सिमरिया धाम: भीड़ से निपटने के लिए कंट्रोल रूम व्यवस्था के साथ हो अधिकारियों की तैनाती
लीड पेज 5::::::::भीड़ के दौरान सिमरिया गंगा तट पर रहती है भगदड़ जैसी स्थिति फोटो नं. 12, सोमवार को मुंडन संस्कार के मौके पर सिमरिया धाम में गंगा तट पर जुटी श्रद्धालुओं की भीड़। सिमरिया धाम, एक...
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सिमरिया धाम, एक संवाददाता। सिमरिया धाम में गंगा तट पर सोमवार को मुंडन संस्कार के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान दिन भर पूरे सिमरिया गंगा तट के अलावा एनएच-31 भी अस्त-व्यस्त रहा। मुंडन संस्कार के मौके पर उमड़ने वाली भीड़ के दौरान विधि-व्यवस्था व सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने से यहां आने वाले श्रद्धालुओं को कई तरह की कठिनाइयों से जूझना पड़ता है। गढ़हरा के कांग्रेस नेता राम अनुग्रह शर्मा, सूजा के बिपिन कुमार व भगवानपुर के रूपेश कुमार ने बताया कि एक तरफ बिहार सरकार के द्वारा सिमरिया गंगा तट का उत्थान के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा मामले की घोर अनदेखी की जा रही है। यहां तक कि गंगा तट पर स्वछ पेयजल की व्यवस्था नहीं रहने से लोगों को प्यास बुझाने के लिए पानी भी खरीदना पड़ रहर है। जबकि, यहां मुंडन संस्कार के अलावा गंगा स्नान, शव का अंतिम संस्कार समेत विभिन्न मांगलिक कार्यक्रमों के लिए सिमरिया आने वाले श्रद्धालुओं के साथ लूटपाट, चोरी, छिनतई, मारपीट व गोलीबारी जैसी घटनाओं को आए दिन अंजाम दिया जाता है। बीहट निवासी पवन कुमार व नीलमणि ने बताया कि मुंडन संस्कार के दिन सिमरिया गंगा तट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं लेकिन यहां गंगा स्नान के दौरान डूबने से बचाने के लिए भी जिला प्रशासन के द्वारा कोई सुविधा उपलब्ध नहीं करवायी गयी है। कहा कि पूर्व में जब गंगा स्नान के दौरान श्रद्धालु डूबने लगते थे तो यहां तैनात गोताखोर की टीम उन्हें बचा लेती थी लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा सिमरिया गंगा तट पर एसडीआरएफ की टीम आ जाने की बात कह गोताखोर टीम के सदस्यों को हटा दिया गया है। अब जब किसी श्रद्धालु के डूबने की घटना होती है तो एसडीआरएफ की टीम रबर वोट में तेल नहीं रहने का राग अलापती रहती है। वहीं पूरे गंगा तट पर गंदगी का अंबार रहने तथा गंगा नदी का जलस्तर कम रहने से रिवर फ्रंट का लाभ भी श्रद्धालुओं को नहीं मिल पा रहा है। मुंडन के दौरान सिमरिया गंगा तट पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती नहीं रहने से श्रद्धालु परेशान होते रहते हैं। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से सिमरिया धाम की भीड़ से निपटने के लिए महत्वपूर्ण दिनों में कंट्रोल रूम की व्यवस्था के साथ अधिकारियों को भी देख-रेख की जिम्मेवारी सौपने का प्रावधान करने की मांग की है। जाम से निपटने के लिए प्रशासन स्थानीय लोगों से तालमेल रख करे निगरानी आदि कुंभस्थली सिमरिया धाम के गंगा तट पर मुंडन संस्कार व पूर्णिमा समेत विभिन्न मांगलिक कार्यक्रमों के मौके पर उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ की वजह से पूरे सिमरिया गंगा तट के अलावा बेगूसराय, पटना व लखीसराय तक के नेशनल हाइवे सड़क पर जाम की स्थिति बनी रहती है। इस दौरान स्कूल-कॉलेज में बच्चों के अलावा विभिन्न प्रतिष्ठानों में कार्य करने वाले कामगारों को अवागमन के दौरान परेशानी झेलनी पड़ती है जबकि हाथीदह व पटना में ट्रेन व प्लेन पकड़ने वाले यात्रियों को भी आवागमन के दौरान न केवल फजीहत झेलनी पड़ती है बल्कि लोगों को जाम की वजह से ट्रेन भी छूट जाती है। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से सिमरिया धाम व एनएच-31 पर लगने वाले जाम से निपटने के लिए पुलिस-प्रशासन को सिमरिया धाम के संत-महात्मा, जनप्रतिनिधियों व बुद्धिजीवियों से तालमेल रखने की बात कही है ताकि सिमरिया धाम में उमड़ने वाली भीड़ की सूचना जिला प्रशासन को पहले से ही मिल सके ताकि जिला प्रशासन भीड़ से निपटने के लिए बेहतर व्यवस्था कर सके।
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