खोदावंदपुर: अर्द्धनिर्मित आंगनबाड़ी केंद्र में बांधी जा रहीं बकरियां
बॉटम:::::::अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्रों का भाड़े के मकान में किया जा रहा संचालन ड के नुरूल्लाहपुर के वार्ड नं. 02 स्थित अर्द्धनिर्मित आंगनबाड़ी केंद्र जहां बांधी जाती हैं बकरियां। खोदावन्दपुर, निज प्रति
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खोदावन्दपुर, निज प्रतिनिधि। प्रखंड क्षेत्र के अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्र भाड़े के मकान में संचालित किए जा रहे हैं। इस प्रखंड क्षेत्र में कुल 105 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। 105 केंद्रों में महज तीन केंद्र ही सरकारी भवन में संचालित हैं। अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्र निजी जगहों पर संचालित हैं। आईसीडीएस की सीडीपीओ डॉ. दर्शना कुमारी ने बताया कि भाड़े के तौर पर इन केंद्रों को फिलहाल एक हजार रुपये प्रति माह दिए जाते हैं। वहीं, सुविधा संपन्न केंद्र को विभागीय निर्देशानुसार अधिक राशि भी प्रतिमाह किराया के रूप में देने की बात बताई गई। बताया जाता है कि विभाग द्वारा जो आंगनबाड़ी केंद्र निजी मकान में चल रहे हैं उसे बगल के स्कूल में शिफ्ट करने की घोषणा की गई थी लेकिन उस पर भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्र सेविकाओं के खुद के मकान में संचालित हैं। वहीं, प्रशासन द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र को सरकारी भवन उपलब्ध कराने की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। इस संबंध में सीडीपीओ ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माण के लिए भूमि की खोज की जा रही है। एक जगह भूमि मिली है जहां निर्माण कार्य शुरू है। बाकी जगह भूमि उपलब्ध होते ही भवन निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। दूसरी ओर सागी पंचायत के नुरूल्लाहपुर गांव के वार्ड नंबर दो में एक दशक से अर्द्धनिर्मित आंगनबाड़ी केन्द्र भवन में पड़ोसियों द्वारा बकरियां बांधी जाती हैं तथा छत पर उपले सुखाए जाते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि नुरूल्लाहपुर के वार्ड दो में लगभग एक दशक पूर्व तत्कालीन मुखिया द्वारा पंचायत मद से आंगनबाड़ी केंद्र के भवन का निर्माण कार्य शुरू कराया गया था। निर्माण कार्य को बीच में ही छोड़ देने के कारण लाखों रुपए खर्च होने के बावजूद उस अर्द्धनिर्मित भवन में आंगनबाड़ी केंद्र संचालित नहीं हो सका। पड़ोसियों द्वारा उस भवन में बकरियां बांधी जाती हैं तथा छत पर गोबर के उपले सुखाए जाते हैं। इस संबंध में पूछे जाने पर सीडीपीओ ने बताया कि आईसीडीएस को भवन हस्तांतरित नहीं होने के कारण यह मामला संज्ञान में नहीं है। वहीं, सागी पंचायत के मुखिया इरशाद आलम ने बताया कि तत्कालीन मुखिया के कार्यकाल के दौरान उक्त भवन का निर्माण हुआ था। किस कारण काम अधूरा छोड़ा गया, इसकी जानकारी नहीं है।
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