भए प्रगट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हितकारी...
लीड...नं.06, शहर में कचहरी रोड स्थित महावीर मंदिर में पूजा-अर्चना करते श्रद्धालु। फोटो नं. 07, गढ़पुरा स्थित रामजानकी ठाकुरबाड़ी में ध्वजा पूजन करते श्रद्धालु बीहट। निज संवाददाता विश्वनाथ मंदिर के...
बीहट विश्वनाथ मंदिर में मनाया गया भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव
कोरोना की वजह से दूसरे साल भी नहीं हुआ मेला का आयोजन
बीहट। निज संवाददाता
विश्वनाथ मंदिर के रामागार में भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया गया। श्रीराम जन्मोत्सव को लेकर भए प्रगट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हितकारी... पूरे मंदिर परिसर में गुंजायमान हो उठा। सोहर व बधैया भी मंदिर परिसर में गूंजने लगे। हालांकि, कोरोना को लेकर दूसरे साल भी रामनवमी पर बीहट विश्वनाथ मंदिर में लगने वाले दो दिवसीय मेले का आयोजन नहीं हो सका। मंदिर परिसर में भगवान श्रीराम, माता सीता, हनुमान तथा लक्ष्मण जी प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना पीठासीन आचार्य के द्वारा की गयी।
पीठासीन आचार्य राजकिशोर शरण जी महाराज ने बताया कि रामनवमी पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम को भी इस वर्ष कोरोना के कारण स्थगित कर दिया गया। श्रीराम जन्मोत्सव से पूर्व मंदिर में रामार्चन की गई। श्रीराम जन्मोत्सव के बाद मंदिर में महावीर पूजन किया गया तथा हनुमंत मंदिर में ध्वजारोहण किया गया। मौके पर रघुवीर शरण, शुचि समेत अन्य श्रद्धालु मौजूद थे।
श्रीराम ने सम्पूर्ण जीवन काल में किया धर्म का पालन
डंडारी। निज संवाददाता
प्रखंड क्षेत्र में बुधवार को रामनवमी का पर्व आस्था और श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर राम भक्तों ने अपने घरों से लेकर मंदिरों तक महावीरी झंडा फहराया और पूजा-अर्चना की। भगवान राम को श्रीहरि विष्णु का सातवां अवतार भी माना जाता है। भगवान विष्णु ने अधर्म के नाश और धर्म की स्थापना के लिए राजा दशरथ के घर चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को पुत्र के रूप में जन्म लिया था। इसलिए इस दिन को भगवान राम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। भगवान राम ने अपने सम्पूर्ण जीवन काल में धर्म का पालन किया और मानव कल्याण के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया। इसलिए इन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम भी कहते हैं।
मंदिरों के घंटे और शंख ध्वनि से वातावरण हुआ गुंजायमान
गढ़पुरा । निज संवाददाता
रामनवमी का त्योहार प्रखंड क्षेत्र में धार्मिक श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जगह-जगह विशेष पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। खासकर रामजानकी ठाकुरबाड़ी और हनुमान मंदिरों में इसको लेकर विशेष तैयारी की गई थी। दोपहर 12 बजते ही मंदिरों के पट खोल दिए गए और घंटे तथा शंख की ध्वनि से पूरा वातावरण गुंजायमान होने लगा। आरती की गई और चरणामृत बांटे गए। गढ़पुरा प्रखंड मुख्यालय स्थित रामजानकी ठाकुरबाड़ी में इस अवसर पर बहुत कम लोगों को प्रवेश दिया गया तथा सादगी से प्रभु श्रीराम की पूजा-अर्चना संपन्न हुई। