ई-रिक्शा से अगवा कर मूक बधिर नाबालिग छात्रा से दुराचार, एफआईआर
खून से लथपथ हालत में इलाज के लिए सदर अस्पताल में किया गया भर्ती... आवाज बूढ़ी गंडक नदी के किनारे एक मछुआरा का बच्चा सुनी। वह अपने पिता को बताया तो दौड़कर चीखने की
बेगूसराय, निज प्रतिनिधि। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के एक गांव में बुधवार की शाम मनचले युवक ने ई-रिक्शा से चार-पांच बच्चियों का एक साथ अपहरण कर लिया। उसके बाद उनमें से एक 14 वर्षीय मूक बधिर दिव्यांग नाबालिग 14 वर्षीया किशोरी के साथ बूढ़ी गंडक नदी के बांध किनारे ले जाकर जबरन दुराचार किया। बच्चों की चीख पुकार की आवाज बूढ़ी गंडक नदी के किनारे एक मछुआरा का बच्चा सुनी। वह अपने पिता को बताया तो दौड़कर चीखने की आवाज स्थल पर पहुंचा। तबतक एक किसान भी पहुंच गया। दोनों के हल्ला करने पर आरोपी युवक वहां से भाग निकला। उसके बाद वहां और कई लोग जुट गए। पीड़िता को खून से लथपथ हालत में उसके घर लाया गया। वहां से किसी ने डायल- 112 पुलिस को सूचना दी। डायल- 112 की पुलिस वहां पहुंची व रेप पीड़िता किशोरी को उठाकर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। घटना की जानकारी मिलने के बाद मुफस्सिल थाने की पुलिस सदर अस्पताल पहुंची। रेप पीड़िता को उसकी मां के साथ थाना ले आई। गुरुवार को घटना के 16 घंटे से अधिक बीतने के बाद भी पुलिस ने न तो एफआईआर दर्ज कर पार रही थी न ही रेप पीड़िता का पुलिस के द्वारा मेडिकल जांच कराने के लिए तैयार थी। मीडिया के द्वारा जब रेप की घटना की जानकारी एसपी मनीष कुमार को दी गयी तो मुफस्सिल थाने की पुलिस एक्शन में आयी। उसके बाद रेप पीड़िता को सदर अस्पताल लाकर मेडिकल जांच करायी गयी। रेप पीड़िता की मां ने बताया कि गांव के ही नारायण सिंह का पुत्र बुचुल सिंह ने तीन चार बच्चियों को ई- रिक्शा से उठा लिया। थोड़ी दूर के बाद अन्य बच्ची को छोड़ दिया गया और उसकी बेटी को बूढ़ी गंडक नदी के बांध किनारे ले गया और जबरन रेप किया। रेप पीड़िता की मां का आरोप है कि पुलिस न तो मेडिकल जांच करवा रही थी न ही बयान ले रही थी। पुलिस पंचायती कर मामला सुलझा लेने का दबाव दे रही थी। पीड़िता का यह भी आरोप है कि गांव के लोग व जनप्रतिनिधि दबाव बना रहे हैं कि केस मुकदमा दर्ज नहीं कर आओ गांव में ही तुम्हारा पंचायती कर देते हैं। पानी तांती संघ के नेता सोहित तांती, अर्जुन कुमार आदि ने बताया कि रेप का केस दर्ज नहीं हो इसलिए पंचायत का एक प्रतिनिधि महिला का आधार कार्ड जब्त कर लिया था। उन्होंने एसपी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। रेप पीड़िता भटकती रही, मोबाइल देखने में व्यस्त रही पुलिस अधिकारी सदर अस्पताल में रेप पीड़िता को उसकी मां के साथ मेडिकल जांच के लिए लाया गया। मुफस्सिल थाना में पदस्थापित एक महिला दारोगा ने रेप पीड़िता को अकेले छोड़ दिया। पुलिस अधिकारी बरामदे पर बेंच पर जाकर बैठ गयी व मोबाइल में रिल देखने लगी। सबसे अजीब बात यह कि रेप पीड़िता को जब मेडिकल जांच के लिए लाया जाता है तो पुलिस अधिकारी सिविल ड्रेस में रहते हैं ताकि अन्य लोगों को जानकारी मिल नहीं सके। मां-बेटी के साथ पुलिस वर्दी में एक महिला पुलिस अधिकारी को देखा गया तो सदर अस्पताल में मौजूद मरीजों व उनके अभिभावकों में चर्चा होने लगी कि लगता है कि किसी लड़की या महिला का रेप हो गया। कहते हैं अधिकारी मुफस्सिल थाना क्षेत्र में एक मूक बधिर किशोरी से रेप की घटना सामने आयी है। किशोरी कुछ बोलने में सक्ष्म नहीं है। इसलिए पीड़िता की मां की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान तेज कर दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का भी इंतजार है। रमेश प्रसाद सिंह, मुख्यालय डीएसपी
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