दियारा क्षेत्र के मवेशियों में फैले खंजहा रोग से पशुपालक चिंतित
तेघड़ा क्षेत्र में खंजहा रोग के कारण पशुपालकों की परेशानियां बढ़ गई हैं। दियारा क्षेत्र में दर्जनों पशुओं की मौत हो चुकी है। पशुपालकों ने अधिकारियों पर उचित कदम न उठाने का आरोप लगाया है। विशेषज्ञों ने...
तेघड़ा, निज प्रतिनिधि। प्रखंड क्षेत्र में पशुओं में खंजहा रोग से पशुपालकों की परेशानी बढ़ गई है। दियारा क्षेत्र में खंजहा रोग के प्रकोप से दर्जनों पशुपालकों के लिए मुसीबत बनी हुई है। कई पशुओं के मरने की भी सूचना है। पशुओं के बीच फैली इस बीमारी को लेकर पशुपाल अधिकारी द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाने से पशुपालकों में भारी रोष है। कई पशुपालकों ने बताया कि खंजहा रोग के कारण एक सप्ताह से 20 दिनों तक पशु खाना पीना छोड़ देता है। इससे उसकी मौत भी हो जाती है। किसान राजीव कुमार सिंह ने बताया कि दियारा क्षेत्र में काफी संख्या में पशुओं को खंजहा की बीमारी है। लेकिन अबत क किसी प्रकार की वैक्सीनेशन और उत्तम इलाज की व्यवस्था नहीं की गई है। दियारा में गौतम सिंह की दो मवेशी, संतोष सिंह एवं उमेश यादव के एक एक मवेशियों को खंजहा रोग हो गया है। बताया जाता है कि रमेश यादव के एक पशु की मौत कुछ दिनों पहले ही खंजहा रोग के कारण हो गई थी। ग्रामीण पशु चिकित्सक मंतोष सिंह ने बताया कि खंजहा रोग जानवरों के पैर और मुंह में छाले के रूप में होते हैं। इससे पशुओं के मुंह में जलन होती है। जलन के कारण खाना पीना छज्ञैड़ तेते हैं। अगर उचित इलाज न किया जाय तो उसकी मौत भीहो सकती है। इसका प्रभाव ठंड और गर्म दोनों तरह के मौसम होने के समय होता है। ग्रामीण पशु चिकित्सक ने बताया कि पशुओं को वैक्सीनेशन जरूर करवाना चाहिए। पशु बांधने वाले स्थानों पर फिनाइल का छिड़काव करने से इसे रोका जा सकता है। उन्होनें बताया कि प्रखंड क्षेत्र में भी इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है। इस संबंध में प्रखंड पशुपालन अधिकारी ने बताया कि खंजहा रोग फैलने के बारे में कोई शिकायत नहीं मिली है। दियारा में जानकारी लेकर पशु चकित्सक टीम दियारा जाएंगे।
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