चतुर्दिक विकास का मार्ग प्रशस्त करती है कंप्यूटर शिक्षा
विज्ञान का उपयोग करते समय बच्चे दिमाग को चौकीदार बना कर रखें अन्यथा नुकसान होगाती है लेकिन विज्ञान का उपयोग करते समय दिमाग को खुला रखें। इस विद्यालय में आईसीटी लैब शुरू होने से बच्चों को कम्प्यूटर...

खोदावंदपुर, निज प्रतिनिधि। वर्तमान में कंप्यूटर शिक्षा के बगैर हम विकास के दौर में बने नहीं रह सकते। कंप्यूटर शिक्षा चतुर्दिक विकास का मार्ग प्रशस्त करती है लेकिन विज्ञान का उपयोग करते समय दिमाग को खुला रखें। इस विद्यालय में आईसीटी लैब शुरू होने से बच्चों को कम्प्यूटर शिक्षा में बेहतरी आएगी। यह बात पूर्व राज्यसभा सांसद प्रोफेसर राकेश सिन्हा ने शुक्रवार को विज्ञान दिवस के मौके पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय दौलतपुर नवटोलिया में उनके सांसद निधि से स्थापित आईसीटी लैब योजना के शुभारंभ के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि विकसित गांव से ही विकसित भारत की कल्पना संभव है। जब गांव के बच्चे आईटी शिक्षा से जुड़ेंगे तो यही विकसित भारत की पहचान बनेंगे। सीमित संसाधनों के बीच इस विद्यालय ने छात्र-छात्राओं के लिए जितनी सुविधाओं को जुटाया है, वह सराहनीय है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के दौर में इस विद्यालय ने बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा के लिए पहल कर इस जिले के सरकारी विद्यालयों के लिए आइकॉन का काम किया है। वर्तमान समय शिक्षा में विज्ञान और तकनीक का युग है। इस परिस्थिति में विज्ञान का उपयोग करते समय बच्चे दिमाग को खोलकर रखें। दिमाग को चौकीदार बना कर रखें अन्यथा नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि आज से 40 वर्ष पहले कंप्यूटर आ चुका था और 40 वर्षों बाद सरकारी विद्यालय में कंप्यूटर का आना यह सिस्टम के लिए दुर्भाग्य की बात है। यह विद्यालय एक आदर्श विद्यालय है। यहां के प्रधानाध्यापक काफी कर्मठ, ईमानदार और योग्य शिक्षक हैं। शिक्षकों की टीम भी मेहनत और लगन से अपना काम ईमानदारी पूर्वक कर रही है। दूसरे विद्यालयों के शिक्षकों को भी इस विद्यालय से प्रेरणा लेनी चाहिए। यहां आने का तीसरी बार सौभाग्य प्राप्त हुआ है। पूर्व के दिनों में जब यहां आया था तो यहां की पढ़ाई व छात्रों का अनुशासन देखकर अभिभूत हुआ। इस विद्यालय में कंप्यूटर की आवश्यकता को महसूस किया। आज 10 कंप्यूटर इस विद्यालय को मैंने दिया है। मुझे खुशी है कि यहां के बच्चों की उंगुलियां अब कंप्यूटर के माउस पर होंगी। बच्चे आगे चलकर कंप्यूटर में दक्ष होंगे। आज शिक्षा परीक्षा सब का सब कंप्यूटर पर आधारित है। ऐसे में कंप्यूटर बच्चों के लिए काफी कारगर साबित होगा। कार्यक्रम को भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामकुमार वर्मा, संतोष कुमार, पूर्व जिला पार्षद अरविंद कुमार, बीआरपी मो. मुनीब आलम, प्रखंड मध्याह्न भोजन साधनसेवी रंजीत कुमार सिंह सहित अनेक लोगों ने संबोधित किया। अतिथियों का स्वागत भाषण एवं मंच संचालन अरुण कुमार मिश्र ने किया। धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के प्रधानाध्यापक मोहम्मद अब्दुल्लाह ने किया। मंच पर प्रधानाध्यापक द्वारा आगत अतिथियों को मिथिला की परंपरा के अनुसार पाग, माला व शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। मौके पर भाजपा नेता कन्हैया सिंह, राजेश अम्बष्ट, अशोक सिंह, अनिल वर्मा, धर्मेंद्र कुमार, राकेश कुमार, मंटुन मिश्र, अजय कुमार, बमबम चौधरी आदि मौजूद थे। इससे पहले अतिथियों के द्वारा दीप जलाकर कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत की गई। प्रोफेसर सिन्हा ने फीता काटकर आईसीटी लैब को बच्चों के लिए खोल दिया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।