कोविड इम्पैक्ट: स्थिति सामान्य होने पर जैविक किसानों के लिए उपलब्ध होगा बाजार
जिले के दस प्रखंड के 1663 एकड़ में की जा रही है जैविक खेती इनमें सबसे बड़ी योजना थी जिलेवासियों को रासायनिक खाद से मुक्त जैविक सब्जी उपलब्ध कराना। लेकिन कोविड...
जिले के दस प्रखंड के 1663 एकड़ में की जा रही है जैविक खेती
सभी प्रकार से रासायनिक दुष्प्रभाव से मुक्त होंगे जैविक उत्पाद
सिंघौल। निज संवाददाता
साल 2021 कृषि विभाग के लिए अब तक अनेक उपलब्धि से भरा रहा है। वहीं विभागीय अधिकारी इस साल में कई नई उपलब्धियों पर काम कर रहे हैं। इनमें सबसे बड़ी योजना थी जिलेवासियों को रासायनिक खाद से मुक्त जैविक सब्जी उपलब्ध कराना। लेकिन कोविड के बढ़ते प्रभाव ने इस कार्य को फिलहाल शिथिल कर दिया है।
जिला कृषि अधिकारी शैलेश कुमार ने हिंदुस्तान से बात करते हुए बताया कि जैविक खेती को ना सिर्फ बढ़ावा दिया जाएगा बल्कि किसानों को अपने जैविक उत्पाद को बेचने के लिए एक स्थायी जगह भी उपलब्ध कराई जाएगी। ताकि आम लोग जैविक सब्जियां खरीद सकें। लेकिन अभी जिलेवासियों को थोड़ा और इंतजार करना होगा। कोविड संक्रमण की दर घटने के बाद ही इस तरह के बाजार उपलब्ध होंगे।
दस प्रखंड में हो रही है जैविक खेती
बेगूसराय जिला राज्य सरकार द्वारा घोषित जैविक कॉरिडोर के 13 जिले में शामिल है। यहां के 10 प्रखंड बेगूसराय, बरौनी, मटिहानी, डंडारी, चेरिया बरियारपुर, बछवाड़ा, तेघड़ा, भगवानपुर, साहेबपुर कमाल व बलिया प्रखंड के कुल 29 गांव में जैविक खेती की जा रही है। 1663 एकड़ में चल रही जैविक खेती में 1773 किसान शामिल हैं। विभाग की ओर से इन किसानों को जैविक खेती के लिए इनपुट अनुदान के रूप में 11 हजार 500 रुपये प्रति एकड़ दी जा रही है। जिलेवासियों को जैविक सब्जियों के साथ आलू, चावल आदि देने की योजना है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।