बखरी में धारदार हथियार से प्रहार कर किसान की हत्या
पेज तीन... विलाप करते परिजन बखरी निज संवाददाता पूरा देश कोरोना महामारी की चपेट में है। हर तरफ मौत का मंजर...
बखरी निज संवाददाता
पूरा देश कोरोना महामारी की चपेट में है। हर तरफ मौत का मंजर दिखाई पड़ रहा है। इसके बावजूद अपराधियों का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना संकट के बीच धारदार हथियार से प्रहार कर किसान की हत्या कर देने का मामला सामने आया है। घटना परिहारा ओपी क्षेत्र के बहुआरा गांव की है। शुक्रवार की सुबह खून से लथपथ किसान का शव खेत के समीप बने डेरा में मिला है। पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि बहुआरा गांव निवासी स्वर्गीय रामखेलावन सहनी के 58 वर्षीय पुत्र जवाहर सहनी का शव शुक्रवार की सुबह नदी के पास स्थित डेरा पर खून से लथपथ मिला है। शरीर पर कई जगह जख्म के गहरे निशान पाए गए हैं। इस संबंध में मृतक के पुत्र कृष्णा सहनी ने बताया कि इस वर्ष उसके पिता ने हल्दी की खेती की है। 10 कट्ठा खेत सुदभरना ले रखा है तथा 12 कट्ठा खेत मनठीका लेकर हल्दी की खेती की है। वे खेत के समीप हल्दी को तैयार कर रहे थे और वहीं रह रहे थे। कृष्णा ने बताया कि नदी के पास चक्की बहियार मोईन के निकट उसके पिता डेरा बनाकर हल्दी उबाल कर उसे तैयार कर रहे थे। गुरुवार की शाम को भी 4 बजे से लेकर शाम के 7:30 बजे तक उन्होंने हल्दी को उबालने का काम किया है। इसके बाद उन्होंने उबालने का काम बंद कर दिया। वह करीब 9 बजे रात को पिता के लिए खाना लेकर गया और खाना देने के बाद वह वापस घर लौट आया। दूसरे दिन शुक्रवार की सुबह करीब 6 बजे गया तो देखा कि मछरदानी बिखरा पड़ा हुआ है और उसके पिता कंबल के नीचे पड़े हुए है। उसे जब शक हुआ और उसने कंबल हटाया तो देखा कि उसके पिता खून से लथपथ मृत पड़े हुए हैं। शरीर के कई स्थानों पर धारदार हथियार से प्रहार किया हुआ है। जख्म के बड़े बड़े गहरे निशान पाए गए। बताया कि उसके पिता पर कुल्हाड़ी से प्रहार किया गया है। मृतक के पुत्र ने बताया कि इस घटना से पूरे परिवार के लोग आश्चर्य में पड़ गए हैं। उनकी किसी से भी कोई दुश्मनी नहीं है। जिसके बाद इसकी सूचना आसपास के लोगों को दी गई। मामले में ओपी अध्यक्ष राजेश कुमार ठाकुर ने बताया कि खेत के समीप चूल्हा बना हुआ है, कुछ हल्दी को सुखाने के लिए भी दिया गया था और कुछ को उबालने के लिए रखा गया है। उन्होंने बताया कि लाश पर कई जगह जख्म के बड़े बड़े निशान पाए गए हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इस घटना के संबंध में छानबीन की जा रही है। समाचार प्रेषण तक हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका था।
नहीं कर सके पिता का अंतिम दर्शन
बहुआरा गांव के किसान जवाहर सहनी की हत्या के बाद उनके कई पुत्रों को पिता का अंतिम दर्शन करना भी नसीब नहीं हो सका। इनका अंतिम संस्कार गांव के पास में ही गंडक नदी के किनारे किया गया। मुखाग्नि उनके सबसे छोटे पुत्र कृष्णा ने दी। बताया गया है कि मृतक को 10 संतान है। जिनमें 7 पुत्र और 3 पुत्रियां हैं। इनके पांच पुत्र संजीव, रंजीत, गंगाराम, रामसकल और चंदन हरियाणा में रहते हैं। वही एक पुत्र कुंदन केरल में है। काफी दूरी होने की वजह से यह लोग पिता के अंतिम संस्कार में भी शामिल होने यहां नहीं आ सके। अन्य भाइयों की अनुपस्थिति में ही मजबूरन छोटे भाई को अंतिम संस्कार करना पड़ा।
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