथ मिलाने से जरूर परहेज कर रहे हैं। शाम 4:00 बजे तक बाजार में गहमागहमी बढ़ गई है। ग्राहकों की सर्वाधिक भीड़ सब्जी के दुकानों पर लगी है। अधिकतर लोग बगैर मास्क पहने ही बाजार में घूमते नजर आ रहे हैं। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव में दुकानदार अपनी सुरक्षा का खास ख्याल रख रहे हैं। कई किराने व दवा की दुकानों के आगे रस्सी से घेराबंदी कर दुकानदारों ने मानो लक्ष्मण रेखा खींच रखा हो। ग्राहक रस्सी के पार ही खड़ा होकर सामानों की खरीदारी करते हैं। दुकानों पर ग्राहकों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग की घोर कमी देखी जा रही है। कुछ दुकानदार अपने इस्तेमाल के लिए दुकान के काउंटर पर सेनिटाइजर की बोतल रखे हैं। रुपए व अन्य बाहर की चीजें छूने के बाद वे कुछ समय अंतराल पर हाथों को सेनिटाइज कर लेते हैं। लंबे समय के बाद दुकानों को खोलने वाले कई दुकानदारों ने बताया कि लॉकडाउन के बीच दुकान की पूंजी भी टूट गई है। कई कपड़े दुकानदारों ने कहा कि सुबह 7:00 बजे से ही दुकान खोल कर बैठे हैं किंतु बोहनी पर भी आफत है। करीब 70 दिनों पर दुकान खुला है फिर भी सामानों की बिक्री नदारद है। शाम करीब 5:00 बजे पुलिस गश्ती की गाड़ी बाजार पहुंची। पुलिस टीम ने हनुमान चौक पर भीड़ में खड़े लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग रखने की सलाह दी। अनलॉक-वन शुरू होते ही बाजारों में बढ़ी चहलकदमी गढ़पुरा । निज संवाददाता अनलॉक वन शुरू होते ही बाजारों से लेकर गांव की गलियों तक चहलकदमी बढ़ गई है। सुबह से ही सभी दुकानें खुल गई। खासकर गढ़पुरा बाजार में कपड़े , कॉस्मेटिक तथा चाय पान की दुकानें लगभग 3 महीने से बंद थी, वह पूरी तरह खुल चुकी हैं। सुबह में खासकर चाय पीने वाले की दुकानों पर भीड़ दिखी। दोपहर बाद सब्जी, फल, किराना से लेकर अन्य दुकानों पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। सबसे बड़ी बात यह देखने को मिली कि न तो कहीं सोशल डिस्टेंस दिखाई पड़ा और न ही लोग मास्क का प्रयोग करते दिखाई दिए। खासकर किराना और कपड़े की दुकानों पर दुकानदारों द्वारा सेनिटाइज की व्यवस्था की गई थी लेकिन वह कुछ सीमित दुकानों पर ही देखने को मिला। अनलॉक के पहले दिन बेगूसराय-गढ़पुरा पथ पर बस का परिचालन शुरू नहीं हो पाया है जबकि छोटी गाड़ियों का परिचालन शुरू हो गया है। मुख्य रूप से ऑटो रिक्शा के लिए यह राहत भरा रहा। ये लोग पूरी तरह बेरोजगार हो गए थे। ऑटो रिक्शा संचालक मुकेश केवट ने बताया कि सरकार द्वारा उठाए गए कदम से अब हम लोगों को थोड़ी राहत मिली है हालांकि ऑटो रिक्शा पर ज्यादा पैसेंजर चढ़ाना फिलहाल मुश्किल है इसको भी ध्यान में रखा जा रहा है। दूसरी ओर अब मेडिकल टीम सामुदायिक स्तर पर सैंपल लेकर भेजने का काम शुरू कर दिया है गढ़पुरा बाजार में सब्जी फल विक्रेता समेत कुल 15 लोगों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है ताकि यह पता चल सके कि को रोना वायरस का प्रभाव सीमित स्तर पर है या समुदाय का स्तर पर गढ़पुरा हॉस्पिटल के प्रभारी डॉ. राम कृष्ण बताया कि स्कूल और होम क्वारंटाइन में रखे गए प्रवासियों की जांच की जा रही है। इसके लिए सर्विलांस टीम घर-घर जाकर प्रवासियों से मिलकर उनकी मॉनिटरिंग कर रही है।
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