एक दिसंबर से स्कूल दिन के 9.30 बजे से शाम 4 बजे तक होगा संचालित
लीड युवा पेज:::::::::सेंटअप परीक्षा ली जा रही हो तो अन्य कक्षाओं को स्थगित नहीं किया जाएगा छात्र-छात्राओं के लिए अल
बेगूसराय, हमारे प्रतिनिधि। एक दिसंबर से सभी तरह के सरकारी विद्यालय नयी समय सारिणी के अनुसार संचालित होंगे। अब स्कूल का संचालन दिन के 9.30 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। यह निर्देश प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक, संस्कृत विद्यालय, मदरसा विद्यालय पर लागू होगा। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है। नये आदेश से सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों को राहत मिलेगी। अब तक स्कूल का संचालन दिन के 9 बजे से शाम 4.30 बजे तक हो रहा था। ठंड के कारण शिक्षकों को सुबह में स्कूल पहुंचने तथा शाम में घर लौटने में परेशानी हो रही थी। नयी समय सारिणी से कुछ हद तक उन्हें अब राहत मिल जाएगी। इससे शिक्षकों में खुशी का माहौल देखा जा रहा है। आदेश में कहा गया है कि सुबह के साढ़े नौ बजे से दस बजे तक बच्चों का गेट अप, पोशाक, बाल और नाखून की जांच शिक्षकों के द्वारा की जाएगी। इसके बाद प्रार्थना, बिहार गीत आदि करायेंगे। उसके बाद सामान्य ज्ञान, समाचार वाचन एवं अन्य परिचर्चा कराई जाएगी। असेम्बली में सभी शिक्षक, शिक्षिका व शिक्षकेत्तर कर्मी उपस्थित रहेंगे। प्रत्येक दिन राष्ट्रगान (जन गणमन) से समापन करायेंगे। इस कार्यक्रम में लाउड स्पीकर का प्रयोग अनिवार्य रहेगा। अनिवार्य रूप से प्रत्येक कक्षा के बच्चों के लिए खेलकूद, संगीत, नृत्य व पेंटिंग की एक घंटी निर्धारित रहेगी। प्रत्येक गतिविधि के लिए अलग-अलग वर्ग के लिए अलग-अलग समयांतराल निर्धारित किया जाएगा। एक ही साथ सभी वर्गों के लिए एक विधा व गतिविधि जैसे-खेल-कूद आदि निर्धारित नहीं किया जाएगा। यदि विद्यालय में किसी कक्षा की बोर्ड अथवा सेंटअप परीक्षा ली जा रही हो तो अन्य कक्षाओं को स्थगित नहीं किया जाएगा। अन्य कक्षाओं में अध्यापन का कार्य चलते रहेगा। शनिवार को विद्यालय में पूरे दिन गतिविधि (यथा निर्धारित बैगलेस सुरक्षित शनिवार वर्ग 01 से 08 तक के लिए) जारी रहेगी। मध्यान्तर तक माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अध्यापन कार्य होगा। भोजनावकाश के बाद बाल संसद, सभा, खेल-कूद, सृजनात्मक गतिविधि, अभिभावकों के साथ बैठक (महीने में एक शनिवार को) आयोजित की जायेगी। जिस माह में पांचवा शनिवार आएगा उस दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा। पिछले सभी शनिवार में बच्चों द्वारा निर्मित सामग्रियों व गतिविधियों का प्रदर्शन किया जायेगा एवं समीक्षा की जाएगी। शिक्षकों द्वारा इसका मूल्यांकन किया जायेगा। संस्कृत बोर्ड के अन्तर्गत विद्यालय तथा राजकीय उर्दू विद्यालय भी इस मॉडल टाइम-टेबल का पालन करेंगे। यह भी आदेश दिया गया है कि सभी वर्ग शिक्षक कक्षा में अपेक्षाकृत कमजोर बच्चों को आगे की पंक्तियों में अनिवार्य रूप से बैठाएंगे। यदि कमजोर बच्चे नहीं हैं तभी अन्य बच्चे आगे की पंक्ति में बैठेंगे। सामान्य विद्यालय के प्रत्येक सेक्शन में छात्र एवं छात्राएं एक साथ बैठेंगे। छात्र एवं छात्राओं के लिए अलग-अलग सेक्शन का संचालन नहीं किया जायेगा। शिक्षक की उपलब्धता के आधार पर प्रधानाध्यापक रूटीन बनाना सुनिश्चित करेंगे। निर्धारित पाठ्यक्रम पूरा कराने की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक की होगी। प्रत्येक दिन छात्र-छात्राओं को गृह कार्य देना एवं अगले दिन उसकी जांच करना प्रत्येक शिक्षक का दायित्व होगा। प्रतिदिन विद्यालय परिसर, वर्गकक्ष, रसोईघर एवं शौचालय आदि की साफ-सफाई के निरीक्षण करने की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक की होगी। सरकारी विद्यालयों की समयसारिणी 9.30 बजे विद्यालय शुरू होने का समय 9.30-10.00 प्रार्थना आदि 10.00-10.40 पहली घंटी 10.40-11.20 दूसरी घंटी 11.20-12.00 तीसरी घंटी 12.00-12.40 मध्यांतर 12.40-1.20 चौथी घंटी 1.20-2.00 पांचवी घंटी 2.00-2.40 छठी घंटी 2.40-3.20 सातवीं घंटी 3.20-4.00 आठवीं घंटी 4.00 छुट्टी विद्यालय कार्य अवधि में सुधार का शिक्षकों ने किया स्वागत ➡️ बेगूसराय, हमारे प्रतिनिधि। सरकारी विद्यालयों के कार्यावधि में सुधार संबंधी दिशा निदेश का जिले के शिक्षकों ने स्वागत किया है। शिक्षकों ने विभागीय आदेश पर हर्ष व्यक्त करते हुए अवकाश तालिका में की गई कटौती को वापस लेने की मांग दोहराई है। टीइटी एसटीइटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट बेगूसराय जिला कमेटी की ऑनलाइन बैठक के बाद संघ के जिला अध्यक्ष मुकेश कुमार मिश्र ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि शिक्षक लंबे समय से विद्यालय कार्य अवधि में सुधार और अवकाश कटौती के मसले पर संघर्षरत थे। उन्होने कहा कि सरकार को अवकाश कटौती के मसले पर सकारात्मक हस्तक्षेप करते हुए अगले वर्ष की अवकाश तालिका में साठ दिनों के अवकाश का प्रावधान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्थानान्तरण और पदस्थापना के मसले पर शिक्षकों में उहापोह की स्थिति है। नियुक्ति पत्र वितरण के बाद शिक्षकों में योगदान तिथि और सक्षमता में अलॉटेड जिला को लेकर शिक्षकों में भ्रम की स्थिति है। शिक्षा विभाग को शिक्षकों को सक्षमता उत्तीर्णता की तिथि से विशिष्ट शिक्षक घोषित करते हुए पदस्थापना को लेकर स्पष्ट दिशानिदेश जारी करनी चाहिए। संगठन के जिला उपाध्यक्ष रामकरण चौरसिया और नीतेश रंजन ने कहा कि विशिष्ट शिक्षक नियमावली में पे प्रोटेक्शन की बात की गई है जबकि नियोजित शिक्षकों से राज्यकर्मी बननेवाले शिक्षकों को इंडेक्शन संरक्षण का लाभ मिलनी चाहिए।
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