औने पौने दाम में गेहूं बेचने को विवश हैं किसान
औने पौने दामो में गेंहू बेचने को विवश हैं किसान लक्ष्य कम लक्ष्य मिलने से पैक्स अध्यक्ष नहीं शुरू की खरीद अधिप्राप्ति केंद्र न खुलने से किसानों में है...
औने पौने दामो में गेंहू बेचने को विवश हैं किसान
नहीं मिल रहा गेहूं का उचित मूल्य
प्रखण्ड में 1 लाख 92 हजार क्वींटल गेहूं का हुआ है उत्पादन
जिला से महज 7 पैक्सों को 3330 क्वींटल गेंहू खरीद का दिया है लक्ष्य
कम लक्ष्य मिलने से पैक्स अध्यक्ष नहीं शुरू की खरीद
अधिप्राप्ति केंद्र न खुलने से किसानों में है मायूसी
सरकारी समर्थन मूल्य है 1975 रुपये प्रति क्वींटल
भगवानपुर। निज संवाददाता
राज्य सरकार द्वारा गेंहू खरीद शुरू करने की घोषणा के बावजूद अब तक भगवानपुर प्रखण्ड में गेंहू की खरीद पैक्सों के माध्यम से शुरू नहीं हुई है। पैक्स अध्यक्ष जिला से कम लक्ष्य निर्धारित करने के कारण गेंहू की खरीद शुरू नहीं कर रहे हैं। किसान अपना गेहूं बेचने के लिए पैक्स का चक्कर लगाने को विवश हैं। सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, लेकिन प्रखंड के किसान अपनी पैदावार को बेचने के लिए टकटकी लगाये हुए हैं। प्रखंड में अभी तक गेहूं की अधिप्राप्ति केंद्र नहीं खुलने से परेशान किसान अब अपने अनाज को औने पौने दाम पर बेचने को मजबूर हो रहे हैं। स्थानीय व्यापारी 1400 -1450 रुपये प्रति क्विंटल पर गेहूं खरीद रहे हैं। शादी व अन्य कार्यों समेत महाजन से सूद पर रुपये लेकर खेती करने के कारण उन्हें लौटाने के लिए कम दाम में गेहूं बेचना उनकी मजबूरी है। सरकारी आकड़ों के अनुसार इस वर्ष प्रखण्ड क्षेत्र में गेहूं का उत्पादन एक लाख 92 हजार क्वींटल हुआ है। जिला सहकारिता विभाग विभाग द्वारा प्रखण्ड के सात पैक्सों को महज 3330 क्वींटल गेंहू खरीद का लक्ष्य दिया है। जिला द्वारा निर्धारित लक्ष्य ऊंट के मुंह मे जीरा के समान है। पैक्स अध्यक्ष किसानों के कोपभाजन के भय से गेहूं की खरीद अब तक शुरू नहीं की है। भगवानपुर प्रखण्ड में कुल 15 पैक्स हैं। इसमे महज सात पैक्सों को गेहूं की खरीद करने के लिए चिन्हित किया गया है। शेष 8 पैक्सों को चिन्हित पैक्स में टैग कर दिया गया है। सहकारिता विभाग द्वारा रसलपुर पैक्स के लिए 850 क्वींटल का लक्ष्य दिया है। इसमे संजात, भीठसारी, चन्दौर व मेहदौली पैक्स को टैग किया है। इसी तरह महेशपुर पैक्स को 890 क्वींटल गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया है। इस पैक्स में लखनपुर व तकिया पैक्स को टैग किया गया है। नरहरिपुर पैक्स को 510 क्वींटल गेंहू खरीद का लक्ष्य दिया गया है। इस पैक्स में भी किरतपुर पैक्स को टैग किया गया है। दूसरी तरफ बनवारीपुर पैक्स में 270 क्वींटल, दामोदरपुर में 270 क्वींटल, मोख्तियारपुर में 270 क्वींटल व जोकिया पैक्स में 270 क्वींटल गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया गया है। पैक्स अध्यक्ष सिकेन्द्र चौधरी, रामनरेश राय, जयप्रकाश सिंह, रामशंकर सिंह, रमन कुमार, अवधेश कुमार सिंह आदि ने बताया कि जिला सहकारिता विभाग को प्रत्येक पैक्स से 15 से 20 हजार क्वींटल गेहूं क्रय का लक्ष्य निर्धारित करने की मांग की गई। इतनी कम मात्रा में लक्ष्य निर्धारित होने से गेहूं खरीद करना सम्भव नहीं होगा।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार प्रखंड के कुल क्षेत्रफल में लगभग 10 हजार हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि इसी कृषि योग्य भूमि पर निजी नलकूपों के सहारे लगभग 4200 हेक्टेयर क्षेत्रफल भूमि पर गेहूं की खेती की जाती है। इस वर्ष रबी की फसल में मक्का व आलू पहले ही शीतलहर की चपेट में आने से चौपट हो गई। किसानों की एक मात्र आशा गेहूं से लगी थी। इससे किसानों के चेहरे पर खुशी आई, लेकिन यह खुशी क्षणिक ही साबित हो रही है। दहिया के शीलबन्त सिंह,चूड़ामनचक के यशवंत राय, किरतपुर के कृष्ण कुमार राय, भगवानपुर के अरविन्द ठाकुर,किरतपुर के रामबिलास राय, जगदीशपुर के दरोगी राय ने बताया कि इस वर्ष अच्छी पैदावार हुई है।
कहते हैं अधिकारी
डीसीओ वीरेन्द्र शर्मा ने बताया कि गेहूं की खरीदारी के लिए पैक्स को लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। कम लक्ष्य मिलने की बात पर उन्होंने कहा कि जो लक्ष्य मिला है। खरीद कर रिपोर्ट करे। बाद में लक्ष्य को बढ़ाया जाएगा। दूसरी तरफ पैक्स अध्यक्ष लक्ष्य बढ़ाने की लिखित आदेश मिलने पर ही खरीद शुरू करने की बात कर रहे हैं।
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