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लॉकडाउन: गरीब बच्चों के लिए भारी पड़ रही है डीडी बिहार से ऑनलाइन पढ़ाई लॉकडाउन: गरीब बच्चों के लिए भारी पड़ रही है डीडी बिहार से ऑनलाइन पढ़ाई

बेगूसराय। निज प्रतिनिधिलेकर राज्य स्तर पर लगाया गया लॉकडाउन की वजह से बच्चों के लिए डीडी बिहार से ऑनलाइन की पढ़ाई गरीब परिवार के बच्चों के लिए भारी पड़ रहा है। जिले के 80 प्रतिशत बच्चों के घरों में...

Newswrap हिन्दुस्तान, बेगुसरायMon, 20 July 2020 07:41 PM
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कोरोना महामारी को लेकर राज्य स्तर पर लगाया गया लॉकडाउन की वजह से बच्चों के लिए डीडी बिहार से ऑनलाइन की पढ़ाई गरीब परिवार के बच्चों के लिए भारी पड़ रहा है। जिले के 80 प्रतिशत बच्चों के घरों में न तो टीवी की व्यवस्था है न स्मार्टफोन नहीं है। ऐसे में बच्चों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई सपना बन गया है। ऐसे में ऑनलाइन की पढ़ाई कैसे करेंगे। जबकि विभाग का दावा है कि 2.14 लाख बच्च ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। लॉकडाउन की वजह से परेशान ऐसे अभिभावक रोजी रोटी की जुगाड़ में परेशान हैं। अभिभावकों के अनुसार मोबाइल तो है लेकिन स्मार्टफोन व टीवी की सुविधा नहीं। बिजली रह रहकर दगा दे जाती है। खासकर पढ़ाई के ही समय में। अगल-बगल के लोग कोरोना को लेकर बच्चों को अपने घर में आने व टीवी के नजदीक बैठने देने के लिए तैयार नहीं है।

अभिभावक सदर प्रखंड के सांख गांव निवासी रोहित रजक व मनोहर साह, बाघा मोहल्ला के मिथिलेश महतो ने बताया कि कोरोना महामारी में पेट पालना मुश्किल हो रहा है तो टीवी व स्मार्टफोन कहां से खरीदेंगे। लॉकडाउन के कारण आर्थिक रूप से कमजोर हो चुके अधिकतर अभिभावकों का यही हाल है। जिन बच्चों के अभिभावक हाईटेक नहीं हैं उनके लिए खास परेशानी हो रही है। अभिभावको की मानें तो स्कूल खुलेगा तभी बच्चे लगता है बेहतर तरीके से पढ़ पाएंगे।

ऑनलाइन की पढ़ाई से जुड़े हैं 2.14 लाख बच्चे

सर्वशिक्षा अभियान कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग प्राथमिक, मिडिल, माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक स्कूल के दो लाख बच्चे फिलहाल दो लाख 14 हजार 796 बच्चों के ऑनलाइन पढ़ाई से लाभ लेने का दावा कर रही है। 13 जुलाई को समग्र शिक्षा अभियान कार्यालय की ओर से बिहार शिक्षा परियोजना निदेशक को भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार प्रथम से द्वितीय वर्ग तक 151 स्कलों के 22 हजार 430, तृतीय से पंचम तक 177 स्कूलों में 53 हजार 864, षष्ठ से अष्टम तक 249 स्कूलों के 71 हजार 317, नवम व दशम के 132 स्कूलों के 52 हजार 524 व 11वीं व 12वीं के 25 स्कूलों के 14 हजार 661 छात्र-छात्राएं ऑनलाइन से पढ़ाई कर रहे हैं। जबकि छह लाख 42 हजार 657 बच्चों का नामांकन होने की बात बता रही है।

इन तिथियों से इन वर्गों की हो रही है ऑनलाइन पढ़ाई

एक जून से प्रथम व द्वितीय वर्ग का दोपहर चार बजे तक

एक जून से तृतीय से पंचम तक 4.05 बजे से पांच बजे शाम तक

छह मई से षष्ठ से अष्टम तक सुबह 9.02 बजे से 10 बजे तक

20 अप्रैल से 11वीं व 12वीं की सुबह 10.05 बजे से 11 बजे तक

कहते हैं अधिकारी

जिनके पास टीवी की सुविधा नहीं है वे स्मार्टफोन से भी ऑनलाइन की पढ़ाई कर सकते हैं। कोरोना को लेकर अभी बच्चों को उस बीमारी से सहेज कर रखने जरूरत है। जिन अभिभावकों के पास टीवी व स्मार्टफोन दोनों की सुविधा नहीं है वैसे बच्चों का सर्वे कराकर विभाग को रिपोर्ट भेजी जाएगी। कुल मिलाकर ऑनलाइन की पढ़ाई से बच्चे लाभ ले रहे हैं। रजनी कांत प्रवीण, जिला शिक्षा अधिकारी

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