चुटिया बेलारी के वार्ड 12 में जल मीनार की क्षतिग्रस्त टंकी नहीं बदलने से पेयजल की समस्या बरकरार
शंभूगंज ( बांका ) एक संवाददाता शंभूगंज ( बांका ) एक संवाददाता प्रखंड क्षेत्र के चुटिया बेलारी पंचायत के वार्ड संख्या 12 में जल मीनार की क्षतिग्रस्त ट
शंभूगंज ( बांका ) एक संवाददाता प्रखंड क्षेत्र के चुटिया बेलारी पंचायत के वार्ड संख्या 12 में जल मीनार की क्षतिग्रस्त टंकी नहीं बदलने से विगत छह माह से समस्या बरकरार है। जिससे गांव के सैंकड़ों घरों में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है। ग्रामीणों ने बताया कि जल ही जीवन है। जब ठंड की मौसम में पेयजल का संकट गहरा गया है तो आगामी ग्रीष्म ऋतु में पेयजल के लिए हाहाकार मच सकता है। बीते छह माह पूर्व से जल मीनार पर चढ़ी दोनों टंकी फटकर क्षत-विक्षत अवस्था में है। लेकिन क्षतिग्रस्त पानी की टंकी को महिनों से नहीं बदला गया है। जबकि अधिकारी द्वारा लगातार आश्वाशन के बावजूद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे ग्रामीणों का आक्रोश विभाग की कुव्यवस्था के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों ने यथाशीघ्र समस्या का समाधान करने की मांग की है। बताया कि सरकार की सबसे महत्वपूर्ण नल जल योजना है। जिसमें हर घर नल - जल पहुंचाने की विभाग की जिम्मेदारी है। विभाग की उदासीनता से ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो रहा है। गांव में उक्त वार्ड के करीब ढाई सौ घरों में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई। उक्त वार्ड के अनुरक्षक मोहम्मद शेरु, ग्रामीण मोहम्मद शाहंशाह, मोहम्मद मुस्ताक आलम, मोहम्मद फैय्याज, मोहम्मद असरफ, मोहम्मद हय्याज सहित अन्य लोगों ने बताया कि बीते ग्रीष्म ऋतु में अचानक टंकी फट जाने से पेयजलापूर्ति बंद हो गई है। लेकिन आज तक कोई जिम्मेदार समस्या का समाधान करने नहीं पहुंचा। जल मीनार की टंकी फट जाने से ठंड की मौसम में भी पेयजल की किल्लत हो गई है। गांव में शादी विवाह कार्यक्रम में शनिवार को लोग व्यस्त रहे। लेकिन मेहमानों के बीच नल - जल का चर्चा जोरों से चला। ग्रामीणों ने बताया कि सात निश्चय योजना से चार वर्ष पूर्व पांच हजार लीटर की दो टंकी लगाई गई थी। वहीं दोनों टंकी एकसाथ फट जाने से करीब ढाई सौ घरों में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है। पीएचईडी विभाग के कनीय अभियंता रमेश कुमार ने बताया कि जल्द ही समस्या का समाधान होगा।
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