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यहां से वेबकास्टिंग द्वारा लाइव प्रसारण किया गया। इस दौरान ठाकुरबाड़ी परिसर में ही ध्वजा पूजन को लेकर श्रद्धालु आते-जाते रहे। गढ़पुरा बस स्टैंड चौक पर भी हनुमान मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की गई। बाबा हरिगिरि धाम स्थित रामजानकी मंदिर को भी भव्य ढंग से सजाया गया। कोरियामा गांव स्थित 35 फीट की ऊंचाई में बनी हनुमान जी की आदमकद प्रतिमा की पूजा-अर्चना करने वालों की भीड़ लगी रही। वहीं, मालीपुर, कुम्हारसो, सोनमा, मौजी हरिसिंह, गुदार, रजौड़ और कोरियामा समेत दर्जनों गांवों में स्थापित हनुमान मंदिरों के अलावा ठाकुरबाड़ियों में पूजन कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस दौरान भक्त हाथ जोड़कर प्रभु को नमन कर रहे थे। इस अवसर पर जगह-जगह आरती की गई और प्रसाद का वितरण भी किया गया।
रामनवमी के अवसर पर हुआ महावीरी ध्वजारोहण
खोदावंदपुर। निज प्रतिनिधि
रामनवमी के अवसर पर बुधवार को प्रखंड क्षेत्र के नुरूल्लाहपुर, दौलतपुर, बरियारपुर पश्चिमी, बरियारपुर पूर्वी सहित अनेक गांवों में स्थित ठाकुरबाड़ियों और महावीर मंदिरों में महावीरी ध्वजारोहण करते हुए विशेष पूजा-अर्चना की गई। कोविड प्रोटोकॉल का असर रामनवमी के अवसर पर भी देखा गया। इसके बावजूद लोगों ने पूरे उत्साह के साथ विशेष पूजा-अर्चना करते हुए पारम्परिक ढंग से हर्षोल्लास के साथ इस पर्व को मनाया।
रामनवमी पर मंदिरों में दिखा भक्ति का माहौल
खोदावंदपुर/ निज संवाददाता
रामनवमी के मौके पर क्षेत्र के मंदिरों में विधि विधान के साथ महावीरी पताका स्थापित किया गया। इसके अलावा लोगों ने अपने आंगन में वैदिक रीति से पूजा पाठ कर महावीरी ध्वज लगाया। इससे चहुंओर भक्ति का माहौल रहा।
जय श्रीराम के नारे से गूंजते रहे हनुमान मंदिर
बलिया। निज संवाददाता
रामनवमी का पर्व बलिया में आस्था के साथ मनाया गया। इस अवसर घरों से लेकर हनुमान मंदिरों तक महावीरी ध्वजारोहण वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया गया। इस अवसर पर गांव से लेकर शहरी क्षेत्रों में उत्साह देखा गया। महावीरी ध्वजारोहण के समय मंदिरों में जय श्रीराम के उद्घोष गूंजते रहे।
भगवान श्रीराम का मनाया गया जन्मोत्सव
नावकोठी। निज संवाददाता
प्रखंड क्षेत्र में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जन्मोत्सव रामनवमी श्रद्धा व भक्ति से मनाया गया। समसा, देवपुरा, विष्णुपुर, गौरीपुर, चकमुजुफ्फर, नावकोठी, रजाकपुर, गम्हरिया, छतौना, महेशवाड़ा, पहसारा आदि के ठाकुरबाड़ियों में सादे समारोह में रामनवमी का आयोजन किया गया। ठाकुरबाड़ियों में भए प्रगट कृपाला दीन दयाला, कौशल्या हितकारी... भजन के साथ पट खोले गए। भक्तों ने भी अपने अपने घरों में वैदिक रीति से पूजा-अर्चना कर महावीरी पताका की स्थापना की। कोरोना संक्रमण के कारण भजन-कीर्तन का सामूहिक कार्यक्रम नहीं किया गया। पं. रतीशचंद्र पाठक ने बताया कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के प्रियतम भक्त हनुमान जी के स्वरूप को महावीरी पताका के रूप में सार्वजनिक मंदिरों अथवा अपने घरों में स्थापित करते हैं। श्रद्धा भक्ति से पूजन करने से क्लेश, रोग, शोक आदि नष्ट हो जाते हैं।
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