गढ़हरा में हाई स्कूल की सुविधा के लिए करेंगे आमरण अनशन
बॉटम या फ्लायर:::::::::पित बारो मध्य विद्यालय का पूरा हो चुका 150 साल, अब तक नहीं हुआ अपग्रेड राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के प्रारंभिक विद्यालय होने का गौरव प्राप्त होने के बाद भी उपेक्षित ...
गढ़हरा(बरौनी),एक संवाददाता। बरौनी प्रखंड के गढ़हरा में एक भी हाई स्कूल नहीं होने को लेकर स्थानीय लोगों में जबरदस्त नाराजगी देखी जा रही है। इस मामले में इलाके के जनप्रतिनिधियों और संबंधित अधिकारियों व सरकार की उदासीनता से नाराज स्थानीय लोग लगातार चरणबद्ध तरीके से आन्दोलन कर रहे हैं। समाज सेवा संघर्ष समिति के अध्यक्ष मुक्तेश्वर प्रसाद वर्मा ने कहा कि गढ़हरा की दो पंचायत मिलाकर चार मध्य विद्यालय और तीन प्राथमिक विद्यालय है लेकिन आज तक इनमें से एक को भी हाई स्कूल में अपग्रेड नहीं किया जा सका है। इससे स्थानीय अभिभावक व छात्र-छात्राएं परेशान रहते हैं। समिति के अध्यक्ष मुक्तेश्वर प्रसाद वर्मा ने बताया कि गढ़हरा में हाई स्कूल की सुविधा की मांग को लेकर 23 मार्च से शरीर त्याग होने तक अनशन करने का निर्णय लेते हुए सरकार को पत्र भेजकर सूचना दी गई है। उन्होंने कहा कि सन 1875 में स्थापित बारो मध्य विद्यालय का 150 साल पूरा हो गया है। यह राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर का प्रारंभिक विद्यालय होने के बावजूद अब तक उपेक्षित है। यह विद्यालय गंगा जमुनी संस्कृति को संजोए हुए ज्ञान के साथ आजादी का अलख जगाने के लिए प्रसिद्ध है। जनप्रतिनिधियों व विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली का आईना बना है यह विद्यालय इलाके के लोगों ने बताया कि आने वाले नए सत्र 2025 में यह विद्यालय हाई स्कूल नहीं बनता है तो चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है। वक्ताओं ने कहा कि गढ़हरा क्षेत्र में एक भी हाई स्कूल नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। साथ ही, यह विद्यालय इलाके के जनप्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली का आईना भी बना है। कहा कि बिहार का यह अजूबा स्कूल होगा जो डेढ़ सौ वर्ष का होने के बाद भी सम्पूर्ण बुनियादी सुविधाओं से लैस होने के बाबजूद सरकार उत्क्रमित किए जाने के मामले में उपेक्षित है। प्रमोद सिंह, एचएम विजय कुमार सिंह, कुमार विनीताभ, मो.जफर आलम, सुरेंद्र कुमार, वार्ड पार्षद अशोक ठाकुर, मो. सरफराज अंसारी, बलराम सिंह, गोपीनाथ साह, विश्वेश्वर शर्मा, सुभाष चौधरी, धर्मेन्द्र कुमार, संतोष आर्य, कैलास ठाकुर, रामानंद सागर, विष्णु आर्य, संजीव कुमार, प्रिंस कुमार, मनोज सिंह लंबू, गोपाल कुंवर आदि ने कहा कि अब आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी। इसी विद्यालय में हुई थी कई विभूतियों की शिक्षा-दीक्षा विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष सह वार्ड पार्षद मो. इफ्तेखार अंसारी ने कहा कि 1875 ई. में स्थापित बारो मध्य विद्यालय का आज तक स्तर उन्नयन नहीं हो सका है। करीब 35 कमरों से सुसज्जित मैदान युक्त यह विद्यालय अनुमानत: बेगूसराय जिले का सबसे पुराना विद्यालय है। इस विद्यालय में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर, हाई कोर्ट के न्यायाधीश खान बहादुर ताहिर हुसैन, बिहार सरकार के सिचाईं मंत्री रामचरित्र सिंह सहित कई विभूतियों की शिक्षा-दीक्षा यहां हो चुकी है। इसके बसवजूद इस विद्यालय का विकास पूर्ण रूप से नहीं हो सका है। लोगों ने इस विद्यालय को हाई स्कूल में अपग्रेड करने की मांग सरकार से की है। इधर, समाजसेवी लाल बहादुर महतो, मो.दिलशाद, मुकेश ठाकुर, राम अनुग्रह शर्मा, सुधीर राय, शशि कुमार आदि ने कहा कि इस विद्यालय को हाई स्कूल बनाये जाने की मांग को लेकर स्थानीय लोग लगातार संघर्षरत हैं। गत दिनों खेलमंत्री के आवास पर भी इस मामले को लेकर धरना-प्रदर्शन किया गया था।
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