संकर मक्का बीज उत्पादन में नई तकनीक की अहम भूमिका: कृषि वैज्ञानिक
उत्तर प्रदेश के किसानों का जत्था ले रहा प्रशिक्षण... इसके तहत राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा समस्तीपुर में उत्तर प्रदेश के किसानों का एक दिव
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सिंघौल, निज संवाददाता। आईसीएआर-भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र बेगूसराय द्वारा गुरुवार से तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शुरू हुआ। इसके तहत राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा समस्तीपुर में उत्तर प्रदेश के किसानों का एक दिवसीय एक्सपोजर दौरा और मक्का, ढोली और किसान भागीदारी संकर मक्का बीज उत्पादन गांव पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना का आयोजन किया गया। मक्का ब्रीडर के प्रोफेसर डॉ. अजय कुमार ने बताया कि किसान एक सफल बीज ग्राम कार्यक्रम के लिए वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन में गांव में संकर मक्का बीज उत्पादन में भाग लेते हैं। किसानों ने विश्वविद्यालय में हाईटेक प्रौद्योगिकियों का भी भ्रमण किया। डॉ. उषा सिंह, डीन, सामुदायिक विज्ञान ने मक्का आधारित मूल्य संवर्धन खाद्य उत्पादों को व्यावहारिक और कम लागत वाले तरीके पर एक व्यावहारिक सत्र आयोजित किया। उन्होंने ग्रामीण स्तर पर प्रारंभिक मक्का आधारित खाद्य प्रसंस्करण स्टार्टअप के लिए उपकरणों, उपकरणों और उनकी लागत का भी प्रदर्शन किया। डॉ. संजय साहू, प्रोफेसर, एंटोमोलॉजी ने कहा कि फॉल आर्मी वर्म और अन्य बेधक कीटों की पहचान करना महत्वपूर्ण है और रसायनों के छिड़काव और खेती की लागत को कम करने के लिए उनकी उचित प्रबंधन तकनीकें महत्वपूर्ण हैं। किसानों ने जैव नियंत्रण प्रयोगशाला में कीट नियंत्रण उपायों के लिए जैव नियंत्रण एजेंटों का भी दौरा किया।
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