बच्चों को नैतिक शिक्षा देने की जरूरत
तेघड़ा । निज संवाददाता सह प्रधानाध्यापक महेश प्रसाद सिंह ने नैतिक शिक्षा व इसके मूल्यों के महत्व को विस्तार से बताया।...
तेघड़ा । निज संवाददाता
बच्चों को नैतिक शिक्षा देने की जरूरत है। इससे मानवीय मूल्यों की रक्षा के साथ ही आदर्श नागरिक बनाया जा सकता है। बच्चों में जानने की अधिक जिज्ञासा रहती है। ये बातें कवि डॉ. सच्चिदानंद पाठक ने गुरुवार को नवजीवन वासुदेव पुस्तकालय बजलपुरा में आयोजित नैतिक शिक्षा वर्ग कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में कहीं। पुस्तकालय के प्रबंधक सह प्रधानाध्यापक महेश प्रसाद सिंह ने नैतिक शिक्षा व इसके मूल्यों के महत्व को विस्तार से बताया। पुस्तकालय प्रबंधन समिति सदस्य वीरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि आज की परिस्थिति में लोगों में नैतिक मूल्यों की कमी से राष्ट्रीय चरित्र निर्माण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगा है। सामाजिक कार्यकर्ता मौजे लाल सिंह ने कहा कि नैतिक शिक्षा को पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाना चाहिए।
बाबूल कुमारी, दीपशिखा, भारती कुमारी तथा नीलू कुमारी आदि ने भी अपनी बातें रखीं। पुस्तकालय प्रबंधन की ओर से डॉ. पाठक को चादर प्रदान कर सम्मानित किया गया। बबलू कुमार व मंजेश कुमार ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया।
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